Monday, October 26, 2009

टेक्नोलॉजी का उपायोग बढ़े : सचिन


सचिन तेंदुलकर ने सलाह दी है कि मैदान अंपायरों को केवल पगबाधा के फैसले देने चाहिए तथा क्रिकेट मैदान के अन्य सभी मसलों पर अंतिम फैसला देने के लिए टेक्नोलॉजी का सहारा लिया जाना चाहिए। साथ ही अंपायरों को राहत देने के मकसद से उनका सुझाव है कि टेस्ट मैचों में दो के बजाए तीन मैदानी अंपायर होने चाहिए।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 29 हजार से ज्यादा रन बनाने वाले तेंदुलकर ने सही फैसले करने और मैदानी अंपायरों पर से दबाव हटाने के लिए हाट स्पाट टेक्नोलॉजी के उपयोग को बढ़ाने की भी वकालत की जिससे गेंद के पहले संपर्क का पता चल जाता है। उन्होंने कहा, विकेट के पीछे के कैच और इस तरह के अन्य कैच के लिए हाट स्पाट उपयोगी साबित होगा। करीबी कैचों में भी हाट स्पाट की मदद मिलेगी। बोल्ड के लिए आपको मशीन की जरूरत नहीं पड़ेगी इसलिए अंपायरों को केवल एलबीडब्ल्यू फैसलों पर ध्यान केंद्रित करना होगा।
तेंदुलकर ने एक मैगजीन से बातचीत में कहा, अंपायरों के लिए नो बाल देखना और फिर आगे क्या हो रहा है यह देखना काफी मुश्किल है। नो बाल पर लाइन के फैसलों के लिए आपके पास लेजर और इसी तरह की तकनीकी होती है। नो बाल के लिए आप मशीन का सहारा नहीं ले सकते। तेंदुलकर हाट स्पाट के परिणाम से काफी प्रभावित हैं और उन्होंने कहा कि इसका उपयोग बल्ले और पैड पर लगने संबंधी फैसलों के लिए किया जा सकता है। उन्होंने कहा, हम अब भी करीबी कैचों के लिए टेक्नोलॉजी का उपयोग कर रहे हैं। उन्हें बैट पैड फैसले के लिए हाट स्पाट का उपयोग करना चाहिए ताकि मुख्य अंपायर केवल एलबीडब्ल्यू का फैसला करें। मैं हाट स्पाट से खुश हूं क्योंकि इससे गेंद के संपर्क का पता चल जाता है।
यह स्टार बल्लेबाज हालांकि अंपायर रेफरल प्रणाली से प्रभावित नहीं दिखे। उन्होंने इसके साथ ही टेस्ट मैचों में दो की बजाय तीन अंपायरों को रखने की वकालत की जिन्हें सत्र दर सत्र ड्यूटी निभानी चाहिए। तेंदुलकर भारत और श्रीलंका के बीच 2008 में खेली गई सीरीज के संदर्भ में कहा, मैं रेफरल से खास खुश नहीं हूं क्योंकि मैं [टेलीविजन पर] कोण से संतुष्ट नहीं था। हम जब पहली बार इससे गुजरे तो उससे खुश नहीं थे। उनका एक अन्य सुझाव यदि गंभीरता से लिया जाता है तो वह अंपायरों के चेहरों पर मुस्कान बिखेर सकता है। तेंदुलकर ने कहा, हमारे पास प्रत्येक सत्र के लिए अंपायर हो सकते हैं और ऐसे में मैच के लिए तीन अंपायर होंगे। ऐसे में अंपायरों को विश्राम का समय मिल जाएगा।

Friday, October 16, 2009


दिवाली की शुभकामनाये

दिवाली मनाये 'ऑल द बेस्ट' के संग

बॉलिवुड में कॉमिडी एक ऐसा सदाबहार और बॉक्स ऑफिस पर हमेशा कमाई वाला सब्जेक्ट माना जाता है , जिसके नाकाम होने की गुजांइश बेहद कम ही रहती है। शायद यहीं वजह है कि यहां अगर प्रियदर्शन या फिर अक्षय कुमार अपने इस ट्रैक से हटकर कुछ नया करने की चाह में अलग करते है तो बॉक्स ऑफिस पर दर्शक इन्हें नकार देते हैं। लगता है , ' यू मी और हम ' जैसी कुछ अलग टेस्ट और फैमिली क्लास फिल्म बना चुके एक्टर से प्रडयूसर बने अजय देवगन को भी बॉलिवुड का यह गणित अब समझ में आ गया होगा। अजय की बतौर निर्माता इस फिल्म में आपको ऐसा हर फॉर्म्युला मिल जाएगा जो निर्माता , वितरकों और सिनेमा मालिकों की तिजोरी भर सकता है। इस फिल्म के डायरेक्टर रोहित अजय के खास और पुराने दोस्तों में हैं। इसी चलते अजय ने जब इस फिल्म को बनाने की प्लनानिंग की तो , उन्हें सबसे पहले उन्हीं की याद आई। दरअसल इससे पहले अजय के साथ 2 सुपर हिट कॉमिडी फिल्में गोलमाल और गोलमाल रिटर्न्स बना चुके थे। इसलिए रोहित जानते थे कि अजय से अच्छी कॉमिडी करवाई जा सकती है। अजय ने जब इस प्रोजेक्ट को फाइनल किया तो जहां फाइनैंस की जिम्मेदारी कुमार मंगत को सौंपी , तो वहीं रोहित को डायरेक्शन की कमान सौंपते हुए कह दिया कि उन्हें जो कुछ भी करना है उसका फैसला वह खुद करें। अजय की यह स्टाइल काम आई और इस बार रोहित ने अपनी पिछली दोनों फिल्मों के मुकाबले ज्यादा मनोरंजक और हंसा - हंसा कर लोटपोट करने वाली फिल्म बनाई। ऐसा नहीं कि रोहित शुरू से आखिरी तक दर्शकों को सीट से बांधे रखने और हंसाने में पूरी तरह कामयाब रहे हों। शुरू के 20 मिनट तक फिल्म में कुछ निरसता दिखेगी , जैसे ही वीर ( फरदीन खान ) के उनके बड़े भाई धर्म कपूर ( संजय दत्त ) की ऐंट्री होती है कि आप फिल्म से बंध जाते हैं। पूरी फिल्म में अजय , फरदीन और संजय की केमिस्ट्री गजब की है। खासकर प्रेम चोपड़ा के रोल में अजय और धर्म कपूर बने संजय दत्त का तो जवाब नहीं। जॉनी लीवर और संजय मिश्रा जिस सीन में भी आए हंसा गए। वहीं बिपाशा और मुग्धा के करने के लिए कुछ खास नहीं था , बस शोपीस बनकर दोनों ने अपनी भूमिका निभा दी। प्रीतम का संगीत सिक्रप्ट पर फिट है। फिल्म का टाइटिल सॉन्ग अच्छा है। हां , इस कॉमिडी के बीच तेज रफ्तार दौड़ती कारों के अलावा गोवा बीच पर अजय , संजय और फरदीन पर फिल्माए फाइट सीन में एक्शन डायरेक्टर जय सिंह ने जान डाल दी है।

Sunday, October 4, 2009

किवी कंगारू में खिताबी भिड़ंत

गेंदबाजों द्वारा कहर बरपाने के बाद ग्रांट एलियट [नाबाद 75] और कप्तान विटोरी [41] के बीच पांचवें विकेट के लिए शतकीय साझेदारी की बदौलत न्यूजीलैंड ने आईसीसी चैंपियंस ट्राफी के दूसरे सेमीफाइनल मुकाबले में पाकिस्तान को पांच विकेट से हराकर कंगारूओं से खिताबी भिड़ंत तय की। पाक द्वारा मिले 234 रनों के मामूली लक्ष्य को कीवियों ने 47.5 ओवर में पांच विकेट खोकर बनाया।
पाकिस्तान द्वारा दिए गए कमजोर लक्ष्य को प्राप्त करने उतरी न्यूजीलैंड की शुरुआत बेहद शानदार रही और सलामी बल्लेबाज ब्रैंडन मैक्कुलम ने युवा गेंदबाज आमिर के पहले ही ओवर की दूसरी गेंद पर छक्का जड़कर अपने तेवर दिखा दिए थे। लेकिन वह पाक टीम पर दबाव बनाने के चक्कर में बड़ा शॉट जमाने के चक्कर में आमिर की गेंद पर अफरीदी को कैच देकर पवेलियन चलते बने। एरोन रेडमंड ने नए बल्लेबाज मार्टिन गुप्टिल का साथ निभाकर पारी को आगे बढ़ाने का जिम्मा उठाया लेकिन गुप्टिल उमर गुल की गेंद पर नावेद के हाथों पलके गए।
रेडमंड ने टेलर के साथ कुछ रन बटोरे ही थे कि वह भी अजमल की फिरकी में फंस उन्हें उन्हीं की गेंद पर कैच दे बैठे। हालांकि इसके बाद टेलर ने एलियट के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 55 रन की साझेदारी करते हुए अपनी टीम को संकट से उबारने के साथ ही लक्ष्य की ओर भी अपने कदम बढ़ाए। पाकिस्तान के लिए खतरनाक होती जा रही इस जोड़ी को अफरीदी ने टेलर को 38 रन के निजी स्कोर पर बोल्ड आउट करके तोड़ा। पाक गेंदबाजों ने इसके बाद कीवियों पर दबाव बढ़ाना शुरू कर दिया। हालांकि कप्तान विटोरी ने एलियट का बखूबी साथ देते हुए रन गति को धीमे से आगे बढ़ाया।
दोनों बल्लेबाजों ने पांचवें विकेट के लिए 105 रन की साझेदारी करते हुए अपनी टीम को जीत की राह तक पहुंचा। इसी बीच एलियट ने अपनी मैराथन पारी में 90 गेंदों पर मात्र दो चौकों की मदद से पचासा जड़ा। बैटिंग पावरप्ले लेने तक पाकिस्तान और न्यूजीलैंड में बराबर की टक्कर बनी हुई थी लेकिन पावरप्ले के दौरान एलियट ने नावेद और गुल के ओवर में जमकर रन बटोरते हुए अपनी टीम को जीत के मुहाने पर ला खड़ा किया। न्यूजीलैंड जब जीत से मात्र तीन रन दूर थी तभी विटोरी अजमल की गेंद पर कामरान के द्वारा स्टंप्स आउट हो गए। इसके बाद एलियट ने नील ब्रूम के साथ मिलकर जीत की औपचारिकता पूरी की।
इससे पहले इयान बटलर की अगुवाई में न्यूजीलैंड गेंदबाजों ने सधी हुई गेंदबाजी करते हुए पाकिस्तान को लगातार अंतराल के बाद झटके देते हुए निर्धारित 50 ओवर में नौ विकेट गवांकर मात्र 233 रन ही बनाने दिए। उमर अकमल [55] पाक की तरफ से सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी पाकिस्तान की शुरुआत धीमी रही। इमरान नजीर [28] और कामरान अकमल [24] की सलामी जोड़ी पांच ओवर में मात्र 16 रन ही बना सकी। हालांकि धीरे-धीरे दोनों ने लय हासिल करते हुए कुछ बढि़या मैदानी शॉट खेलकर गेंद को सीमा रेखा से बाहर पहुंचाया।
10वें ओवर में पाक को पहला झटका तब लगा जब उसके 46 रन बन चुके थे। इमरान ने आउट होने से पूर्व आठवें ओवर में तीन चौके जड़े। इमरान ने शेन बांड की गेंद पर रास टेलर को कैच थमा दिया। इमरान का विकेट गंवाने के बाद पूर्व कप्तान शोएब मलिक क्रीज पर आए पर मात्र दो रन का योगदान कर पवेलियन लौट गए। इयान बटलर की गेंद पर टेलर के हाथों लपके गए। कप्तान यूनुस मैदान पर अकमल का साथ देने आए। पाक को जल्द ही तीसरा झटका अकमल के रूप में लगा। वे बटलर के दूसरे शिकार बने। यूनुस ने मोहम्मद यूसुफ के साथ मिलकर टीम को लगातार लगे झटकों से उबारने की कोशिश की लेकिन वह भी विटोरी की फिरकी में फंस गए और टेलर को कैच दे बैठे। उन्होंने 23 गेंदों में एक चौके की मदद से 15 रन की पारी खेली।
लगातार अंतराल के बाद गिरते विकेटों से संकट में फंसी पाकिस्तान टीम को यूसुफ ने उमर अकमल के साथ पांचवें विकेट के लिए 80 रन की साझेदारी करके निकालने की कोशिश की। दोनों खिलाडि़यों ने संयम से खेलते हुए लय पकड़ी और तेजी से रन बनाने लगे लेकिन तभी काइल मिल्स ने यूसुफ [45] को उनके अर्धशतक से पहले ही बोल्ड करके अपनी टीम के लिए खतरनाक होती जा रही इस साझेदारी को तोड़ा। यूसुफ के जाने के बाद अकमल ने 58 गेंदों पर छह चौकों के द्वारा अपना पचासा ठोका लेकिन वह भी जल्द ही विटोरी की गेंद पर एलबीब्ल्यू आउट होकर लौट गए।
बटलर ने इसके बाद फिर से अपनी गेंद से कहर बरपाते हुए शाहिद अफरीदी [4] और उमर गुल [6] को सस्ते में समेटते हुए पाकिस्तान को जमीन पर पटक दिया। विटोरी ने अपने आखिरी ओवर में नावेद राणा [8] को गुप्टिल के हाथों लपकवाकर पाक को बड़ा स्कोर बनाने से रोका। हालांकि युवा गेंदबाज मोहम्मद आमिर और स्पिनर सईद अजमल ने आखिरी विकेट के लिए नाबाद 35 रन जोड़ते हुए टीम के स्कोर को दो सौ के पार पहुंचाया। न्यूजीलैंड की तरफ से बटलर ने चार जबकि विटोरी ने तीन विकेट झटके।

Saturday, September 5, 2009

अब ना भी खेलूं तो शिकवा नहीं: वीरु

अनुभवी बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने हाल ही में कहा कि मैं वीरेंद्र सेहवाग की बल्लेबाजी में खुद को देखता हूं। आईबीएन- 7 के साथ खास बातचीत में वीरेंद्र सेहवाग ने इसे जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा है कि अब मैं ना भी खेलूं तो मुझे जिंदगी से कोई शिकायत नहीं होगी।पढ़ें- सचिन का नया फॉर्मूला- चार पारियों में वनडे सेहवाग ने जैसे ही मैदान पर धमाल मचाना शुरू किया लोग उन्हें दूसरा सचिन कहने लगे। पिच पर जब दोनों एक साथ रहते तो ये बता पाना काफी मुश्किल था कि कौन सेहवाग है और कौन सचिन? कंधे के ऑपरेशन के बाद वापसी की प्रक्रिया से गुजर रहे वीरेंद्र सेहवाग ने कहा कि वो जल्दी ही बल्ला थाम लेंगे और उन्हें चैंपियंस लीग से पहले क्रिकेट मैदान पर उतरने का पूरा भरोसा है। मालूम हो कि सेहवाग ने हाल में दिल्ली क्रिकेट जिला संघ (डीडीसीए) में भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई थी। पूरे विवाद के बाद अपने पहले टेलीविजन साक्षात्कार में सेहवाग ने कहा कि उनकी लड़ाई किसी व्यक्ति से नहीं बल्कि व्यवस्था से थी। हरियाणा में अकादमी के लिए जमीन दिए जाने के बदले दिल्ली रणजी टीम छोड़ने का दबाव बनाए जाने के आरोप पर वीरू ने कहा कि जो ऐसा बोलते हैं वो सेहवाग को नहीं ट्वेंटी-20 विश्व कप के दौरान इंग्लैंड में सेहवाग और कप्तान धोनी के बीच झगड़े की खबर के बारे में उन्होंने कहा कि धोनी उनके अच्छे दोस्त हैं और अगर इस तरह की खबरें आगे आती हैं तो मीडिया के सामने आकर पूरी बात कह देनी चाहिए।

