Friday, February 15, 2008

ऑफ स्टंप की गेंदों पर ध्यान दे रहे हैं सचिन

aediled। सचिन तेंदुलकर का त्रिकोणीय सीरीज में अब तक संतुलित प्रदर्शन रहा है और यह स्टार बल्लेबाज आस्ट्रेलिया के खिलाफ रविवार को होने वाले मैच से पहले ऑफ स्टंप से बाहर पिच की जाने वाली गेंदों का सामना करने पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहा है।
सचिन ने अब तक चार पारियों में 10, 35, 44 और 32 रन की पारियां खेली हैं। इनमें से तीन अवसरों पर उन्होंने अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में तब्दील करने का मौका गंवाया। उन्होंने अगले मैच की कड़ी तैयारियों के सिलसिले में इंडोर सत्र में भाग नहीं लिया तथा नेट्स पर अभ्यास के लिए गए जहां वह मीडियाकर्मियों और प्रशंसकों से भी घिरे रहे। उन्होंने नेट्स पर अपने गेंदबाज क्षेत्ररक्षण कोच रोबिन सिंह को ऑफ स्टंप के करीब या उससे बाहर गेंद करने के लिए कहा।
सचिन इस बात से अच्छी तरह वाकिफ हैं आस्ट्रेलियाई गेंदबाज उनके पैड को निशाना बनाकर गेंदबाजी नहीं करेंगे क्योंकि वह मास्टर ब्लास्टर की ऑन साइड पर मजबूती को जानते हैं। एडिलेड में ऑन साइड में खेलना फायदे का सौदा हो सकता है क्योंकि वहां स्क्वायर क्षेत्र की बाउंड्री छोटी है। आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों में ऑफ स्टंप लाइन की गेंदबाजी में स्टुअर्ट क्लार्क माहिर हैं। सचिन ने टेस्ट मैचों में न्यू साउथ वेल्स के इस लंबे कद के गेंदबाजों को ध्यान में रखकर ही एक विशेष अभ्यास सत्र बुलाया था।
सचिन ने ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंदों के बारे में यह अनुमान लगाने की कोशिश की कि उन्हें कौन सी गेंद खेलनी चाहिए और कौन सी छोड़नी चाहिए। उन्होंने रोबिन को ऐसी गेंद करने के लिए कहा जो ऑफ स्टंप पर थोड़ी अधिक उछाल लेकर आए। सचिन ने कहा, ऊंचाई का ध्यान रखो। मुझे ऐसी गेंद फेंको जो ऑफ स्टंप पर काफी उछाल ले। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने पहले नेट्स पर बल्लेबाजी के लिए अपनी बारी का इंतजार किया और बाद में वह सचिन की बल्लेबाजी का लुत्फ उठाने लगे। इस जीनियस बल्लेबाज का फुटवर्क स्ट्रोक जमाते समय बायीं कोहनी को ऊंचा करना सब कुछ किताबी लग रहा था।
सचिन अब शतक बनाने के लिए जरूर बेताब हैं क्योंकि उन्होंने पिछली 33 पारियों से एक दिवसीय मैचों में सैकड़ा नहीं जमाया है जैसा कि कभी देखने को नहीं मिला। सचिन जब अभ्यास करते हैं तो जूनियर खिलाड़ी उनको देखकर सीखने की कोशिश करते हैं। इस दौरे में अपना पहला मैच खेलने का इंतजार कर रहे युवा बल्लेबाज सुरेश रैना जिस एक काम को बहुत अधिक महत्व देते हैं वह है सचिन को करीब से बल्लेबाजी करते हुए देखना। उत्तर प्रदेश के इस बल्लेबाज ने कहा, उन्हें करीब से खेलते हुए देखना एक सबक जैसा है। वह जिस तरह से तैयारी करते हैं उनका शॉट का चयन उनकी तकनीक सभी युवाओं के लिए बहुत अच्छा सबक होते हैं।

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