Wednesday, February 23, 2011

सोनाक्षी सिन्हा पर स्टारी नशा


सोनाक्षी सिन्हा पर स्टारी नशा चढ़ चुका है। वे अब अपनी तुलना करीना कपूर, कट्रीना कैफ, प्रियंका चोपड़ा और दीपिका पादुकोण से करने लगी हैं। दीपिका ने तो सोनाक्षी का नाम अभी से अपनी पीढ़ी की टॉप हीरोइनों में शुमार कर दिया है। ऐसे में भला सोनाक्षी क्यों न सातवें आसमान में उड़ने लगें? अपनी पहली ही फिल्म दबंग की सफलता ने उन्हें वहां खड़ा कर दिया है जहां पहुंचने के लिए दूसरी अभिनेत्रियों को कई फिल्मों का सफर तय करना पड़ता है। ..और इस वर्ष लगभग सभी पुरस्कार समारोह में सर्वश्रेष्ठ नवोदित अभिनेत्री का अवार्ड पाने के बाद तो उनकी उड़ान और भी ऊंची हो गई है। उनका आत्मविश्वास तो बढ़ा ही है, साथ ही अब वे दोस्तों के मामले में भी चूजी भी हो गई हैं। सोनाक्षी अब अपने कॉलेज के दोस्तों और बचपन के दोस्तों से अधिक फिल्मी दुनिया के नए दोस्तों पर ध्यान दे रही हैं। उन्हें लगता है कि अब अपने स्टेटस के अनुसार उन्हें दोस्त बनाना चाहिए। यही वजह है कि इन दिनों पुराने दोस्तों से कन्नी काटने लगी हैं सोनाक्षी।

सबसे पहले सोनाक्षी के स्टारडम के शिकार बने उनके ब्वॉयफ्रेंड आदित्य श्रॉफ। दबंग के निर्माण के समय से ही सोनाक्षी ने आदित्य से दूरी बनानी शुरू कर दी थी। दबंग की सफलता के बाद तो उन्होंने आदित्य से रिश्ता ही तोड़ दिया। दरअसल, बत्तीस वर्षीय आदित्य ने अपनी बढ़ती उम्र के मद्देनजर सोनाक्षी के सामने शादी का प्रस्ताव रखा था, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया। सोनाक्षी ने आदित्य के प्यार के आगे अपने निखरते-संवरते करियर को चुना। बाईस वर्षीय सोनाक्षी नहीं चाहतीं कि इस समय किसी रिश्ते में स्थायी तौर पर बंध कर वे नई जिम्मेदारी मोल लें। यही वजह है कि आदित्य के प्रस्ताव को सोनाक्षी ने तुरंत ठुकरा दिया। उधर उनके इस रवैये से आहत होकर आदित्य ने नई प्रेमिका चुन ली, जिससे वे जल्द ही ब्याह रचाने जा रहे हैं। गौरतलब है कि दबंग की शूटिंग के समय से ही सोनाक्षी के बदले-बदले रवैये से आदित्य को इस बात का शक हो गया था कि उनके साथ उनका प्रेम संबंध शादी की मंजिल तक नहीं पहुंच सकता।

सोनाक्षी से इन दिनों उनके करीबी दोस्त भी खुश नहीं हैं। अक्सर वे शिकायत करते हैं कि दबंग की सफलता के बाद उनका रवैया बदल गया है। सोनाक्षी के एक दोस्त के अनुसार, वे पूरी तरह फिल्मी हो गई हैं। पहले वे रियल लगती थीं। हमारी तरह ही खुलकर बातें करती थीं। अब उनका अंदाज बदल गया है। उनकी बातचीत में अब वैसा उत्साह और अपनापन नहीं लगता जैसा पहले हुआ करता था। जहां तक बात सोनाक्षी की है, तो इस समय उनके सामने एक ही लक्ष्य है, वे चाहती हैं कि जल्द-से-जल्द ऐसी स्थिति में पहुंच जाएं, जहां सभी अच्छी फिल्मों के प्रस्ताव उनके पास आएं।

सोनाक्षी के बढ़ते स्टारडम का नशा फिल्म इंडस्ट्री पर भी चढ़ने लगा है। दिग्गज फिल्म निर्माता-निर्देशक उन्हें अपनी फिल्म में लेने के लिए बेचैन हैं। जिसका परिणाम अभी से दिखने लगा है। इस समय सोनाक्षी के पास तीन बड़ी फिल्में हैं, जिनमें से एक अक्षय कुमार के साथ जोकर है, तो दूसरी सफल फिल्म रेस की सीक्वल रेस 2 है। तीसरी फिल्म दबंग 2 है, जिसमें वे एक बार फिर सलमान खान के साथ दिखेंगी। सोनाक्षी बेहद उत्साहित हैं।