Sunday, July 12, 2009

विद्या की नज़र जहीर खान पर


टी-20 क्रिकेट के जादू से बॉलीवुड वाले भी बच नहीं पाए हैं। क्रिकेट के इस नए संस्करण ने विद्या बालन को भी प्रभावित किया है। विद्या बालन यथासंभव टी-20 क्रिकेट देखती हैं। हाल ही में सम्पन्न विश्व कप और आईपीएल स्पर्धा का मजा विद्या ने जमकर लिया। जहाँ तक पसंदीदा क्रिकेटर की बात है तो विद्या को ज़हीर खान बेहद पसंद हैं। विद्या ज़हीर को हॉटेस्ट क्रिकेटर मानती हैं। विद्या के मुताबिक ज़हीर मैदान पर खामोश रहते हैं और अपने प्रदर्शन के जरिये बोलते हैं। साथ ही ‍वे मानसिक रूप से मजबूत खिलाड़ी हैं। उम्मीद की जानी चाहिए कि विद्या की तारीफ से ज़हीर और अच्छा खेलने के‍ लिए प्रेरित होंगे।

Friday, July 3, 2009

सेलिना जेटली ने ‘गे कम्यूनिटी’ को बधाई दी


दिल्ली उच्च न्यायालय ने 2 जुलाई को एक महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए समलैंगिक संबंधों को वैध घोषित कर दिया। इस फैसले से कई लोग खुश हुए, जिनमें से एक सेलिना जेटली भी हैं। समलैंगिक लोगों की लड़ाई में सेलिना हमेशा कंधे से कंधा मिलाकर उनके साथ रही, भले ही कई लोगों ने उन्हें अपशब्द कहे और धमकी दी। सेलिना उनके आंदोलनों में शरीक हुईं और अपनी वेबसाइट से मुहिम भी चलाई। कोर्ट के इस फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सेलिना कहती हैं ‘आँखों में आँसू और गर्व के साथ मैं ‘गे कम्यूनिटी’ को बधाई देती हूँ। भारत में समलैंगिक संबंध अब वैध है। हमने लंबी लड़ाई लड़कर जीत हासिल की है। अब समलैंगिक गर्व से अपना सिर ऊँचा कर चल सकेंगे।

ममता की रेल

रेल बजट की सुर्खियां –- यात्री किराए में कोई बदलाव नहीं - निजी-सार्वजनिक भागीदारी के आधार पर 50 स्टेशनों को विश्वस्तरीय बनाया जाएगा। इनमें मुम्बई, पुणे, नागपुर, हावड़ा, सियालदहा, भुवनेश्वर, नई दिल्ली, कानपुर, जयपुर, गुवाहाटी आदि रेलवे स्टेशन शामिल।- इन स्टेशनों में मल्टीप्लेक्स, बजट होटल बनेंगे।
- मान्यता प्राप्त पत्रकारों के लिए किराए में 50% छूट।- पत्रकारों की पत्नी को भी किराए में 50% छूट।- गरीबों को 25 रु का मासिक पास।
- बंगाल के कचरापाड़ा में नई रेल कोच फैक्ट्री। - रायबरेली कोच फैक्ट्री का काम तेज होगा।- हर लंबी दूरी की ट्रेन में एक डॉक्टर होगा।- 200 नए शहरों में रिजर्वेशन सुविधा।- 50,000 पोस्ट ऑफिसों में टिकट मिलेंगे।
टिकट के लिए गांवों में 50 मोबाइल वैन चलेंगी।- इंटरसिटी डबल डेकर एसी कोच शुरू करेंगे।- 140 स्टेशनों पर सुरक्षा इंतजाम बढ़ाए जाएगी।- गरीबों के लिए गरीब रथ से भी सस्ती ट्रेनें चलेंगी।- प्रीमियम पार्सल सेवा का पायलट प्रोजेक्ट जल्द।- रेल के पास पड़ी जमीन का इस्तेमाल इंडस्ट्री के लिए।- 67 नई ट्रेन चलेंगी।- 375 स्टेशनों को आदर्श स्टेशनों में बदला जाएगा।- कुल 350 में से 309 स्टेशनों पर आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी।- पर्यटन और धार्मिक महत्व के 50 स्टेशनों पर एकीकृत सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी।- लम्बी दूरी की रेलगाड़ी में कम से कम एक डाक्टर तैनात किया जाएगा।- राजधानी एक्सप्रेस में लंबी दूरी के यात्रियों के लिए इंफोटेनमेंट सुविधा।- इस वर्ष के अंत तक मोबाइल पर एसएमएस से आरक्षण स्थिति पता लगने की व्यवस्था शुरू होगी।- अनारक्षित टिकट बिक्री व्यवस्था के लिए पांच हजार से बढ़ाकर आठ हजार टर्मिनल बनाए जाएंगे।- हर सांसद के सुझाव पर एक नया आरक्षण केन्द्र बनेगा।- पांच हजार डाकघरों से कम्प्यूटरीकृत रेल टिकट सुविधा।- रेलवे में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और विकलांगों के रिक्त पड़े स्थानों पर नियुक्ति के लिए विशेष अभियान।- रेलवे में ऑप्टिकल फाइबर केबल परियोजना के लिए सैम पित्रोदा के नेतृत्व में विशेषज्ञ समिति बनेगी।- यात्री अब पांच हजार डाकघरों से टिकट खरीद सकेंगे।- इंटरसिटी यात्रा के लिए वातानुकूलित डबल डेकर ट्रेन की सुविधा।- प्रतीक्षा सूची के यात्रियों को एसएमएस से ताजा स्थिति की जानकारी।- महत्वपूर्ण स्टेशनों को टिकट बिक्री के लिए 200 स्वचालित वेंडिंग मशीन की सुविधा।इससे पहले –ममता बनर्जी ने गुरुवार को ही रेल भवन में रेल बजट की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया था।लालू की तरह ममता भी रेल बजट में आपके के लिए कुछ सौगाते लाएंगी। खुद रेल मंत्री ने कहा है कि उनका बजट आम लोगों के हिसाब से तैयार किया जाएगा, हालांकि इस बार ममता के सामने रेलवे की सेहत सुधारने की भी चुनौती होगी।इस बार के बजट में रेल मंत्री आम आदमी के लिए काफी कुछ कर सकती हैं। माना जा रहा है कि रेल मंत्री यात्री किराया नहीं बढ़ाएंगी। साथ ही स्लीपर के किराए में 1-2 प्रतिशत की कमी भी की जा सकती है।ममता इस बजट में 25 नई ट्रेनें शुरू कर सकती हैं। इनमें आम आदमी के लिए कुछ नए गरीब रथ भी शामिल होंगे।साथ ही गरीबों के लिए सस्ते पास की भी योजना शुरू की जा सकती है। ममता दीदी पहले ही कह चुकी हैं कि वो 500 रुपए से कम कमाने वालों के लिए 20 रुपए का पास शुरू करेंगी।तत्काल टिकट का वक्त घट सकता है। साथ ही कोयला, मिनरल के मालभाड़े में 1-2 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो सकती है।इस बजट में रेल मंत्री अपने राज्य के लिए भी कई ऐलान कर सकती हैं। राज्य से चलने वाली नई ट्रेनों का ऐलान सम्भव है।विश्व स्तरीय स्टेशनों की सूची में बंगाल के स्टेशन भी शामिल हो सकते हैं। माना जा रहा है कि बिहार से रेल इंजन कारखाना बंगाल जा सकता है।‘डेडीकेटेड कॉरिडोर’ का काम तेज करने का ऐलान सम्भव है। हालांकि लुधियाना-कोलकाता के पूर्वी कॉरिडोर पर काम पहले शुरू हो चुका है।खुर्जा-मुम्बई के पश्चिमी कॉरिडोर को भी जल्द पूरा करने की कोशिश की जाएगी। कॉरिडोर के लिए पैसे का इंतजाम अलग से किया जाएगा।

Tuesday, June 30, 2009

प्रियंका के भाव बढे


सफलता इंसान को कब,कहां, कैसे क्या करवा बैठे, कोई नहीं कह सकता। अब प्रियंका को ही देख लो, अपनी सफलता पर वह इतना इतराने लगी है कि अपना पारिश्रमिक ही दोगुना कर दिया। अब भला जिसे अभी तक 3 करोड़ मिलते हों, वही 5 करोड़ मांगे, तो सोचो, सामने वाले पर क्या गुजरेगी।
प्रियंका को यशराज फिल्मस की आगामी फिल्म ‘प्यार इंपासिबल’ के लिए तीन करोड़ का पारिश्रमिक दिया गया। इससे वह सातवें आसमान पर पहुंच गई। उसने अपना मेहनताना दोगुना कर दिया। इसलिए संजय गढ़वी ने अपनी फिल्म ‘7 डेज इन पेरिस’ में लेने से इंकार कर दिया। अब उसकी जगह जेनेलिया डिसूजा और असिन से बातचीत चल रही है।
इमरान खान को हीरो के रूप में चमकाने के लिए बनने वाली इस फिल्म में पहले तो डायरेक्टर संजय गढ़वी ने कैटरीना कैफ को लेना चाहा। पर इमरान ने क्रिप्ट में कुछ फेरबदल करवा दिया, तो कैट ने फिल्म में काम करने से इंकार कर दिया।
अब संजय ने प्रियंका से बात की, तो उसने इस फिल्म में काम करने के लिए 5 करोड़ रुपए मांगे। तब संजय ने प्रियंका को फिल्म में लेने का विचार त्यागते हुए जेनेलिया डिसूजा और असिन से बात शुरू कर दी। सचमुच सफलता इंसान को कभी-कभी गलत कदम उठाने के लिए विवश कर देती है।

Sunday, June 28, 2009

युवराज बने सात हजारी


शानदार फार्म में चल रहे युवराज सिंह ने रविवार को वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे एक दिवसीय क्रिकेट मैच के दौरान एक दिवसीय क्रिकेट में 7000 रन पूरे कर लिए और इस मुकाम तक पहुंचने वाले वह पांचवें भारतीय बल्लेबाज बन गए।
अपना 234वां मैच खेल रहे युवराज ने रवि रामपाल की गेंद पर आठवें ओवर में चौका जड़कर सात हजार वनडे रन पूरे किए। इस मैच से पहले उन्हें इस मुकाम तक पहुंचने के लिए 19 रन की जरूरत थी। वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन सचिन तेंदुलकर [16,684] के नाम हैं। उनके अलावा भारतीय क्रिकेटरों में पूर्व कप्तान सौरव गांगुली [11,363], राहुल द्रविड़ [10,585] और मोहम्मद अजहरूद्दीन [9,378] यह आंकड़ा पार कर चुके हैं।

भारत वेस्टइंडीज लाइव स्कोर

Friday, June 26, 2009

युवी की तूफानी पारी, इंडिया जीता

102 गेंदों में युवराज सिंह के धमाकेदार 131 रन और आशीष नेहरा तथा यूसुफ पठान के तीन- तीन विकेट लेने की गेंदबाजी की बदौलत, भारत ने कल यहां खेले गए श्रृंखला के पहले एकदिवसीय क्रिकेट मैच में वेस्ट इंडीज को आसानी से 20 रन से हरा दिया। भारत ने पहले खेलते हुए 50 ओवर में छह विकेट पर 339 रन बनाए थे। इनमें युवराज सिंह का धमाकेदार शतक भी शामिल था जिसमें उन्होंने सिर्फ 102 गेंदों पर 131 रन जड़े। इस दौरान उन्होंने 10 चौके और सात छक्के मारे। वेस्ट इंडीज की टीम ने अच्छी बल्लेबाजी की लेकिन भारत का विशाल स्कोर पार नहीं कर पाई और जब 11 गेंद शेष थीं तभी उनकी पूरी टीम 319 रन पर आउट हो गई। शिवनारायण चंद्रपॉल ने 59 गेंदों पर 63 रन बनाए। बाएं हाथ के मध्यम तेज गेंदबाज आशीष नेहरा ने सितंबर 2005 के बाद अपना पहला एकदिवसीय मैच खेलते हुए बढ़िया गेंदबाजी की और 49 रन देकर तीन विकेट झटके, जिनमें आखिरी विकेट भी शामिल था। ऑफ स्पिनर यूसुफ पठान ने भी 56 रन देकर तीन विकेट लिए। भारतीय बल्लेबाजी: वेस्टइंडीज के साथ शुक्रवार को स्थानीय सबीना पार्क क्रिकेट मैदान पर खेले जा रहे पहले एकदिवसीय मुकाबले में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने युवराज सिंह के शानदार 131 रनों की बदौलत 50 ओवरों में 339 रन बनाकर वेस्टइंडीज के सामने जीत के लिए 340 रनों का लक्ष्य रखा। भारत ने 50 ओवरों में छह विकेट खोकर 339 रन बनाए। भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी और उसने अपने दो विकेट सस्ते में गंवा दिए। भारत को पहला झटका 25 रन के कुल योग पर लगा। सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर 13 रन बनाकर जेरोम टेलर की गेंद पर ड्वेन ब्रावो के हाथों लपके गए।गंभीर का विकेट गिरने के बाद अभी भारतीय टीम संभल भी नहीं सकी थी कि रोहित शर्मा भी पेवेलियन लौट गए। रोहित का विकेट 32 रन के कुल योग पर गिरा। रोहित सिर्फ चार रन बना सके।पारी की शुरुआत करने आए विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक 77 गेंदों पर 67 रन बनाकर आउट हुए ,जबकि युवराज सिंह ने 102 गेंदों पर 131 रन बनाए। कार्तिक को बर्नाड की गेंद पर रामदीन ने लपका। युवराज भी ब्रावो की गेंद पर रामदीन को कैच दे बैठे। रवींद्र जडेजा ब्रावो की गेंद पर बिना खाता खोले रामदीन को कैच देकर पैवेलियन वापस लौट गए। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी 41 रन बनाकर रन आउट हो गए। यूसुफ पठान 38 गेंदों पर 40 और हरभजन सिंह 13 गेंद पर 21 रन बनाकर नाबाद रहे।
दोनों टीमें चार मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला खेलेंगी। श्रृंखला का दूसरा मैच इसी मैदान पर 28 जून को खेला जाएगा जबकि तीसरा मैच तीन जुलाई को सेंट लूसिया में और चौथा मैच भी इसी मैदान पर पांच जुलाई को खेला जाएगा।

Tuesday, June 23, 2009

इस बार 99 छक्के कम लगे


इंग्लैंड में इस साल खेले गए ट्वेंटी-20 विश्व कप के दूसरे संस्करण में दो साल पहले दक्षिण अफ्रीका में हुए टूर्नामेंट के पहले संस्करण की तुलना में 99 छक्के कम लगे। पहले संस्करण में बल्लेबाजों ने कुल 265 छक्के उड़ाए थे जबकि इस बार उनके बल्लों से सिर्फ 165 छक्के टीमों की बात करें तो पाकिस्तानी बल्लेबाजों ने सात मैचों में सर्वाधिक 21 छक्के लगाए जबकि भारतीय और दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों के बल्लों से 19-19 छक्के निकले। युवराज सिंह 2009 विश्व कप में सबसे अधिक नौ छक्के लगाने वाले बल्लेबाज टूर्नामेंट में इस साल कुल 668 चौके लगे। इसमें से 121 चौके श्रीलंकाई बल्लेबाजों के नाम हैं जबकि दक्षिण अफ्रीकी टीम 87 चौकों के साथ दूसरे स्थान पर रही। दो साल पहले पहले संस्करण के दौरान 659 चौके लगे श्रीलंका और वेस्टइंडीज ऐसी टीमें हैं जिनके खिलाफ सबसे अधिक छक्के लगे। दोनों टीमों के गेंदबाजों ने 21-21 छक्के लुटाए जबकि पाकिस्तानी गेंदबाजों ने सात मैचों में सबसे कम 13 छक्के दिए।

चोट छुपाये नही : धोनी

ट्वेंटी-20 क्रिकेट विश्वकप में थकान और चोट के कारण खराब प्रदर्शन कर खिताब की होड़ से बाहर होने वाली भारतीय टीम के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने वेस्टइंडीज के खिलाफ आगामी एकदिवसीय श्रृंखला में अपने टीम के खिलाड़ियों को चोट नहीं छुपाने की चेतावनी दी सूत्रों के अनुसार धोनी ने यहां आयोजित टीम बैठक में खिलाड़ियों से पूरी तरह फिट होने पर ही खेलने को कहा है। उन्होंने कहा, “मेरे लिए टीम पहले है और व्यक्ति बाद में और मैं अपने सभी साथियों से भी यही उम्मीद कर रहा हूं। घायल खिलाड़ी टीम को जीत नहीं दिला सकते हैं।”खिलाड़ियों को पर्याप्त आराम करने की सलाह देते हुए धोनी ने कहा कि आप थकान और चोट से निपटने के लिए पूरा आराम करें। उन्होंने कहा, “अगर आराम से चोट ठीक हो जाती है तो ऐसे में खिलाड़ियों को यही करना चाहिए। क्योंकि मर्ज को बड़ा होने से ज्यादा अच्छा है कि कुछ दिन विश्राम कर लिया जाए।”भारतीय कप्तान ने वरिष्ठ खिलाड़ियों से अच्छे प्रदर्शन करने का आग्रह करते हुए कहा, “अब हम सभी वरिष्ठ खिलाड़ियों को जिम्मेदारी लेने की जरूरत है। इसके अलावा जूनियर खिलाड़ी भी अपनी जिम्मेदारी समझें। वरिष्ठ खिलाड़ियों से मैं टीम की बेहतरी के लिए जूनियर खिलाड़ियों को नुस्खे देने का आग्रह करता हूं। हम सबको यह याद रखने की जरूरत है कि जीतना आदत होती है, हार एक प्रक्रिया है और खराब परिणाम बड़ी आफत नहीं होती है। बस यह कुछ देर की बात है।”

16 से शादी करुँगी : राखी


राखी सावंत एक नहीं दो नहीं पूरे 16 लड़को से शादी करना चाहती हैं और ये कोई और नहीं एक रियलिटी टीवी शो के अंतिम राउंड में पहुंचे प्रतिभागी हैं, जिसमें से किसी एक से राखी शादी करने वाली हैं।
आइटम गर्ल के नाम से मशहूर राखी ने अपने बिंदास अंदाज में प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि वह नए जमाने की द्रौपदी बनना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि मैं चाहती हूं कि इस शो में शामिल सभी सोलह प्रतिभागियों से शादी करूं क्योंकि ये सभी बहुत अच्छे लोग हैं। राखी सावंत ने कहा कि उन्हें टीवी शो राखी सावंत का स्वंयवर में काफी आनंद आया है। इस दौरान मुझे ऐसा लग रहा था कि मैं उदयपुर की राजकुमारी हूं, यह मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण अनुभव है।
गौरलतब है कि 28 वर्षीय अभिनेत्री अपने लिए हजारों में से एक दूल्हा चुनने वाली हैं। इन सोलह प्रतिभागियों को उन्होंने 12,515 लड़को में से चुना है और वे अब इनमें से किसी एक के साथ स्वयंवर रचाने वाली है।

कैटरीना सबसे सेक्सी


भारतीय सही मायने में अंतर्राष्‍ट्रीय स्‍तर पर सबसे आगे हैं और हमारी हिन्‍दी सिनेमा जगत की अभिनेत्रियां भी हॉलीवुड अभिनेत्रियों को मात देने में पीछे नहीं है। फैशन पत्रिका ‘एफएचएम’ के इस साल की सबसे सेक्सी महिलाओं के सर्वे में बाजी मारी है हिन्‍दी सिने जगत की चुलबुली और टूटी-फूटी हिन्दी बोलने वाली अभिनेत्री कैटरीना कैफ ने। कैटरीना सबसे सेक्सी महिलाओं की सूची में पहले पायदान पर हैं।

Sunday, June 21, 2009

पाक को ताज

जोहांसबर्ग में दो साल पहले भारत के हाथों आखिरी ओवर में दिल तोड़ने वाली हार झेलने वाले पाकिस्तान ने क्रिकेट के मक्का ला‌र्ड्स में रविवार को अब्दुल रज्जाक के शुरुआती कहर और शाहिद अफरीदी की नाबाद अर्धशतकीय पारी से श्रीलंका को आठ विकेट से हराकर ट्वंटी 20 विश्व चैंपियन बनने की अपनी मुराद पूरी की।
रज्जाक [20 रन पर तीन विकेट] के शुरुआती कहर से श्रीलंका का स्कोर एक समय चार विकेट पर 32 रन था जिसके बाद कप्तान कुमार संगकारा ने 52 गेंद पर नाबाद 64 रन की पारी खेली और सातवें विकेट के लिए एंजेलो मैथ्यूज [24 गेंद पर 35 रन] के साथ 68 रन की अटूट साझेदारी की। इससे श्रीलंका छह विकेट पर 138 रन के सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचने में सफल रहा। कामरान अकमल [37] से मिली शानदार शुरुआत और फिर अफरीदी [40 गेंद पर 54 रन] के तीखे तेवरों के कारण पाकिस्तान ने हालांकि आसानी से 18.4 ओवर में दो विकेट पर 139 रन बनाकर क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप का विश्व चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया।
मैच में पहले ओवर से पाकिस्तान का दबदबा रहा और आखिर तक वह अपने दक्षिण एशियाई प्रतिद्वंद्वी पर हावी रखा। पाकिस्तान के लिए यह जीत इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इस साल मार्च में श्रीलंकाई खिलाड़ियों पर आतंकी हमले के बाद वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से वंचित है। पाकिस्तान ने इस बार टूर्नामेंट में अंडरडाग के रूप में शुरुआत की तथा पहले दौर और फिर सुपर 8 में पहला मैच गंवाने के बाद जोरदार वापसी की लेकिन सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका और अब फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ उसने एकतरह से एकतरफा जीत हासिल की। ला‌र्ड्स की बल्लेबाजी के लिए माकूल पिच पर अपेक्षाकृत कम लक्ष्य का पीछा करते हुए पाकिस्तानी बल्लेबाजों ने धैर्य से काम लिया और किसी तरह की जल्दबाजी नहीं दिखाई। अफरीदी जैसे बल्लेबाज ने 40 गेंद खेली तथा अपनी पारी में दो चौके और इतने ही छक्के लगाए। उन्हें शोएब मलिक का अच्छा साथ मिला जिनके साथ उन्होंने 76 रन की अटूट साझेदारी की। मलिक 22 गेंद पर 24 रन बनाकर नाबाद रहे।
श्रीलंका की तरफ से पहले तीन ओवर अच्छे गए लेकिन चौथे ओवर में इसुरु उदाना ने जब 14 रन लुटा दिए तो संगकारा ने तुरंत अपने विश्वसनीय सारथी मुथैया मुरलीधरन को गेंद सौंप दी। उन्होंने दूसरे स्पिनर अजंथा मेंडिस को भी पावरप्ले ही गेंदबाजी के लिए बुलाया जिनका अकमल ने मिडविकेट पर छक्का जड़कर स्वागत किया। पाकिस्तानी विकेटकीपर बल्लेबाज ने मैथ्यूज की गेंद भी छह रन के लिए भेजी लेकिन सनथ जयसूर्या की गेंद भी आगे बढ़कर सीमा रेखा पार पहुंचाने के चक्कर में वह चूक गए और संगकारा ने उन्हें स्टंप आउट करने में कोई गलती नहीं की। अकमल की 28 गेंद की पारी में दो चौके और दो छक्के शामिल हैं।
दूसरे सलामी बल्लेबाज शाहजेब हसन ने मेंडिस पर लगातार दो चौके जमाने के बाद मुरलीधरन को भी सबक सिखाने की आतुरता दिखाई और अगले ओवर में इस आफ स्पिनर की पहली गेंद पर जयसूर्या को कैच देकर पवेलियन लौटे। अफरीदी और मलिक ने इसके बाद रणनीति के साथ बल्लेबाजी की। तूफानी अंदाज में बल्लेबाजी करने वाले अफरीदी ने किसी तरह की जल्दबाजी नहीं दिखाई और केवल ढीली गेंदों को सबक सिखाया जबकि मलिक ने सहयोगी की भूमिका अच्छी तरह से निभाई। अफरीदी ने मुरलीधरन पर मिडविकेट पर छक्का और फिर चौका लगाकर अपने तेवर दिखाए और बीच में कुछ देर तक एक दो रन लेकर स्कोर आगे बढ़ाने के बाद उडाना की गेंद भी छह और चार रन के लिए भेजकर अपना अर्धशतक पूरा किया। मालिंगा की गेंद पर लेग बाई बनते ही पाकिस्तानी खिलाड़ी खुशी में उछलने लगे और एक दूसरे को गले लगाने लगे।
इससे पहले पाकिस्तान का हर क्रिकेट प्रेमी और कप्तान यूनुस खान टॉस गंवाने के बाद जैसा आगाज चाहते थे युवा तेज गेंदबाज आमिर और आधिकारिक क्रिकेट में अपनी दूसरी पारी शुरू कर रहे रज्जाक ने टीम को वैसी ही शुरुआत दिलाई। बेहतरीन फार्म में चल रहे तिलकरत्ने दिलशान पहले ओवर में बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए और खतरनाक सनथ जयसूर्या [17] लय पकड़ते ही ढेर हो गए। यही नहीं पिंच हिटर के तौर पर आए जेहान मुबारक [0] और भरोसेमंद महेला जयवर्धने [1] का बल्ला भी श्रीलंका को धोखा दे गया।
वेस्टइंडीज के खिलाफ सेमीफाइनल में नाबाद 96 रन बनाकर श्रीलंका को अकेले दम पर मजबूत स्कोर तक पहुंचाने वाले दिलशान ने पहले ओवर में ही आमिर की गेंद स्कूप करने की कोशिश की लेकिन उनकी टाइमिंग सही नहीं थी और शार्ट फाइन लेग पर शाहजेब हसन के बढि़या प्रयास से वह कैच में बदल गया। इसके बाद रज्जाक की बारी थी जिन्होंने अपने पहले तीन ओवर में तीन विकेट निकालकर श्रीलंका को गंभीर संकट में डाल दिया। मुबारक ने उनके पहले ओवर में गेंद मिडविकेट के ऊपर से मारने के प्रयास में मिड आफ पर खड़े हसन को आसान कैच दिया।
उनके अगले ओवर में जयसूर्या ने पहली गेंद मिडविकेट पर छह रन के लिए भेजी और अगली गेंद पर चौका जमाया लेकिन आखिर में जीत रज्जाक की हुई। जयसूर्या फिर से पुल करना चाहते थे लेकिन गेंद बल्ले से लगकर विकेट उखाड़ गई। जयवर्धने से ऐसे में धैर्यपूर्ण पारी की अपेक्षा थी लेकिन उन्होंने रज्जाक के तीसरे ओवर में बैक कट करने की कोशिश में स्लिप में मिसबाह उल हक को कैच दे दिया। संगकारा ने एक छोर संभाले रखा और उन्हें कुछ देर के लिए चामरा सिल्वा [14] से सहयोग मिला जिन्हें गुल ने अपने शुरुआती ओवर में पवेलियन की राह दिखाकर लंबी साझेदारी नहीं बनने दी। सिल्वा भी सही टाइमिंग से पुल नहीं कर पाए और मिडविकेट पर कैच दे बैठे। शाहिद अफरीदी ने इसके अगले ओवर में गुगली पर इसुरु उडाना की गिल्लियां बिखेरी। संगकारा ने गुल की गेंद पर मिडविकेट पर चौका जड़कर अपना अर्धशतक पूरा किया जिसके लिए उन्होंने 43 गेंद खेली। मैथ्यूज ने आमिर के अंतिम ओवर में चौका और फिर छक्का जमाया।

Wednesday, June 17, 2009

बिपासा का डबल रोल


बॉलीवुड की हॉट एक्ट्रेस बिपाशा जल्द ही डबल रोल में दिखेंगी। वे अजय देवगन की अगली फिल्म ऑल द बेस्ट में दो किरदारों को निभाती नजर आएंगी। फिल्म में बिपाशा एक किरदार मंे अजय देवगन की बीवी का रोल निभाती नजर आएंगी तो दूसरे में एक अफ्रीकी महिला का किरदार साकार करेंगी। फिल्म में उनका रोल व गेटअप बिल्कुल असली लगे इसके लिए फिल्म निर्माता ने एक हॉलीवुड मेकअप आर्टिस्ट को बुलाया है। इस किरदार पर उन्हें कुछ ज्यादा ही मेहनत करनी पड़ रही है। यह पहली बार होगा जब बिपाशा डबल रोल में नजर आएंगी। अब दर्शकों को इंतजार करना होगा कि इस अफ्रीकी रूप में वे कैसी नजर आती हैं। फिल्म ऑल द बेस्ट के डायरेक्टर रोहित शेट्टी हैं। फिल्म में बिपाशा के साथ फरदीन खान और फिल्म फैशन से नाम कमा चुकी मॉडल से एक्ट्रेस बनी मुग्धा गोडसे भी हैं।

करीना ने फ़िर पहनी बिकनी


फिल्म ‘कमबख्त इश्क’ के शूटिंग के दौरान अक्षय कुमार और करीना कपूर ने जमकर मस्ती करते नजर आए। करीना ‘कमबख्त इश्क’ में एक मॉडल बन कर आ रही हैं और काफी अच्छी भी लग रही हैं। लेकिन फिल्म ‘टशन’ के बाद एक बार फिर करीना इस फिल्म में बिकिनी पहनी नजर आएंगी। करीना कपूर ने साफ कर दिया है कि अपने किरदार के लिए वो किसी भी हद तक जा सकती हैं। लगता है कि करीना ये भूल गई हैं कि उन्होंने अपनी मां से कुछ वादा किया था। करीना कपूर ने ‘टशन’ के बाद अपनी मां से वादा किया था कि अब वो कभी बिकिनी नहीं पहनेंगी। लेकिन करीना कपूर ने अपनी आने वाली फिल्म में बिंदास स्विम सूट पहना है। अब करीना ने अपना मन बदल लिया है कि यानी अब करीना वहीं करेंगी जो फिल्म के निर्माता-निर्देशक बोलेंगे।