England survive ten Doeschate brilliance

कप्तान एंड्रयू स्ट्रास की अगुआई में शीर्ष क्रम के जोरदार प्रदर्शन की बदौलत इंग्लैंड ने विश्व कप क्रिकेट ग्रुप 'बी' के अपने पहले मैच में आज यहाँ हॉलैंड को छह विकेट से हरा दिया।
हाल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों एकदिवसीय मैच में 1-6 से शिकस्त झेलने वाले इंग्लैंड की ओर से स्ट्रास ने 88, जोनाथन ट्राट ने 62, केविन पीटरसन ने 39 रन की पारी खेली जिससे टीम ने 293 रन के लक्ष्य को 48.4 ओवर में चार विकेट के नुकसान पर 296 रन बनाकर पर हासिल कर लिया।
इंग्लैंड की टीम भले ही जीत से शुरुआत करने में सफल रही हो लेकिन उसे इस मैच से काफी सीख लेनी होगी क्योंकि हॉलैंड के खिलाफ उसके गेंदबाजों ने दिशाहीन गेंदबाजी की जबकि क्षेत्ररक्षक भी उम्मीद पर खरे नहीं उतरे, जिससे विरोधी टीम रेयान टेन डोएशे (119) की अगुआई में छह विकेट पर 292 रन का बड़ा स्कोर खड़ा करने में सफल रही।
बल्लेबाजों ने भले ही हॉलैंड के खिलाफ इंग्लैंड की जीत की राह आसान की लेकिन टीम को भारत के खिलाफ 27 फरवरी को बेंगलूर में होने वाले अपने अगले मैच से पहले गेंदबाजी में सुधार करना होगा क्योंकि मेजबान टीम के बल्लेबाज काफी अच्छी फार्म में है और बांग्लादेश के खिलाफ टीम पहले मैच में 370 रन का स्कोर खड़ा करने में सफल रही थी।
लक्ष्य का पीछा करने उतरे इंग्लैंड को स्ट्रास और पीटरसन की सलामी जोड़ी ने सिर्फ 17.4 ओवर में 105 रन जोड़कर तेज शुरुआत दिलाई। स्ट्रास ने विशेषकर आक्रामक रवैया अपनाया और मुदस्सर बुखारी के पहले ओवर में ही तीन चौके जड़कर अपने तेवर दिखाए। पीटरसन ने बेरेंड वेस्टडिक को निशाना बनाया और अपने पाँचों चौके इसी गेंदबाज पर जड़े।

स्ट्रास को इसके बाद ट्राट के रूप में उपयोगी जोड़ीदार मिला और दोनों ने दूसरे विकेट के लिए तेजी से 61 रन जोड़े। बुखारी ने स्ट्रास को टाम कूपर के हाथों कैच कराकर इस साझेदारी को तोड़ा। इंग्लैंड के कप्तान ने 83 गेंद की अपनी पारी में नौ चौके मारे।

ट्राट ने इसके बाद इयान बेल के साथ तीसरे विकेट के लिए 58 रन जोड़े। दोनों ने एक-दो रन लेने को तरजीह और इस साझेदारी के दौरान केवल दो चौके लगे जो ट्राट के बल्ले से निकले। हॉलैंड के शतकवीर डोएशे ने ट्राट को स्टंप कराके इस साझेदारी को तोड़ा। डोएशे ने बेल (33) को भी सीधी गेंद पर बोल्ड किया।
पाल ॉलिंगवुड (नाबाद 30) और रवि बोपारा (नाबाद 30) ने इसके बाद पाँचवें विकेट के लिए 55 रन की अटूट साझेदारी करके टीम को जीत दिला दी। हॉलैंड की ओर से डोएशे सबसे सफल गेंदबाज रहे और उन्होंने 47 रन देकर दो विकेट चटकाए।
इससे पहले आईसीसी के 2010 के 'एसोसिएट क्रिकेटर ऑफ द ईयर' डोएशे ने 110 गेंद में नौ चौकों और तीन छक्कों की मदद से 119 रन बनाए, जिससे हॉलैंड टेस्ट खेलने वाले किसी देश के खिलाफ अपना सर्वाधिक स्कोर खड़ा करने में सफल रहा।
डोएशे ने युवा टॉम कूपर (47)के साथ तीसरे विकेट के लिए 78, टॉम डि ग्रूथ (28) के साथ पांचवें विकेट के लिए 64 और कप्तान पीटर बोरेन (नाबाद 35) के साथ छठे विकेट के लिए 61 रन की उपयोगी साझेदारियाँ की।
डोएशे और कूपर ने इसके बाद 78 रन जोड़कर पारी को संभाला। स्वान को छोड़कर इंग्लैंड के अन्य गेंदबाजों को लय हासिल करने में दिक्कत हुई। डोएशे ने धीमी शुरूआत के बाद कॉलिंगवुड के ओवर में दो चौके और केविन पीटरसन की गेंद पर लांग ऑन पर छक्का मारकर अपने तेवर दिखाए।
कूपर को कॉलिंगवुड ने आउट किया। उन्होंने 73 गेंद की अपनी पारी में तीन चौके मारे। स्वान ने इसके बाद बैस जुइडेरेंट (1) को कॉलिंगवुड के हाथों कैच कराया। डोएशे ने ग्रूथ के साथ मिलकर तेजी से रन जोड़े। डोएशे ने स्वान की गेंद को डीप मिडविकेट जबकि कोलिंगवुड की गेंद को लांग ऑन के उपर से छह रन के लिए भेजा।
हॉलैंड ने 43वें ओवर में बल्लेबाजी पावर-प्ले लिया, जिसमें टीम ने 50 रन जोड़े जबकि इस दौरान केवल ग्रूथ का विकेट गँवाया। डोएशे ने 98 गेंद में शतक पूरा किया, जब उन्होंने ब्रॉड की गेंद को फाइन लेग पर एक रन के लिए खेला लेकिन ओवर थ्रो पर गेंद चार रन के लिए चली गई।
ग्रूथ की जगह मैदान पर उतरे कप्तान बोरेन और डोएशे ने सिर्फ 5.2 में 61 रन की साझेदारी करके टीम का स्कोर 300 रन के करीब पहुँचाने में अहम भूमिका निभाई। ब्रॉड ने डोएशे की पारी का अंत किया जो स्क्वेयर लेग बाउंड्री पर रवि बोपारा को कैच दे बैठे।
इंग्लैंड की ओर से स्वान ने सबसे किफायती गेंदबाजी की। उन्होंने अपने कोटे के दस ओवर में 35 रन देकर दो विकेट चटकाये। हॉलैंड ने अंतिम 10 ओवर में 104 रन जोड़े।