हार के लिए सभी खिलाड़ी जिम्मेदार

भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने कहा कि उनके चोटी के बल्लेबाजों की लचर फार्म के कारण टीम को आईसीसी ट्वंटी 20 विश्व कप सुपर आठ में दक्षिण अफ्रीका के हाथों हार का सामना करना पड़ा।
भारत की मजबूत बल्लेबाजी 131 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 118 रन ही बना पाई और इस तरह से उसे सुपर आठ में लगातार तीसरी हार झेलनी पड़ी। धौनी ने हार के लिए बल्लेबाजों को दोषी ठहराया। उन्होंने कहा, 'मैं नहीं मानता कि यहां की परिस्थितियां कोई मुद्दा है। इस हार के लिए हमारे कुछ प्रमुख खिलाड़ी, जिनमें मैं भी शामिल हूं, जिम्मेदार हैं।' धौनी ने कहा, 'हम छह मुख्य बल्लेबाजों के साथ खेल रहे थे और सातवां आलराउंडर है। जब इनमें से तीन बल्लेबाज इस तरह के मैच में नहीं चल पाते हैं तो वास्तव में मुश्किल बढ़ जाती है। पूरे टूर्नामेंट में मैं अपने गेंदबाजों के प्रदर्शन से खुश रहा लेकिन बल्लेबाजी में हम अपेक्षानुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए।'
भारतीय कप्तान ने कहा, 'बल्लेबाजी में वास्तव में हम अपनी क्षमता से नहीं खेले और दुर्भाग्य से पूरे टूर्नामेंट में ऐसा हुआ।' धौनी ने हालांकि टीम के प्रशंसकों से अगले साल के अप्रैल में वेस्टइंडीज में होने वाली चैंपियनशिप में बेहतर प्रदर्शन करने का वादा किया। उन्होंने कहा, 'मुझे आशा है कि नौ महीने बाद जब हम फिर से [ट्वंटी 20 विश्व कप] वापसी करेंगे तो बेहतर तैयारियों के साथ अच्छा प्रदर्शन करेंगे।' टूर्नामेंट में टीम की लगातार हार से धौनी की लोकप्रियता भी कम हुई है और मैच के बाद दर्शकों ने उनकी हूटिंग भी की। उन्होंने इस बारे में कहा, 'हमें इंग्लैंड में अच्छा समर्थन मिलता है लेकिन इसके लिए मैच जीतना जरूरी है, नहीं तो मैच के आखिर में हमारी हूटिंग होगी।'

दक्षिण अफ्रीका से भी नही जीत पाई इंडिया

खिताब की दौड़ से बाहर होने के बाद प्रतिष्ठा बचाने के लिए उतरा भारत चोटी के बल्लेबाजों की एक और असफलता से दक्षिण अफ्रीका के हाथों 12 रन की हार के साथ आईसीसी ट्वंटी 20 विश्व कप के सुपर 8 में सांत्वना जीत दर्ज करने में भी नाकाम रहा।
ट्रेंटब्रिज की स्पिन लेती पिच पर भारतीय स्पिनरों ने कमाल दिखाया लेकिन महेंद्र सिंह धौनी के बल्लेबाज भी स्पिन जाल में फंस गए और इस तरह से पिछले चैंपियन को सुपर आठ में बिना जीत दर्ज किए ही बैरंग स्वदेश लौटना होगा। दक्षिण अफ्रीका की इस जीत के नायक एबी डीविलियर्स और जोहान बोथा रहे। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी के लिए उतरा दक्षिण अफ्रीका पांच विकेट पर 130 रन ही बना पाया। उसकी तरफ से डीविलयर्स ने 51 गेंद पर सात चौकों की मदद से 63 रन बनाकर टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया।
गौतम गंभीर [21] और रोहित शर्मा [29] ने पहले विकेट के लिए 48 रन जोड़कर भारत को अच्छी शुरुआत दिलाई लेकिन 21 रन के अंदर पांच विकेट गंवाने से टीम गहरे संकट में फंस गई। युवराज सिंह [25] ने आस बंधाए रखी लेकिन उनके आउट होते ही भारत कम लक्ष्य का बचाव नहीं कर पाया और आठ विकेट पर 118 रन ही बना पाया। बोथा ने 16 रन देकर तीन विकेट लिए।
दक्षिण अफ्रीका इस जीत से ग्रुप ई में पहले नंबर पर रहा और अब वह पहले सेमीफाइनल में पाकिस्तान से भिड़ेगा जबकि दूसरा सेमीफाइनल श्रीलंका और वेस्टइंडीज के बीच खेला जाएगा। भारतीय बल्लेबाजों को भी तेज गेंदबाजों के सामने रन बटोरने में कोई दिक्कत नहीं हुई लेकिन स्पिनरों के जिम्मा संभालते ही वे संकट में पड़ गए। गंभीर आउट होने वाले पहले बल्लेबाज थे जिन्होंने बोथा की गेंद पर जेपी डुमिनी को एक्स्ट्रा कवर पर आसान कैच थमाया। इस आफ स्पिनर ने अपने अगले ओवर में सुरेश रैना [3] को भी पवेलियन की राह दिखाई जो रीलोफ वान डर मार्व के ओवर में मिले जीवनदान का फायदा नहीं उठा पाए। डुमिनी ने रोहित की 28 गेंद की पारी का अंत किया जिन्होंने बैकवर्ड प्वाइंट पर डेल स्टेन को हवा में लहराते कैच का अभ्यास कराया। धौनी से ऐसे में जिम्मेदारी भरी पारी की आस थी लेकिन वह तब रन के लिए दौड़ पड़े जबकि गेंद वाइड होकर विकेटकीपर के हाथों में गई थी जबकि अगले ओवर में वान डर मर्व ने यूसुफ पठान को आसान कैच देने के लिए मजबूर किया। भारत का स्कोर पांच विकेट पर 69 रन था। ग्रीम स्मिथ ने यहां पर तेज गेंदबाज स्टेन को गेंद सौंपकर भारतीयों को राहत पहुंचाई। आठ ओवर तक गेंद सीमा रेखा पार नहीं गई थी लेकिन उनके ओवर में युवराज और हरभजन सिंह ने चौके जमाए। युवराज ने इसके बाद वान डर मर्व पर मैच का पहला छक्का जमाया जबकि रविंदर जडेजा ने उूपर बल्लेबाजी के लिए उतरे हरभजन ने भी मोर्ने मोर्कल की गेंद छह रन के लिए भेजी। भारत को हालांकि जब अंतिम तीन ओवर में 31 रन की दरकार थी तब बोथा ने हरभजन [14] को अपना तीसरा शिकार बनाया जबकि स्टेन ने 19वें ओवर में युवराज और जहीर खान को आउट करके रही सही कसर पूरी कर दी।
इससे पहले भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीका को एबी डीविलियर्स के अर्धशतक के बावजूद पांच विकेट पर 130 रन ही बनाने दिए। धौनी ने छठे से 19वें ओवर तक स्पिनरों को लगाए रखा। इन 14 ओवरों में केवल तीन बार गेंद सीमा रेखा पार गई और 75 रन बने, जबकि तीन चोटी के बल्लेबाज पवेलियन लौटे। इंग्लैंड के खिलाफ पिछले मैच में खलनायक बने रविंद्र जडेजा ने गेंदबाजी में कमाल दिखाया और अपने तीन ओवर में नौ रन देकर डीविलियर्स का विकेट लिया। डिविलियर्स अकेले बल्लेबाज थे, जिन्होंने स्पिनरों का सामना किया। उन्होंने अपनी पारी में 51 गेंद खेली तथा सात चौके लगाए। उन्होंने कप्तान ग्रीम स्मिथ [26] के साथ दूसरे विकेट के लिए 46 रन की साझेदारी की। आरपी सिंह ने अपनी तीसरी गेंद पर ही हर्शल गिब्स [5] को बोल्ड करके भारत को शुरुआत दिलाई। गिब्स पहली गेंद पर चौका जड़ने के बाद आफ स्टंप से बाहर जाती अगली गेंद को विकेटों पर मार गए, मगर दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों स्मिथ व डीविलियर्स को तेज गेंदबाजों को खेलने में दिक्कत नहीं हुई और ऐसे में धौनी ने स्पिन जाल बिछाने का सही फैसला किया।
स्पिन आक्रमण के सामने दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज आठ ओवर तक गेंद सीमा रेखा पार नहीं भेज पाए। जडेजा ने पावरप्ले के अंतिम ओवर में तीन रन दिए। आईपीएल में हैट्रिक लेने वाले रोहित शर्मा को टूर्नामेंट में पहला ओवर करने का मौका मिला, जबकि उनके बाद आईपीएल में दो बार हैट्रिक का कारनामा दिखाने वाले युवराज सिंह ने गेंद संभाली, मगर स्मिथ व एबी डीविलियर्स की साझेदारी हरभजन सिंह ने तोड़ी। स्मिथ इस आफ स्पिनर की फ्लाइट को नहीं समझ पाए और लप्पेदार शाट लगाने के प्रयास में गेंद उनके बल्ले का ऊपरी किनारा लेकर मिडविकेट क्षेत्र में हवा में तैरने लगी, जहां जडेजा ने कैच लिया। डीविलियर्स ने 14वें ओवर में युवराज पर लगातार दो चौके जड़कर अपना अर्धशतक पूरा करने के साथ ही गेंद को लंबे अर्से बाद सीमा रेखा के दर्शन करवाए। पहले तीन ओवर में 13 रन देने वाले युवी के इस ओवर में 12 रन बने। धीमी गेदों को खेलने में परेशानी महसूस कर जेपी डुमिनी [10] अगले ओवर में सुरेश रैना की फ्लाइट पर गच्चा खा गए और आउट हो गए। जडेजा ने इसके बाद डीविलियर्स की पारी का अंत किया। जहीर खान ने अंतिम ओवर में मार्क बाउचर [11] के रूप में पहला विकेट लिया।

Saturday, June 13, 2009

त्रिशा की हिन्दी फिल्मों में एंट्री


तमिल फिल्मों की मशहूर अदाकारा त्रिषा निर्देशक प्रियदर्शन के निर्देशन में बनने वाली फिल्म ‘खट्टा मीठा’ के जरिए हिन्‍दी सिनेमा जगत में अपने अभिनय पारी की शुरुआत करेंगी।
इस फिल्म में अभिनेता अक्षय कुमार उनके के साथ होंगे।
प्रियदर्शन ने बताया कि, "अक्षय फिल्म में कोई नया चेहरा चाहते थे तो मैंने त्रिषा का नाम सुझाया। उन्होंने उसकी कई फिल्में देखीं थी और इस वजह से त्रिषा को फिल्म में लिया गया।"
त्रिषा ने कहा कि, "प्रियदर्शन मेरे लिए सौभाग्यशाली निर्देशक हैं जिन्होंने मुझे तमिल फिल्मों पहली बार मौका दिया। अब वह हिन्‍दी फिल्‍मों में भी मुझे मौका दे रहे हैं।"
गौरतलब है कि इस फिल्म का निर्माण अक्टूबर से आरंभ होगा। यह एक हास्‍य प्रधान फिल्म होगी।

भारत हारा

ड्वेन ब्रावो के आलराउंडर प्रदर्शन की बदौलत वेस्टइंडीज ने भारत को ला‌र्ड्स के मैदान में जमीन पर लाते हुए ट्वंटी 20 विश्व कप सुपर 8 के मैच में सात विकेट से करारी शिकस्त दी। वेस्टइंडीज की टीम ने 154 रन के लक्ष्य को 18. 4 ओवर में तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया। ब्रावो ने पहले भारत के चार विकेट चटकाए और फिर बल्ले से शानदार प्रदर्शन करते हुए 36 गेंद में 66 रन की पारी खेली, जिसमें तीन छक्के जड़े थे।

इस लक्ष्य का पीछा करते हुए क्रिस गेल [22] ने जहीर खान के पहले ओवर में दो चौके जड़े, लेकिन फिर उन्हें कुछ सतर्कता बरतनी पड़ी क्योंकि इरफान पठान ने एंड्रयू फ्लेचर [0] को अपनी दूसरी गेंद में पवेलियन भेज दिया। हरभजन सिंह ने मेडन ओवर से शुरूआत की और गेल को कोई मौका नहीं दिया। इस बांए हाथ के बल्लेबाज ने यूसुफ पठान की गेंद पर शाट लगाने की कोशिश की और बल्ला छुआकर जहीर खान को शार्ट फाइन लेग पर कैच दे बैठे। भारतीय रणनीति में गेल को आउट करना अहम था, लेकिन ब्रावो के बारे में ज्यादा ध्यान नहीं दिया। लेकिन अंत में ब्रावो ने भारत को संकट में डाला। उन्होंने लेंडिल सिमन्स [44] के साथ 58 रन की साझेदारी निभाई। इसके बाद उन्होंने शिवनारायण चंद्रपाल [नाबाद 18] के साथ मैच खत्म किया। सुपर आठ में अब भारतीय टीम की भिड़ंत रविवार को इंग्लैंड से होगी।

इससे पहले युवराज सिंह [67] व यूसुफ पठान [31] की शानदार पारियों की बदौलत भारत ने सात विकेट पर 153 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया। भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। मगर टीम इंडिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही और दूसरे ओवर में ही उसे रोहित शर्मा [5] के रूप में पहला झटका लगा। तीसरे नंबर पर आए सुरेश रैना से बड़ी उम्मीद थी, मगर वे भी पांच रन के निजी स्कोर पर चलता बने। पांचवें ओवर में भारत को तीसरा झटका लगा, जब गौतम गंभीर [14] ड्वेन ब्रावो के शिकार हुए। गंभीर ब्रावो की शार्ट गेंद को पुल करने की कोशिश में लेंडल सिमंस को कैच दे बैठे।

धौनी [11] भी 23 गेंद खेलने के बाद पवेलियन लौटे, आंद्रे फ्लेचर ने सीमारेखा के करीब उनका कैच च लपका। फ्लेचर हालांकि अगले ओवर में युवराज का कैच नहीं ले सके वर्ना भारत के लिए हालात और खराब हो सकते थे। वीरेंद्र सहवाग के चोटिल होने के कारण टूर्नामेंट से बाहर होने के बाद युवराज ने उपकप्तानी की जिम्मेदारी को बखूबी निभाया और भारत को संकट से उबारा। दूसरे छोर पर यूसुफ भी आक्रामक दिखे। उन्होंने ब्रावो की गेंद पर एक छक्का व चौका लगाकर भारत को जरूरत के समय अपनी मौजूदगी महसूस कराई। वेस्टइंडीज की ओर से ब्रावो ने 38 रन देकर चार और फिदेल एडव‌र्ड्स ने 24 रन पर तीन विकेट चटकाए।

युवी उपकप्तान बने


बाएं हाथ के आक्रामक बल्लेबाज युवराज सिंह को ट्वंटी 20 विश्व कप में चोटिल वीरेंद्र सहवाग की जगह भारतीय क्रिकेट टीम का उप कप्तान बनाया गया।

पिछले ट्वंटी 20 विश्व कप में एक ओवर में छह छक्के लगाने वाले 27 बरस के युवराज को वेस्टइंडीज के खिलाफ ला‌र्ड्स पर सुपर आठ चरण के मैच से पहले यह जिम्मेदारी सौंपी गई। बीसीसीआई सचिव एन श्रीनिवासन ने एक बयान में कहा, वीरेंद्र सहवाग की गैर-मौजूदगी में युवराज सिंह इंग्लैंड में आईसीसी ट्वंटी 20 विश्व कप में भारत के उप कप्तान होंगे। युवराज 2007-08 में कुछ समय के लिए भारतीय वनडे टीम के उप कप्तान रह चुके हैं। युवराज का उप कप्तान बनाया जाना अपेक्षित था क्योंकि टीम के सीनियर सदस्य होने के अलावा उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग में किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान के तौर पर अच्छा प्रदर्शन किया है। सहवाग कंधे की चोट के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो चुके हैं।

Tuesday, June 9, 2009

सहवाग टी 20 विश्व कप से बाहर

भारतीय क्रिकेटप्रेमियों को उस समय एक बड़ा झटका लगा जब टीम इंडिया के धुआंधार बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग कंधा चोटिल होने के कारण ट्वंटी 20 विश्व कप से बाहर हो गए। वह कंधे की सर्जरी के लिए दक्षिण अफ्रीका जाएंगे।

आईपीएल में मैच के दौरान सहवाग का कंधा चोटिल हुआ था। जिसके बाद उन्हें ट्वंटी 20 विश्व कप टीम के साथ यह कहकर ले जाया गया कि वह इस चोट से कुछ समय के बाद उबर जाएंगे। सहवाग ने लंदन में अभी तक न तो कोई अभ्यास मैच खेला है और न ही नेट पर अभ्यास किया है। हालांकि इससे पहले मीडिया में कुछ खबरें भी आई थीं कि सहवाग और टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी के बीच मतभेदों के चलते उन्हें अभ्यास मैच और बांग्लादेश के खिलाफ खेले गए पहले लीग मैच से बाहर रखा गया।

Monday, June 8, 2009

राहत महसूस कर रहे हैं कोलिंगवुड

इंग्लैंड के कप्तान पाल कोलिंगवुड आईसीसी टी 20 विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ 48 रन की शानदार जीत के साथ टूर्नामेंट में वापसी करने से राहत महसूस कर रहे हैं।

हालैंड की कमजोर टीम के हाथों टूर्नामेंट के पहले मैच में चार विकेट की शिकस्त के बाद इंग्लैंड टूर्नामेंट से बाहर होने के खतरे के बीच गु्रप बी के मैच में पाकिस्तान से भिड़ा लेकिन टीम ने जीत के साथ अगले दौर में पहुंचने की उम्मीदों को बरकरार रखा है। कोलिंगवुड ने जीत के बाद कहा, 'हम हालैंड से हार गए थे और इससे काफी गौरव जुड़ा था। हमें बड़ा झटका लगा था। आज लड़कों ने अच्छी बल्लेबाजी की।' उन्होंने कहा, 'टीम में काफी प्रतिबद्धता है। हम मैच जीतना चाहते थे। आज हमने एक उद्देश्य के साथ बल्लेबाजी की, गेंदबाजी में काफी दिमाग लगाया और हमारा क्षेत्ररक्षण बेहतरीन था।'

पाकिस्तान के कप्तान यूनुस खान ने हार के लिए लचर बल्लेबाजी को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, 'अगर आप विकेट गंवाते हो तो 185 का लक्ष्य मुश्किल हो जाता है। विशेषक पहले छह ओवर में। यह काफी मायने रखता है क्योंकि जब आप 185 रन के लक्ष्य का पीछा कर रहे हो और साझेदारी नहीं निभाते तो मुश्किल बढ़ जाती है।' उन्होंने कहा, 'क्षेत्ररक्षण भी चिंता का विषय है। हमने कई कैच छोड़े।'

Sunday, June 7, 2009

‘बार्बी’ गुड़िया की तरह दिखेंगी करीना


सिनेमा जगत की अभिनेत्री करीना कपूर आगामी फिल्म ‘कमबख्त इश्क’ में लोकप्रिय गुड़िया ‘बार्बी’ की रूप में नजर आएंगी। फिल्म में करीना की मेकअप कलाकार मल्लिका भट्ट ने इस संबंध में जानकारी दी।
उन्होंने कहा, “फिल्म में कुछ दृश्यों में करीना बार्बी की तरह दिखेंगी।” मल्लिका ने कहा कि फिल्म में करीना ने कुछ दृश्यों में बार्बी गुड़िया जैसे कपड़े पहने हैं।
उन्होंने कहा, “जब मैंने करीना को इस रूप में देखा तो मैं बोल पड़ी कि आप बार्बी गुड़िया की तरह दिख रही हैं।”
मल्लिका ने कहा कि फिल्म में करीना विभिन्न रूपों में नजर आएंगी। फिल्म ‘कमबख्त इश्क’ का निर्माण साजिद नाडियाडवाला ने किया है। फिल्म में करीना के अलावा अभिनेता अक्षय कुमार भी नजर आएंगे वहीं हॉलीवुड अभिनेता साइलवेस्टर स्टेलॉन, ब्रेंडॉन राउथ और डेनिस रिचर्ड भी पर्दे पर दिखेंगे।

अभी भी सुधार की जरूरत: धौनी


ट्वंटी 20 मैच में बांग्लादेश को 25 रन से हराने के बावजूद भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने कहा है कि शुरुआती और डैथ ओवरों में उनकी टीम को गेंदबाजी में सुधार करना होगा।

धौनी ने जीत के बाद कहा, इस जीत के बावजूद मुझे लगता है कि कई पहलुओं पर हमें सुधार करना होगा। मसलन शुरुआती और आखिर के ओवरों में गेंदबाजी और धारदार होनी चाहिए। उन्होंने 18 गेंद में 41 रन बनाने वाले युवराज सिंह की तारीफ करते हुए कहा, जब बीच के ओवरों में गौतम और मैं बल्लेबाजी कर रहे थे तो स्पिनरों को खेलना काफी मुश्किल हो गया था। गेंद बल्ले पर नहीं आ रही थी लिहाजा स्ट्रोक्स नहीं लग पा रहे थे। ऐसे में युवराज ने बेहतरीन पारी खेलकर टीम को अच्छा स्कोर दिया। रोहित ने भी शीर्षक्रम पर अच्छी पारी खेली।

उन्होंने कहा, हमारे पास उम्दा स्पिन गेंदबाज थे जिससे हमें बांग्लादेश पर दबाव बनान का मौका मिला। प्रज्ञान और यूसुफ ने अपने काम को बखूबी अंजाम दिया। यह पूछने पर कि क्या वे यूसुफ से आगे के मैचों में भी गेंदबाजी कराएंगे, धौनी ने कहा, हमारे पास दो नियमित स्पिनरों के अलावा रैना, रोहित, युवराज और यूसुफ जैसे कई विकल्प हैं। यह हालात पर निर्भर करता है कि कब कौन गेंदबाजी करेगा।

वहीं बांग्लादेश के कप्तान मोहम्मद अशरफुल ने कहा, मध्यक्रम में अच्छी साझेदारियां नहीं बन पाने से उनकी टीम को पराजय का सामना करना पड़ा। अशरफुल ने कहा, हमने शुरुआत अच्छी की लेकिन मध्यक्रम में कोई साझेदारी नहीं बन सकी। हमने गेंदबाजी और बल्लेबाजी भी अच्छी की पर फील्डिंग स्तरीय नहीं थी। हमने 20 रन फालतू दे डाले।

उन्होंने हालांकि यकीन जताया कि आयरलैंड को अगले मैच में हराकर उनकी टीम सुपर आठ चरण में पहुंचेगी। चार ओवर में 21 रन देकर चार विकेट लेने के साथ मैन आफ द मैच बने प्रज्ञान ओझा ने कहा, ट्वंटी 20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण वाले मैच में यह प्रदर्शन उनके लिए यादगार है और इसे वह पूरी उम्र नहीं भुला सकेंगे।

भारत की जीत में युवी चमका

गौतम गंभीर [50] व युवराज सिंह [41] की शानदार पारियों और प्रज्ञान ओझा [4/21] की धारदार गेंदबाजी की बदौलत भारत ने ट्वंटी 20 विश्व कप के अपने पहले मैच में बांग्लादेश को 25 रन से मात दी। भारत ने बांग्लादेश के सामने 181 रन का लक्ष्य रखा था। मगर बांग्लादेश की टीम 20 ओवर में आठ विकेट पर 155 रन ही बना सकी।

बांग्लादेश की टीम ने तेज शुरुआत की, मगर तीसरे ओवर में उसे पहला झटका लगा। तमीम इकबाल यूसुफ पठान की गेंद पर स्टंप हो गए। उस समय टीम का स्कोर 24 रन था। कप्तान मुहम्मद अशरफुल व जुनैद सिद्दिकी ने तेज बल्लेबाजी करते हुए पांच ओवर में टीम का स्कोर 50 रन से ऊपर पहुंचा दिया। इस बीच अशरफुल [11] ईशांत शर्मा की गेंद पर गंभीर को कैच थमा बैठे। शाकिब उल हसन भी तेज खेलने में मैन ऑफ द मैच ओझा की गेंद पर स्टंप हो गए। एक समय बांग्लादेश का स्कोर पांच विकेट पर 95 रन था। इसके बाद बांग्लादेश की टीम से जीत दूर होते चली गई। अंत में नईम इस्लाम ने 17 गेंद में 28 रन बनाकर जीत का अंतर जरूर कम करने की कोशिश की।

इसके पहले भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। भारत की शुरुआत काफी अच्छी रही। रोहित शर्मा व गंभीर ने पहले विकेट की साझेदारी में 59 रन जोड़े। इस बीच रोहित [36] शाकिब उल हसन की गेंद पर बोल्ड हो गए। तीसरे नंबर पर धौनी खुद बल्लेबाजी करने आए, मगर उन्होंने संभलकर खेलते हुए 21 गेंद में 26 रन बनाए। इसके बाद युवराज ने शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया। युवराज ने 17 गेंद में तीन चौके व चार छक्के की मदद से 41 रन बनाए। सुरेश रैना ने भी आठ गेंद में 10 रन बनाए। अंतिम ओवर में इरफान पठान ने तीन गेंद में 11 रन बनाए और टीम का स्कोर 180 तक पहुंचाया।

बांग्लादेश की ओर से नईम इस्लाम ने दो विकेट झटके, जबकि रुबेल हुसैन, शहादत हुसैन व शाकिब उल हसन को एक-एक विकेट मिला।

गेल के सामने पंगु बने कंगारू

क्रिस गेल ने अपने चिर-परिचित अंदाज में खेलते हुए ट्वंटी 20 विश्व कप में आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को पंगु बनाते हुए अपनी टीम को सात विकेट से जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। कंगारू टीम द्वारा दिए गए 170 रन के लक्ष्य को विंडीज टीम ने 15.5 ओवर में तीन विकेट गवांकर प्राप्त कर लिया।

इससे पहले आस्ट्रेलिया के कप्तान रिकी पोंटिंग ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया है। जिसको विंडीज के गेंदबाज जीरोम टेलर ने गलत साबित करते हुए वॉटसन और खुद पोंटिंग को शून्य पर आउट कर पवेलियन की राह दिखाई। टेलर ने मैच व अपने पहले ही ओवर की तीसरी गेंद पर वॉटसन को सरवन के हाथों लपकवाया जबकि अगली दो गेंद वाइड फेंकने के बाद उन्होंने पोंटिंग को एलबीडब्ल्यू आउट किया। माइकल क्लार्क पर पारी को संभालने की जिम्मेदारी थी लेकिन वह भी फिदेल एडव‌र्ड्स की गेंद पर सुलेमान बेन को दो रन के निजी स्कोर पर कैच दे बैठे।

आस्ट्रेलियाई टीम के लगातार विकेट गिरने के बावजूद वार्नर एक छोर पर डटे रहे। हालांकि बै्रड हैडिन ने 24 रन बनाकर टीम की डूबती नैया को पार लगाने की कोशिश की लेकिन वह भी पोलार्ड की गेंद पर बेन के हाथों लपके गए। इसी बीच वार्नर ने 42 गेंदों पर पांच चौकों और एक छक्के की मदद से पचासा ठोका।

Saturday, June 6, 2009

कोताही नहीं बरतेगा भारत

चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान पर धमाकेदार जीत से उत्साहित भारत ट्वंटी 20 में कोई कमी न बरतने के मंत्र को आत्मसात करके और 2007 के एक दिवसीय विश्व कप से सबक लेकर आईसीसी ट्वंटी 20 विश्व चैंपियनशिप में कल उलटफेर के बाजीगर बांग्लादेश के खिलाफ अपने खिताब की रक्षा का अभियान शुरू करेगा।

पाकिस्तान पर नौ विकेट की जीत से महेंद्र सिंह धौनी की टीम ने साबित कर दिया है कि वह अपने खिताब की रक्षा के लिए तैयार हैं, लेकिन कप्तान ने खिलाडि़यों को आगाह किया है कि वह इस छोटे प्रारूप में किसी भी टीम विशेषकर बांग्लादेश को कम आंकने की गलती न करें, जिसने वेस्टइंडीज में खेले गए विश्व कप में भारत को पहले दौर में बाहर कर दिया था। इंडियन प्रीमियर लीग खेलने के बाद तुरंत यहां पहुंचने वाली भारतीय टीम शानदार फार्म में है, लेकिन वह सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग और तेज गेंदबाज जहीर खान की चोट से परेशान है। इन दोनों के कंधे चोटिल हैं और इनका कल के मैच में खेलना संदिग्ध है।

धौनी को आशा है कि ये दोनों आयरलैंड के खिलाफ दस जून को होने वाले दूसरे मैच तक फिट हो जाएंगे। उन्होंने कहा, सहवाग के दूसरे मैच तक फिट होने की संभावना है, लेकिन हम देखेंगे। जहां तक जहीर का सवाल है तो उन्होंने गेंदबाजी शुरू कर दी है और आशा है कि वह दस जून तक फिट हो जाएंगे। यदि वह बांग्लादेश के खिलाफ मैच के लिए फिट भी हो जाते हैं तब भी हम कोई जोखिम नहीं उठाना चाहेंगे। यदि सहवाग नहीं खेलते हैं तो फिर गौतम गंभीर के साथ रोहित शर्मा का पारी का आगाज करना तय है। उन्होंने अभ्यास मैचों में न्यूजीलैंड के खिलाफ 36 रन की पारी खेलने के बाद पाकिस्तान के खिलाफ 80 रन की जोरदार पारी खेली थी और टीम को सहवाग की कमी नहीं खलने दी थी।

गंभीर ने पाक के खिलाफ नाबाद 52 रन बनाकर फार्म में वापसी के संकेत दिए जबकि रोहित किसी भी क्रम में खेलने में सक्षम हैं और वह भारतीय बल्लेबाजी क्रम के सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं। कप्तान धौनी, बेहतरीन फार्म में चल रहे सुरेश रैना, सिक्सर किंग युवराज सिंह और बिग हिटर यूसुफ पठान का मध्यक्रम में खेलना तय है। जहीर की फिटनेस टीम के लिए इसलिए चिंता का विषय है क्योंकि डेथ ओवरों में उसके गेंदबाज अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ आरपी सिंह और इरफान पठान अंतिम दो ओवरों में 31 रन दिए थे, जबकि पाकिस्तान के खिलाफ आरपी सिंह और प्रवीण कुमार ने 29 रन दिए।

धौनी ने कहा, हम फिर से पाकिस्तान के खिलाफ अंतिम दो ओवर में अच्छी गेंदबाजी नहीं कर पाए। हम यार्कर करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन इसका फायदा नहीं मिला। तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा का फार्म में लौटना हालांकि भारत के लिए अच्छी खबर है। वह आईपीएल में अपेक्षानुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए थे, लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ उन्होंने चार विकेट लिए और पाकिस्तान के खिलाफ भी कसी हुई गेंदबाजी की। भारत इस मैच में केवल एक स्पिनर हरभजन सिंह के साथ उतर सकता है और ऐसे में प्रज्ञान ओझा को इंतजार करना पड़ेगा।

भारत हालांकि अपने अनुभवी खिलाडि़यों और मजबूत बल्लेबाजी के दम पर बांग्लादेश को कमजोर आंकने की गलती नहीं करेगा जिसका उलटफेर करने का शानदार रिकार्ड है। पिछले ट्वंटी 20 विश्व कप में वेस्टइंडीज को बाहर करने वाले बांग्लादेश के बल्लेबाजों के आक्रामक तेवर किसी भी समय मैच का रुख पलट सकते हैं। कप्तान मोहम्मद अशरफुल ने भी भारत को आगाह कर दिया है कि उनकी टीम इस बार भी वनडे विश्व कप जैसा कारनामा दोहराने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, हमारा पहला लक्ष्य सुपर आठ में पहुंचना है लेकिन यदि भारत के खिलाफ हमारी शुरुआत अच्छी रहती है तो इससे आगे के मैचों के लिए हमारा आत्मविश्वास बढ़ेगा।

अशरफुल ने कहा, इस तरह के प्रारूप में कोई भी टीम किसी को हरा सकती है। यह लाटरी नहीं है, लेकिन यह इस पर निर्भर करता है कि उस दिन टीम कैसा प्रदर्शन करती है। बांग्लादेश का मजबूत पक्ष उसके प्रतिभावान खिलाड़ी हैं। सलामी बल्लेबाज तामिम इकबाल और अशरफुल किसी भी आक्रमण को ध्वस्त करने की क्षमता रखते हैं, जबकि सकीबुल हसन और मुशफिकर रहीम जानते हैं कि दबाव में कैसे खेलना है। बाएं हाथ के स्पिनर अब्दुर रज्जाक और सकीबुल बीच के ओवरों में रनों पर अंकुश लगा सकते हैं।

सकीबुल ने तो इस प्रारूप में अब अपना बेहतरीन खेल दिखाया है और भारत को उन पर विशेष निगाह रखनी होगी। भारतीय गेंदबाज यदि शुरू में बांग्लादेश को झटके दे देते हैं तो फिर उसकी टीम बिखर भी सकती है जो कि उसकी सबसे बड़ी कमजोरी है। इसके अलावा उसके मुख्य तेज गेंदबाज मशरेफी मुर्तजा भी अच्छी फार्म में नहीं हैं। मुर्तजा आईपीएल के बाद अभ्यास मैचों में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए थे।

नीदरलैंड की इंग्लैंड पर जीत

अपने बल्लेबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर नीदरलैंड जैसी कमजोर टीम ने शुक्रवार को मेजबान इंग्लैंड को आखिरी गेंद पर चार विकेट से हराकर आईसीसी ट्वंटी 20 विश्व कप का उलटफेर के साथ आगाज किया।

जीत के लिए 163 रन का लक्ष्य नीदरलैंड ने मैच की आखिरी गेंद पर नाटकीय तरीके से हासिल किया जब उसे आखिरी गेंद पर दो रन चाहिए थे और गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने जब गेंद रोकी तो बल्लेबाज आर टेन डजटेच और ई सिफेरली एक रन ही दौड़ सके थे। ब्रॉड के ओवरथ्रो पर एक रन और दौड़कर उन्होंने नीदरलैंड को यह अप्रत्याशित जीत दिलाई। इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए ल्यूक राइट [71] और रवि बोपारा [46] की शतकीय साझेदारी के दम पर पांच विकेट पर 162 रन बनाए थे। नीदरलैंड के बल्लेबाजों ने मुश्किल लग रहे इस लक्ष्य को भी आसान बना दिया। उसके लिए डि ग्रूथ ने 30 गेंद में छह चौकों और एक छक्के की मदद से 49 रन बनाए। पीटर बोरेन [25 गेंद में 30] और डजटेच [17 गेंद में नाबाद 22] ने उपयोगी पारियां खेली।

इंग्लैंड के गेंदबाज नीदरलैंड के अनुभवहीन बल्लेबाजों पर अंकुश नहीं लगा सके और ढीले क्षेत्ररक्षण ने रही सही कसर पूरी कर दी। नीदरलैंड की शुरुआत खराब रही और पहले ही ओवर में जेम्स एंडरसन ने ए केरवीजी को ब्रॉड के हाथों लपकवाया। इसके बाद डी रीकर्स ने आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए एंडरसन को दो छक्के जड़े लेकिन 13 गेंद में 20 रन बनाने के बाद वह चौथे ओवर में ब्रॉड का शिकार हो गए। उस समय स्कोर बोर्ड पर 23 रन टंगे थे। बी ज्यूडीरेंट [14] ने डि ग्रूथ के साथ 43 रन की साझेदारी की। उन्हें आदिल रशीद ने पवेलियन भेजा।

डि ग्रूथ को अब बोरेन के रूप में अच्छा सहयोगी मिल गया और दोनों ने इंग्लैंड के गेंदबाजों की मैदान के चारों ओर धुनाई करते हुए रन बंटोरे। डि ग्रूथ ने अपनी पारी में छह चौके और एक छक्का लगाया जबकि बोरेन ने एक चौका और एक छक्का जड़ा। विकेट गिरने के बावजूद हालैंड की रनगति पर अंकुश नहीं लगा। डजटेच ने सिर्फ 17 गेंद में नाबाद 22 रन बनाकर टीम की जीत सुनिश्चित की। नीदरलैंड के बल्लेबाजों के दबदबे का अनुमान इसी बात से लगता है कि इंग्लैंड की पारी में कोई छक्का नहीं लग सका था जबकि नीदरलैंड के बल्लेबाजों ने चार छक्के जड़े।

इससे पहले सलामी बल्लेबाज राइट और बोपारा के बीच पहले विकेट की साझेदारी में बने 102 रन की बदौलत इंग्लैंड ने पांच विकेट पर 162 रन बनाए। पहले बल्लेबाजी के लिए भेजी गई इंग्लैंड टीम की शुरुआत शानदार रही लेकिन दस ओवर के बाद हड़बड़ी में पांच विकेट गंवाने से वह विशाल स्कोर नहीं बना सकी। बोपारा के 12वें ओवर में आउट होने के बाद इंग्लैंड को कोई बड़ी साझेदारी नहीं मिल सकी और बल्लेबाजों ने गैर-जिम्मेदाराना तरीके से विकेट गंवाए। मेजबान टीम के पहले 100 रन 11 ओवर में बने लेकिन बाकी नौ ओवर में वह सिर्फ 62 रन ही बना सके।

बोपारा और राइट को पवेलियन भेजने वाले टेन डजटेच नीदरलैंड के सबसे कामयाब गेंदबाज रहे जिन्होंने चार ओवर में 35 रन देकर दो विकेट लिए। इससे पहले बोपारा ने ड्रिक नेनिंस की पहली ही गेंद पर चौका लगाकर आक्रामक शुरुआत की। राइट ने भी उनका बखूबी साथ निभाते हुए नीदरलैंड के गेंदबाजों की धुनाई की। दोनों ने पहले छह ओवर में 50 रन बना लिए। बोपारा ने 34 गेंद की पारी में पांच चौकों की मदद से 46 रन बनाए जबकि राइट ने सिर्फ 49 गेंद में 71 रन जोड़े जिसमें आठ चौके शामिल हैं। दस ओवर के बाद इंग्लैंड ने बिना कोई विकेट गंवाए 89 रन बना लिए थे।

डजटेच ने 12वें ओवर में नीदरलैंड को बहुप्रतीक्षित सफलता दिलाई जब छक्का लगाने के प्रयास में बोपारा चूके और सीलार को कैच थमा दिया। ओवैस शाह [पांच] क्रीज पर राइट का साथ देने आए लेकिन टिक नहीं सके। सिफेरली की गेंद पर वह केरवीजी को कैच देकर पवेलियन लौटे। इस बीच राइट ने अपना अर्धशतक पूरा कर लिया लेकिन दोहरे झटके से रनगति धीमी हो गई थी। इस समय भी लग रहा था कि इंग्लैंड 175 के आंकड़े को पार कर लेगा लेकिन ईयोन मोर्गन [6] और कप्तान पाल कोलिंगवुड [11] के भी जल्दी आउट होने से ऐसा नहीं हो सका। राइट की पारी का अंत 18वें ओवर में डजटेच ने किया और उनका कैच बोरेन ने लपका।

Thursday, June 4, 2009

ट्वेंटी-20 : वर्ल्ड वॉर

ताबड़तोड़ क्रिकेट की बादशाहत के लिए बारह टीमें अगले करीब एक पखवाड़े तक जद्दोजहद करेंगी और ट्वे
ंटी-20 क्रिकेट के आंकड़ों पर नजर डालें तो मौजूदा चैंपियन भारत, उपविजेता पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा भारी लग रहा है। ट्वेंटी-20 वर्ल्ड कप का आगाज शुक्रवार को मेजबान इंग्लैंड और हॉलैंड के बीच लॉर्ड्स पर होने वाले मैच से होगा। भारत को अपना पहला मैच शनिवार को बांग्लादेश से खेलना है।

चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ प्रैक्टिस मैच में बुधवार को नौ विकेट से धमाकेदार जीत दर्ज करने से पहले भारत को न्यू जीलैंड के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन 2007 में साउथ अफ्रीका में खेले गए फाइनल की तर्ज पर पाकिस्तान को हराने के साथ महेंद्र सिंह धोनी ऐंड कंपनी के हौसले बुलंद हैं और उसे आईपीएल-2 के अनुभव का फायदा भी मिलेगा। पांच से 21 जून तक चलने वाले इस टूर्नामंट में बारह टीमों को चार ग्रुप में बांटा गया है। भारत ग्रुप 'ए' में आयरलैंड और बांग्लादेश के साथ है। ग्रुप 'बी' में पाकिस्तान, इंग्लैंड और हॉलैंड है। ग्रुप 'सी' में ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका और वेस्ट इंडीज है और इसे 'ग्रुप ऑफ डेथ' भी कहा जा सकता है। न्यू जीलैंड, साउथ अफ्रीका और स्कॉटलैंड ग्रुप 'डी' में है।

इंग्लैंड और हॉलैंड के बीच शुक्रवार को वर्ल्ड चैंपियनशिप के पहले मुकाबले में निश्चित तौर पर मेजबान का पलड़ा भारी होगा। लेकिन हॉलैंड के कप्तान और विकेटकीपर जेरोन स्मिट्स को पूरा यकीन है कि उनकी टीम उलटफेर करेगी। उन्होंने कहा, 'हमारे पास बेहतरीन ट्वेंटी-20 टीम है और हम बड़ी टीमों को चौंका देंगे।' हॉलैंड के पास मिडिलसेक्स के लिए काउंटी क्रिकेट खेलने वाला पेसर डिर्क नानेस है, जिसने प्रैक्टिस मैचों में भले ही अच्छा प्रदर्शन नहीं किया हो लेकिन आईपीएल-2 में दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए वह बेहतरीन फॉर्म में थे। उनके शानदार प्रदर्शन की वजह से ऑस्ट्रेलियाई धुरंधर ग्लेन मैकग्रा को बेंच पर बैठना पड़ा था। ऑलराउंडर रियान टेन डोशेट भी एसेक्स के लिए काउंटी क्रिकेट खेलते हैं।

दूसरी ओर काउंटी स्तर पर ट्वेंटी-20 क्रिकेट की सबसे पहले शुरुआत करने वाले इंग्लैंड ने कभी कोई बड़ा वने डे टूर्नामंट नहीं जीता है और इस बार भी वह प्रबल दावेदारों में नहीं है। प्रैक्टिस मैच में स्कॉटलैंड को हराने में उसे काफी पापड़ बेलने पड़े। पहले प्रैक्टिस मैच में हालांकि उसने वेस्ट इंडीज को हराया, जिसे इस सत्र में वह टेस्ट और वन डे सीरीज में पहले ही रौंद चुका है। इंग्लैंड को इस टूर्नामंट में स्टार ऑलराउंडर एंड्रू फ्लिंटॉफ की कमी खलेगी, जो घुटने की चोट के कारण टीम से बाहर हैं। लेकिन बल्लेबाज केविन पीटरसन अब पूरी तरह फिट हैं।

एशेज को ध्यान में रखते हुए इंग्लैंड के नियमित कप्तान एंड्रू स्ट्रॉस ने ट्वेंटी-20 क्रिकेट में खराब फॉर्म का हवाला देकर नाम वापस ले लिया। उनकी जगह कमान संभाल रहे पाल कोलिंगवुड का मानना है कि अपेक्षाओं का दबाव नहीं होने से उनकी टीम को फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा, 'हम छुपे रुस्तम साबित होंगे। उम्मीद है कि इस बार बेहतरीन प्रदर्शन कर दिखाएंगे। दो साल पहले हुए पहले ट्वेंटी-20 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड एकमात्र जीत जिंबाब्वे पर दर्ज कर सका था।

Saturday, May 30, 2009

नेहा का खेल प्रेम!

परदे पर रोमांटिक भूमिकाएँ निभाने वाली नेहा धूपिया को खेलों से भी प्रेम है। स्कूल और कॉलेज के दिनों में वे प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेती रहती थीं। वे बहुत अच्छी तैराक हैं। टेनिस और क्रिकेट खेलना भी जानती हैं।
इन दिनों नेहा शूटिंग में लगातार व्यस्त हैं, लेकिन खेलना उन्होंने छोड़ा नहीं है। स्क्वैश में उनकी रुचि इन दिनों जागी है। अब ये मत पूछिए कि क्यों? एक प्रशिक्षक उन्हें इस खेल की बारीकियाँ सिखा रहा है और नेहा को इस खेल में आनंद आ रहा है।
फिलहाल नेहा को बेसब्री से ‘पेइंग गेस्ट्स’ के प्रदर्शित होने का इंतजार है, जो बॉलीवुड में चल रहे विवाद के कारण रुकी हुई है। इसमें नेहा कॉमेडी करते हुए नजर आएँगी।

Friday, May 29, 2009

एंजलीना से दीपिका ज्यादा खूबसूरत

यदि आप ऐसा सोचते हैं कि भारतीय अभिनेत्री दीपिका पादुकोण हॉलीवुड की अभिनेत्री एंजलीना जोली से ज्यादा खूबसूरत हैं तो आपकी और हॉलीवुड के निर्देशक रॉब कोहेन की सोच मिलती है। रॉब कोहेन का मानना है कि दीपिका पादुकोण भारतीय सिनेमा का नया चेहरा हैं और भारत के बाहर भी उन्हें लोग बेहद पसंद करते हैं। ‘फास्ट एंड फ्यूरियस’ जैसी फिल्म बनाने वाले कोहेन का कहना है ‘एंजलीना जोली की तुलना में दीपिका ज्यादा खूबसूरत हैं।‘ रॉब कोहेन ने इस बात का भी संकेत दिया है कि वे अपनी आगामी फिल्म में दीपिका को साइन करना चाहते हैं। फिलहाल दोनों के बीच बातचीत चल रही है और दोनों में से कोई भी इस बारे में बात पक्की होने तक कुछ भी कहना नहीं चाहता। मॉडल से अभिनेत्री बनीं दीपिका के बारे में कहा जा रहा है कि उनका लुक अंतरराष्ट्रीय स्तर का है। इसी वजह से उन्हें कई फैशन पत्रिकाओं ने अपनी कवर गर्ल बनाया है। हाल ही में मैक्सिम मैग्जीन ने दीपिका को ‘द हॉटेस्ट गर्ल ऑन अर्थ’ चुना है। इसकी वजह है दीपिका का इंटरनेशनल लुक और उनके प्रशंसकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।

IFMदीपिका की प्रशंसा करते हुए रॉब कोहेन कहते हैं ‘दीपिका युवा, खूबसूरत होने के साथ-साथ प्रतिभाशाली भी हैं और वे फैशन जगत और सिनेमा में तहलका मचाने की क्षमता रखती हैं। मॉडल के ‍रूप में उनका अपना एक स्टाइल है और इसी वजह से दुनिया की तमाम बड़ी कंपनियों के उत्पाद का वे प्रचार कर रही हैं।

फिर से विश्व कप जीतने का भरोसा

मुंबई में न्यू हेयर स्टाइल में युवराज सिंह और साथ में कप्तान धोनी व जहीर खान
भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने पांच जून से इंग्लैंड में होने वाले टवेंटी 20 विश्व कप क्रिकेट टूर्नामेंट को लेकर टीम पर किसी प्रकार के दबाव की खबरों को नकारते हुए विश्वास जताया है कि भारत दुबारा यह खिताब जीतेगा।टीम के इंग्लैंड रवाना होने से पहले संवाददाताओं से बात करते हुए धोनी ने कहा कि उनकी टीम विश्व कप के लिए हर तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि टीम में कई अच्छे बल्लेबाज और गेंदबाज हैं. साथ ही “पार्ट टाइम” गेंदबाजों की मौजूदगी से और भी विकल्प खुल गए हैं।उन्होंने साथी खिलाडियों को सावधान करते हुए कहा “ इस खेल में बंगलादेश और आयरलैंड जैसी टीमें भी बडी टीमों को हरा सकती हैं इसलिए किसी को हल्के में लेने की बजाय टीम को पूरी क्षमता का प्रदर्शन करना होगा।” विजेता होने के दबाव से इंकार करते हुए धोनी ने कहा “आईपीएल में नये खिलाडियों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलने का अनुभव मिला और इन्होंने दबाव झेलना सीख लिया है। यह हमारे लिए सकारात्मक संकेत है। हमने किसी भी टीम से ज्यादा ट्वेंटी- 20 मैच खेले हैं यह हमारे खिलाडियों के लिए ज्यादा फायदेमंद साबित होगा।” भारतीय कप्तान ने कहा कि थकान उनकी टीम के लिए नयी बात नहीं है। लंबे समय से उनके खिलाडी इस समस्या का सामना करते रहे हैं। उन्होंने कहा –“हम थकान के आदी हो चुके हैं। अब तक हमारे खिलाडी इसका मुकाबला बेहतर ढंग से करते आए हैं। इससे फिटनेस के प्रति खिलाडियों की जागरूकता बढी है।” धोनी ने कहा कि भारतीय क्रिकेटरों को हर जीत या हार पर प्रशंसकों की चरम प्रतिक्रिया झेलने के लिए तैयार रहना पड़ता है। उन्होंने कहा “यह सब खेल का हिस्सा है। हम ज्यादा से ज्यादा से इतना कर सकते हैं कि अभ्यास और खेल के दौरान अपनी पूरी ताकत से खेलेंगे तभी मनमुताबिक परिणाम आ सकते हैं।” भारतीय टीम की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि टीम में अच्छे खिलाड़ियों की मौजूदगी से उन पर से कप्तानी का दबाव कम हो गया है। उन्होंने कहा “मैं सौभाग्यशाली हूं कि पिछले ट्वेंटी- 20 विश्व कप से अब तक हर मैच में हमारी टीम के खिलाड़ी उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन करते आए हैं। ” इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की तारीफ करते हुए धोनी ने कहा कि यह भारतीय क्रिकेट और खिलाड़ियों के हित में है। उन्होंने कहा कि ओपनर खिलाड़ियों का फार्म में न होना चिंता की बात नहीं है और वह कभी भी फार्म में लौट सकते हैं।गेंदबाजी के बारे में भारतीय कप्तान ने कहा “हमारी टीम में तेज गेंदबाजों और स्पिनरों का अच्छा मिश्रण है । उनका साथ देने के लिए अच्छे आलराउंडर हैं। इस कारण हम बाकी टीमों के मुकाबले ज्यादा मजबूत हैं।” धोनी ने कहा कि विश्व कप शुरू होने के पहले सभी टीमों को अभ्यास मैच खेलने होंगे इसलिए अभ्यास शिविर नहीं आयोजित होने से टीम की तैयारी पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।

Sunday, May 24, 2009

डक्कन चार्जर्स बना चैंपियन


पिछले साल की फिसड्डी टीम और इस साल की चैंपियन। एडम गिलक्रिस्ट की अगुवाई में डक्कन चार्जर्स ने सारे दावे को दरकिनार कर इंडियन प्रीमियर लीग के दूसरे सत्र में रविवार को हुए रोमांचक खिताबी मुकाबले में बाजी मारते हुए बेंगलूर रॉयल चैलेंजर्स पर छह रन से जीत हासिल कर चमचमाती ट्राफी पर कब्जा कर लिया।
आईपीएल में यह रोचक संयोग था कि पिछले साल आठवें स्थान पर रही डक्कन इस बार विजेता जबकि सातवें स्थान पर आने वाली बेंगलूर की टीम उपविजेता बनी। वैसे मैच काफी उतार चढ़ाव वाल रहा लेकिन अनिल कुंबले के करिश्मे से अधिकतर समय अपना पलड़ा भारी रखने वाली बेंगलूर की टीम अंतिम दस ओवर में मैच तथा कई बहुमूल्य रत्नों से जड़ी चमचमाती ट्राफी और चार करोड़ 80 लाख डालर की ईनामी राशि गंवा गई।
कुंबले ने पारी के शुरुआती ओवर से ही विकेट निकाले तथा एडम गिलक्रिस्ट [0], एंड्रयू सायमंड्स [33] और रोहित शर्मा [24] जैसे खतरनाक बल्लेबाजों सहित 16 रन देकर चार विकेट लिए। हर्शल गिब्स ने 48 गेंद पर नाबाद 53 रन बनाए जिससे डक्कन छह विकेट पर 143 रन बनाने में सफल रहा। इसके जवाब में बेंगलूर रॉयल चैलेंजर्स ने पहले दस ओवर में तीन विकेट पर 69 रन बनाए थे लेकिन अंतिम दस ओवर में उसने 50 रन के अंदर छह विकेट गंवाए और नौ विकेट पर 137 रन से आगे नहीं बढ़ पाया। इस तरह से विजय माल्या की टीम को उपविजेता से ही संतोष करना पड़ा जिसके लिए उसे दो करोड़ 40 लाख रुपये की ईनामी राशि मिली। बेंगलूर के शीर्ष क्रम के चार बल्लेबाजों को आउट करने वाले प्रज्ञान ओझा ने 28 रन देकर तीन विकेट हासिल किए जबकि सायमंड्स और हरमीत सिंह को दो-दो विकेट मिले।
डक्कन की इस जीत का श्रेय निश्चित तौर पर उसके गेंदबाजों को जाता है जिन्होंने सही लाइन और लेंग्थ से गेंदबाजी करके बेंगलूर के बल्लेबाजों को खुलकर नहीं खेलने दिया और उन पर दबाव बनाए रखा। बेंगलूर के चोटी के बल्लेबाजों की असफलता उसकी हार का कारण बनी। जैक्स कालिस [16] फिर से बड़ी पारी खेलने में असफल रहे और शुरू में ही आरपी सिंह की गेंद पर बोल्ड हो गए। आईपीएल में भारत के पहले शतकवीर मनीष पांडे [4] का जादू आज नहीं चल पाया और वह ओझा की पहली गेंद पर पवेलियन लौट गए। रीलोफ वान डर मर्व [32] ने हैरिस के तीसरे ओवर में लांग ऑफ और लांग आन पर छक्के जड़े और फिर सायमंड्स का स्वागत भी डीप स्क्वायर लेग पर छक्का जमाकर किया, लेकिन ओझा ने उन्हें एडम गिलक्रिस्ट के हाथों स्टंप आउट करा दिया।
राहुल द्रविड़ [9] आज क्षेत्ररक्षण और बल्लेबाजी किसी में भी रंग में नहीं दिखे और हरमीत की गेंद पर पैडल शाट मारने के चक्कर में बोल्ड हो गए। रॉस टेलर [27] ने हरमीत सिंह पर लगातार दो चौके जमाकर शुरुआत की लेकिन सायमंड्स का ओवर मैच का टर्निग प्वाइंट बन गया। बेंगलूर को जब 35 गेंद पर 45 रन की जरूरत थी तब टेलर सही तरह से पुल नहीं कर पाए और डीप स्क्वायर लेग पर वेणुगोपाल राव को कैच दे गए। गिलक्रिस्ट ने अगली गेंद पर बड़ी खूबसूरती से विराट कोहली [7] को स्टंप आउट किया। अब डक्कन के प्रशंसक उछल रहे थे और बेंगलूर टीम को चाहने वालों के चेहरों पर निराशा छाने लगी थी। हरमीत ने मार्क बाउचर को गिब्स के हाथों कैच कराकर विजय माल्या के शिविर में सनसनी फैला दी। मध्यम गति के इस गेंदबाज ने 22 रन देकर दो विकेट लिए। रोबिन उथप्पा [नाबाद 17] के कुछ करारे शाट भी बेंगलूर की जीत के लिए नाकाफी थे।
इससे पहले कुंबले ने गिलक्रिस्ट के तूफान को शुरू में ही ठंडा करके बेंगलूर को शानदार शुरुआत दिलाई। सेमीफाइनल में 85 रन की तूफानी पारी खेलने वाले गिलक्रिस्ट इस लेग स्पिनर की गुगली पर पूरी तरह चूक कर बोल्ड हो गए। आर विनयकुमार ने नए बल्लेबाज टी सुमन [10] को पवेलियन भेजकर डेक्कन का स्कोर दो विकेट पर 18 रन कर दिया। मध्यम गति के इस गेंदबाज को जल्द ही सायमंड्स का विकेट भी मिल जाता लेकिन टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक कैच लेने वाले द्रविड़ ने स्लिप में उनका आसान कैच टपका दिया। तब इस बल्लेबाज ने केवल पांच रन बनाए थे। सायमंड्स ने इसके बाद कालिस पर लगातार दो चौके लगाए और फिर बाएं हाथ के स्पिनर वान डर मर्व की गेंद पर पारी का पहला छक्का जड़ा। यह आलराउंडर हालांकि बड़े अजीबोगरीब तरीके से बोल्ड हुआ। कुंबले ने फिर से गुगली की जो सायमंड्स के बाजू और जांघ से लगकर लेग स्टंप उखाड़ गई। चार चौके और एक छक्का लगाने वाले सायमंड्स को भी विश्वास नहीं हुआ कि उनकी 21 गेंद की पारी समाप्त हो गई है।

Saturday, May 23, 2009

मनमोहन की नई टीम

डॉ. मनमोहन सिंह सरकार के छह मंत्रियों के विभागों की आज घोषणा कर दी गई है। प्रणब मुखर्जी को जहां वित्तमंत्री बनाया गया है, वहीं पी. चिदंबरम को गृहमंत्रालय सौंपा गया है। आज हुए मंत्रालयों के बंटवारे में तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी को रेल मंत्रालय मिला।एस.एम. कृष्णा देश के विदेशमंत्री होंगे।वहीं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता शरद पवार को एकबार फिर कृषि मंत्रालय मिला है। जबकि ए.के. एंटनी देश का रक्षा मंत्रालय संभाले रहेंगे।गुलाम नबी आजाद को संसदीय कार्यमंत्री बनाया गया है और कमलनाथ को वाणिज्य मंत्रालय सौंपा गया है।इसके अलावा बाकी मंत्रालय फिलहाल प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के पास रहेंगे।

कौन होगा विजेता?


दक्षिण अफ्रीका में चल रहे बहुचर्चित आईपीएल के दूसरे संस्करण का समापन जोहानिसबर्ग में 24 मई को होने वाले फाइनल से होगा।
यह फाइनल डेक्कन चार्जर्स और बेंगलुरु रायल के बीच होगा। डेक्कन ने डेयरडेविल्स को तथा बेंगलुरु ने चेन्नई को सेमीफाइनल में हराकर फाइनल में जगह बनाई है।
कब शुरु होगा मैच
फाइनल भारतीय समयानुसार रात 7.30 बजे से होगा।
फाइनल मुकाबले को लेकर रॉयल चैलेंजर के कप्तान अनिल कुंबले ने कहा है कि हम पिछले दो सप्ताह से शानदार क्रिकेट खेल रहे हैं और फाइनल में पहुंचना तो बेहद खास है। द्रविड़ और मनीष पांडे ने शानदार प्रदर्शन किया।

Tuesday, April 7, 2009

न्यूजीलैंड में जीता भारत

टीम इंडिया बारिश के कारण भले ही तीसरे टेस्ट में तयशुदा जीत से महरूम रह गई हो लेकिन न्यूजीलैंड की धरती पर 41 साल बाद पहली टेस्ट सीरीज जीतने का श्रेय उसने हासिल कर लिया। तीसरे टेस्ट के पांचवें और आखिरी दिन बारिश के कारण भारत 2-0 से जीतने से वंचित रह गया।
जीत के लिए 617 रन के नामुमकिन से लक्ष्य का पीछा करते हुए न्यूजीलैंड का स्कोर लंच के बाद आठ विकेट पर 281 रन था लेकिन बारिश के कारण मैच ड्रा हो गया। भारत को तीन मैचों की सीरीज में 1-0 से जीत से ही संतोष करना पड़ा। हैमिल्टन में पहला टेस्ट उसने 10 विकेट से जीता था जबकि नेपियर में दूसरा मैच ड्रा रहा। तीसरा टेस्ट ड्रा रहने के बावजूद कीवी सरजमीं पर टेस्ट सीरीज जीतने का भारत का 41 साल का इंतजार खत्म हो गया। इससे पहले 1968 में मंसूर अली खान पटौदी की कप्तानी में भारत ने न्यूजीलैंड को उसकी धरती पर हराया था।
मैच में पांचों दिन दबदबा बनाने वाले भारतीयों ने आज सुबह चार विकेट लेकर जीत तय कर ली थी लेकिन लंच के आधे घंटे के बाद बारिश के कारण खेल रोक देना पड़ा। उस समय डेनियल विटोरी 15 और इएन ओब्रायन 19 रन बनाकर खेल रहे थे। आधे घंटे बाद कुछ देर के लिए कवर हटाए गए तो लग रहा था कि भारत 100वीं टेस्ट जीत दर्ज कर लेगा। लेकिन तुरंत बारिश होने से सारी उम्मीदों पर पानी फिर गया। निर्धारित समय से करीब डेढ घंटे पहले भारतीय समयानुसार सवा दस बजे मैच ड्रा होने की घोषणा कर दी गई।
इससे पहले भारतीय ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह और मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने कीवियों को बैकफुट पर धकेल दिया था। कल के नाबाद बल्लेबाज रॉस टेलर और जेम्स फ्रेंकलिन ने आज 59 की जोड़े। इसी बीच टेलर ने 158 गेंदों पर पंद्रह चौकों की मदद से अपना शतक पूरा किया। भारत की जीत में आडे़ आ रही इस जोड़ी को हरभजन सिंह ने टेलर को 107 रन के निजी स्कोर पर बोल्ड कर तोड़ा। इसके बाद बेंडन मैक्कुलम ने फ्रेंकलिन के साथ मिलकर टीम को संभालने की कोशिश की लेकिन राहुल द्रविड़ ने सचिन की गेंद पर उनका शानदार कैच लपकते हुए उन्हें छह रन पर पवेलियन चलता किया। कुछ देर बाद ही सचिन का अगला शिकार फ्रेंकलिन बने। तेंदुलकर ने उन्हें उनके अर्धशतक से एक रन पहले एलबीडब्ल्यू आउट किया।

Saturday, March 21, 2009

बिग-बी और स्मॉल-बी के साथ विद्या


अमिताभ बच्चन और अभिषेक बच्चन के साथ भला कौन काम करना नहीं चाहेगा। वो लोग अपने को लकी मानते हैं, जिन्हें बिग-बी के साथ काम करने का अवसर मिलता है। इस हिसाब से तो विद्या बालन को अपने आपको सुपरलकी मानना चाहिए क्योंकि बिग-बी और स्मॉल-बी के साथ वे फिल्म कर रही हैं। एक ही फिल्म में दोनों बच्चन्स के साथ काम करने का उन्हें अवसर मिला है। ‘चीनी कम’ वाले बाल्की ‘पा’ नामक फिल्म बना रहे हैं, जो पिता-पुत्र के रिश्ते पर आधारित है। इस फिल्म के लिए अमिताभ और अभिषेक की जोड़ी से बेहतर पसंद और कौन सी हो सकती है। इन दोनों के साथ विद्या बालन भी फिल्म में प्रमुख भूमिका निभा रही हैं। अमिताभ और अभिषेक की विद्या बहुत बड़ी प्रशंसक हैं। वे बाल्की को शुक्रिया पर शुक्रिया अदा किए जा रही हैं कि उन्होंने विद्या को दोनों मनपसंद स्टार्स के साथ काम करने का अवसर दिया।

33 साल का सूखा खत्म

हैमिल्टन। हरभजन सिंह के फिरकी के जाल में कीवी बल्लेबाजों को बांधने के बाद भारत ने 33 साल में न्यूजीलैंड की धरती पर पहला टेस्ट जीतने के साथ ही तीन मैचों की सीरीज में 1-0 से बढ़त बना ली।
भारतीय ऑफ स्पिनर ने बेहतरीन गेंदबाजी का प्रदर्शन करते हुए न्यूजीलैंड के छह विकेट 63 रन देकर चटकाए। मेजबान टीम दूसरी पारी में भी 279 रन पर आउट हो गई। भारत ने जीत के लिए 39 रन का आसान लक्ष्य 5.2 ओवर में हासिल करके दस विकेट से जीत दर्ज की। न्यूजीलैंड के लिए ब्रेंडन मैक्कुलम [84] और डेनियल फ्लिन [67] ने कुछ देर किला लड़ाया लेकिन भारत की जीत दीवार पर लिखी इबारत की तरह साफ थी। गौतम गंभीर [30] ने जैसे ही विजयी रन बनाया, भारतीय ड्रेसिंग रूम में मौजूद खिलाड़ी खुशी से झूम उठे। भारत ने इससे पहले न्यूजीलैंड में मंसूर अली खान पटौदी की अगुवाई में 1968 में टेस्ट सीरीज जीती थी। न्यूजीलैंड की धरती पर भारत ने 1976 के बाद कोई टेस्ट जीता है। तब भारत ने आकलैंड टेस्ट जीतकर सीरीज 1-1 से बराबर की थी। दूसरा टेस्ट अब नैपियर में 26 मार्च से खेला जाएगा।
मैक्कुलम और लेन ओब्रायन [14] ने नौवें विकेट के लिए 76 रन की साझेदारी करके न्यूजीलैंड को पारी की हार से बचाया। एक समय पर न्यूजीलैंड के आठ विकेट 199 रन पर उखड़ चुके थे और भारत को दोबारा बल्लेबाजी को उतारने के लिए उसे 43 रन की जरूरत थी। ऐसे में मैक्कुलम ने 13वां अर्धशतक लगाने के साथ उपयोगी पारी खेली। इसके साथ ही उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 2000 रन भी पूरे कर लिए। ओब्रायन भी 100 मिनट तक क्रीज पर डटे रहे लेकिन हरभजन ने उन्हें सिली प्वाइंट पर गौतम गंभीर के हाथों लपकवाया।
जीत के लिए 39 रन का आसान लक्ष्य देख भारत ने गंभीर के साथ राहुल द्रविड़ [8] को उतारा। भारत की जीत के सूत्रधार सचिन तेंदुलकर [160] के अलावा हरभजन रहे जिन्होंने 23वीं बार पारी में पांच से अधिक विकेट लिए। विदेशी सरजमीं पर यह उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
न्यूजीलैंड ने दिन की शुरुआत विकेट बचाकर खेलने की रणनीति के साथ की। टेलर और फ्लिन ने करीब एक घंटा क्रीज पर बिताया। इसके बाद मुनफ पटेल ने टेलर को आउट करके भारत का जीत के लिए इंतजार कुछ कम कर दिया। सहवाग ने गली में उनका कैच लपका। पहली पारी के शतकवीर जेसी राइडर ने मुनफ और जहीर को कुछ अच्छे शॉट लगाए। हरभजन ने राइडर को काफी परेशान किया। उनके पिछले ओवर में कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने फ्लिन का कैच छोड़ा था। फ्लिन ने ईशांत शर्मा की गेंद पर कवर में चौका लगाकर दस टेस्ट में अपना तीसरा अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने अपनी पारी में 10 चौके लगाए। करीब छह घंटे क्रीज पर डटे रहे फ्लिन 67 रन बनाकर हरभजन की गेंद पर शॉर्ट लेग में गौतम गंभीर द्वारा लपके गए। पहली पारी में 118 रन बनाने वाले कीवी कप्तान डेनियल विटोरी को हरभजन ने गली में लपकवाया। मैक्कुलम और ओब्रायन ने भारत को जीत के लिए दो घंटे और प्रतीक्षा कराई। भारत की पहली पारी में 160 रन बनाने वाले मैन ऑफ द मैच तेंदुलकर बाएं हाथ की अंगुली में चोट के कारण मैदान पर नहीं उतरे।

Sunday, March 8, 2009

छक्को का रिकॉर्ड

भारत और न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों ने तीसरे वनडे में गेंदबाजी की धूल उड़ाते हुए कुल 31 छक्के ठोक डाले जो वनडे क्रिकेट के इतिहास में एक मैच में सर्वाधिक छक्कों का विश्व कीर्तिमान बना दिया। भारत ने इसके अलावा एक पारी में सर्वाधिक 18 छक्के लगाने के विश्व रिकार्ड की एक बार फिर बराबरी ली।
एक मैच में सबसे अधिक सर्वाधिक छक्कों के मामले में पिछला रिकार्ड 26 छक्कों का था जो संयुक्त रूप से दक्षिण अफ्रीका और आस्ट्रेलिया तथा न्यूजीलैंड और आस्ट्रेलिया के नाम था। भारत ने इन छक्कों में से 18 छक्के मारे और एक पारी में सर्वाधिक छक्के उड़ाने के रिकार्ड की बराबरी कर ली। यह दूसरा मौका है जब भारत ने एक पारी में 18 छक्के उड़ाए हैं। वैसे वनडे में एक पारी में 18 छक्के उड़ाने का यह चौथा मौका था।
इस मैच में भारतीय बल्लेबाजों में मास्टर ब्लास्टर सचिन तेदुलकर ने पांच छक्के, युवराज सिंह ने छह छक्के, कप्तान महेन्द्र सिंह धौनी ने दो छक्के और सुरेश रैना ने पांच छक्के उड़ाए। न्यूजीलैंड की तरफ से ओपनर जैसी राइडर ने चार छक्के, ब्रेंडन मैकुलम ने तीन छक्के, इयान बटलर ने एक छक्का, काइल मिल्स ने तीन छक्के और टिम साउथी ने दो छक्के उड़ाए। भारत ने यह मैच 58 रन से जीतकर पांच मैचों की सीरीज में 2-0 की बढ़त बना ली।
भारत और न्यूजीलैंड के बीच इस मैच में कुल 726 रन बने जो एक वनडे में दूसरा सर्वाधिक योग है। इस मामले में विश्व रिकार्ड आस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के नाम है जिन्होंने तीन वर्ष पहले जोहांसबर्ग में ऐतिहासिक मैच में एक दिन में कुल 872 रन बनाए थे। भारत ने तीसरे वनडे में चार विकेट पर 392 रन बनाए जिसके जवाब में न्यूजीलैंड की टीम 334 रन बना सकी। भारत का एकदिवसीय मैचों में यह दूसरा सर्वाधिक स्कोर है। उसका सर्वाधिक स्कोर पांच विकेट पर 413 रन है जो उसने 2007 विश्व कप में बरमूडा के खिलाफ बनाया था। वनडे में यह 11वां मौका है जब भारत ने 350 से ज्यादा का स्कोर बनाया है। भारत का 392 का स्कोर किसी भी टीम द्वारा न्यूजीलैंड में वनडे का सर्वाधिक स्कोर है।
मास्टर ब्लास्टर सचिन ने इस मैच में 163 रन बनाए जो न्यूजीलैंड में उनका पहला वनडे शतक है। उनका यह 43वां शतक और भारत की जीत में 31वां शतक है। सचिन इस मैच में मैन आफ द मैच बने जो उनका 58वां मैन आफ द मैच पुरस्कार है। इस मामले में वह श्रीलंका के सनथ जयसूर्या से 12 पुरस्कार आगे है। बल्लेबाजों के लिए स्वर्ण साबित हुए इस मैच में गेंदबाजों की खासी शामत आई। न्यूजीलैंड के टिम साउथी के लिए यह मैच दु:स्वप्न रहा। वह एक वनडे में 100 से ज्यादा रन लुटाने वाले दुनिया के तीसरे और न्यूजीलैंड के दूसरे गेंदबाज बने।
साउथी ने भारतीय पारी में 10 ओवर में 105 रन लुटाए और उन्हें एक विकेट भी नहीं मिला। न्यूजीलैंड के मार्टिन स्नेडन वनडे में 100 से ज्यादा रन देने वाले एक अन्य गेंदबाज हैं। हालांकि इसके लिए उन्होंने 12 ओवर फेंके थे। स्नेडन ने 1983 के विश्व कप में इंग्लैंड के खिलाफ 12 ओवर में 105 रन देकर दो विकेट लिए थे। वनडे में सबसे महंगी गेंदबाजी का रिकार्ड आस्ट्रेलिया के माइकल लुइस के नाम है जिन्होंने मार्च 2006 में जोहांसबर्ग में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दस ओवर में 113 रन दिए थे।

Tuesday, February 24, 2009

द्रविड़ से बेहतर हैं धौनी

भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी बल्लेबाजी तकनीक में श्रीमान भरोसेमंद राहुल द्रविड़ से बेहतर हैं। यह सुनकर किसी को भी आश्चर्य हो सकता है लेकिन बल्लेबाजी तकनीक पर लिखी किताब परफेक्ट सिक्स के लेखक सत्यवीर गोयल का दावा है कि धौनी तकनीकी रूप से कहीं ज्यादा सक्षम बल्लेबाज हैं।
गोयल ने कहा, बल्लेबाजी तकनीक को मैंने अपनी किताब में छह मापदंडों के आधार पर आंका है। मेरे अनुसार किसी भी बल्लेबाज को छह मापदंडों बल्ले गेंद का संपर्क, बैक लिफ्ट, पैरों का मूवमेंट, बल्ले का फ्लो, बल्ले का मूवमेंट और शरीर का मूवमेंट के आधार पर परखा जा सकता है। उन्होंने कहा, इन छह मापदंडों पर आंका जाए तो धौनी तकनीक के मामले में द्रविड़ ही नहीं बल्कि सचिन तेंदुलकर से भी बेहतर है। लेखक का मानना है कि आक्रामक बल्लेबाजी से बल्लेबाज की दक्षता, ताकत और संपूर्णता का पता चलता है जबकि रक्षात्मक बल्लेबाजी में कहीं न कहीं कमी का अहसास होता है। इस आधार पर देखा जाए तो विस्फोटक ओपनर वीरेंद्र सहवाग भी तकनीकी रूप से काफी सक्षम बल्लेबाज हैं।
मूल रूप से हरियाणा के जींद जिले के निवासी 43 वर्षीय गोयल ने कहा, 2007 का विश्व कप देखने के बाद मेरे मन में बल्लेबाजी तकनीक पर किताब लिखने का विचार आया। मेरा मानना है कि बल्लेबाजी में संपूर्णता सिर्फ स्वाभाविक प्रतिभा पर निर्भर करती है। उन्होंने कहा, मैंने गहन अध्ययन करने के बाद छह मापदंड चुने हैं जिनके आधार पर किसी उभरते बल्लेबाज का आकलन किया जा सकता है कि वह अपने राज्य या देश की टीम में स्थान बना पाएगा या नहीं।
गोयल ने कहा, मैंने अपनी यह किताब विचारार्थ भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड [बीसीसीआई] और कुछ विदेशी बोर्डो को भेजी है लेकिन मेरे पास अभी तक बीसीसीआई से कोई जवाब नहीं आया है। लेखक ने दावा किया कि उनकी किताब परफेक्ट सिक्स के आधार पर कोई भी बल्लेबाज अपनी सही क्षमता का आकलन कर सकता है।

Tuesday, January 27, 2009

मेंडिस से हमें कोई खतरा नहीं : धोनी

कोलम्बो । भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेन्द्र सिह धोनी ने कहा कि श्रीलंकाई स्पिन गेंदबाज अजंता मेंडिस से भारतीय क्रिकेट टीम को कोई खतरा नहीं है। श्रीलंका के खिलाफ पांच मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला खेलने भारतीय टीम सोमवार को कोलम्बो पहुंची। यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुए धोनी ने कहा, "श्रीलंका में श्रीलंका को हराना आसान नहीं है। यह पूछे जाने पर कि भारतीय टीम मेंडिस का सामना कैसे करेगी। इसके जवाब में धोनी ने कहा, "एकदिवसीय मैचों में हमने उनके खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया था। इसलिए चिंता की कोई बात नहीं है। हमारे खिलाड़ी मेंडिस की चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं।"उन्होंने कहा, "श्रीलंका में परिस्थितियां भिन्न होती हैं। जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ता है, यहां के पिच भी रंग बदलने लगते हैं। बहुत कुछ टॉस पर निर्भर करेगा।"

Sunday, January 11, 2009

मन में कभी किसी तरह का हीनभाव नहीं पैदा हुआ

गंभीर ने खोले कामयाबी के राज

पिछले साल रनों का अंबार लगा देने वाले भारतीय ओपनर गौतम गंभीर ने कहा है कि श्रीलंका के स्पिनरों मुथैया मुरलीधरन और अजंता मेंडिस के खिलाफ मिली कामयाबी उनके करियर का निर्णायक मोड़ साबित हुई।गंभीर ने एक निजी टीवी चैनल के साथ बातचीत में आज कहा कि गत वर्ष जुलाई-अगस्त में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में रन बनाने के मामले में दूसरे नंबर पर रहने से उनका आत्मविश्वास बढ़ गया।उन्होंने कहा, “इस प्रदर्शन से मुझे यह अहसास हो गया कि मैं टेस्ट क्रिकेट में भी बेहतर प्रदर्शन कर सकता हूं”।शायद इस भरोसे का ही कमाल था कि वर्ष 2008 की दूसरी छमाही में गंभीर ने आठ टेस्ट खेलकर ही एक हजार रनों का आंकड़ा पार कर लिया।बाएं हाथ के आक्रामक ओपनर गंभीर से जब उनके सबसे बुरे अनुभव के बारे में पूछा गया तो उन्होंने वर्ष 2007 के विश्वकप में भारत के खराब प्रदर्शन का जिक्र किया।उन्होंने नए साल में भी अच्छा प्रदर्शन जारी रखने का भरोसा जताते हुए कहा, “अब लोगों की मुझसे उम्मीदें बढ गई हैं और मैं उन्हें निराश नहीं करना चाहूंगा। लेकिन सबसे बड़ा लक्ष्य तो देश को दुनिया की नंबर एक टीम के रूप में देखना है”।गंभीर ने कहा कि दुनिया के कुछ बेहतरीन बल्लेबाजों के साथ खेलने के बावजूद उनके मन में कभी किसी तरह का हीनभाव नहीं पैदा हुआ। अपने सलामी जोड़ीदार वीरेंद्र सेहवाग के बारे में उन्होंने कहा, “उनको लेकर मैंने कभी भी कमतर महसूस नहीं किया। टीम की जीत किसी भी खिलाड़ी से अधिक मायने रखती है”।