Saturday, May 31, 2008

युवती के अपहरण में 5 जवान गिरफ्तार

असम के जोरहट जिले में एक युवती के अपहरण के बाद उसके साथ बलात्कार और उसकी हत्या करने की कोशिश के मामले में शनिवार को असम राइफल्स के पांच जवानों को गिरफ्तार किया गया। जोरहट के एसपी दीपक चौधरी ने बताया कि शुक्रवार की रात करीब 11.30 बजे अर्धसैनिक बल के पांच वर्दीधारी जवान मारुति जिप्सी में आए और करीब 20 साल की युवती को जबरदस्ती उठा ले गए। युवती उस समय जोरहट नगर के बीचोंबीच स्थित गराली में एक समारोह के बाद कुछ लोगों के साथ घर लौट रही थी। चौधरी ने कहा कि सुरक्षाकर्मी महिला के साथ तेजी से नगर के बाहरी इलाके में स्थित अपने शिविर की तरफ जा रहे थे। तेज गति के कारण उनकी गाड़ी सड़क पर बने स्पीड ब्रेकर से टकराकर पलट गई, जिससे उसमें सवार छह लोग बाहर गिर गए। उन्होंने कहा कि उस समय महिला भागने में सफल हो गई। असम राइफल्स के जवानों ने अपनी गाड़ी को सीधा किया और अपने शिविर की तरफ भागने की कोशिश की। एसपी ने कहा कि रास्ते में पुलिस और सीआरपीएफ के एक संयुक्त गश्ती दल ने उन्हें रोका और पांचों को हिरासत में ले लिया। बिना नंबर प्लेट वाले उनके वाहन को जब्त कर लिया गया है। महिला ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि असम राइफल्स के पांच लोगों ने बलात्कार और हत्या के इरादे से उसका अपहरण किया। पांचों की पहचान देवेनद सिंह (26), रजनीश कुमार (31), अमृत कुमार (25), सुरेश रैना (28) और हरपाल सिंह (28) के तौर पर की गई है।

Wednesday, May 28, 2008

राजस्थान में एक और राजनितिक दल

बैंसला ने दलीय राजनीति में कूदने का मन बना लिया है

भारतीय सेना में कर्नल रह चुके गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला ने दलीय राजनीति में कूदने का मन बना लिया है। वे अब गुर्जरों को गोलबंद कर उनके हितों की लड़ाई लड़ने के लिए राजनीतिक दल का गठन करेंगे। गुर्जरों को अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर टकराव के रास्ते पर चल रहे बैंसला ने आईएएनएस संवाददाता से बातचीत करते हुए कहा, “सभी राजनीतिक दलों ने गुर्जरों को मायूस किया है। आरक्षण के मुद्दे पर इन दलों का रवैया ढुलमुल रहा है। हमें सभी राजनीतिक पार्टियों की उपेक्षा झेलनी पड़ी है। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे आरक्षण के मसले पर गुर्जर समुदाय को तीन बार धोखा दे चुकी हैं। उनकी तरह कांग्रेस ने भी हमें ठगा है। यह पार्टी भी हमसे झूठा वादा करती रही है”।आंदोलन की अगुआई कर रहे संगठन ‘गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति’ के प्रमुख बैंसला ने कहा कि आंदोलन के बीच में राजनीतिक पार्टी का गठन करना उचित कदम नहीं होगा। उन्होंने कहा, “लेकिन इतना तय है कि हम अपने हक की लड़ाई लड़ने के लिए पार्टी का गठन करेंगे। यह योजना हमारे दिमाग में कुछ समय से पनप रही है”।70 वर्षीय बैंसला मानते हैं कि देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया में हर किसी को न्याय नहीं मिल रहा है। उन्होंने गुस्से के स्वर में कहा कि राजनीतिक पार्टियां अपने राजनीतिक फायदे के लिए गुर्जरों के हितों की घोर अनदेखी करती रही हैं। यही वजह है कि उनके समुदाय को सड़कों पर उतरना पड़ा है।

अभी भी दम हैं त्रिमूर्ति में


भारतीय क्रिकेट की सबसे अनुभवी त्रिमूर्ति सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ भले ही इंडियन प्रीमियर लीग [आईपीएल] में अपनी टीमों को सेमीफाइनल तक नहीं ले जा सके हों लेकिन क्रिकेट पंडितों का मानना है कि इस तिकड़ी में अभी काफी क्रिकेट बाकी है।
तेंदुलकर [मुंबई इंडियंस], गांगुली [कोलकाता नाइटराइडर्स] और द्रविड़ [बेंगलूर रायल चैलेंजर्स] अपनी टीमों के कप्तान और आइकन खिलाड़ी भी हैं लेकिन ये टीमें अंतिम चार में भी नहीं पहुंच सकी हैं। इसके बाद एक बार फिर क्रिकेट के लघु स्वरूप में अनुभवी और उम्रदराज खिलाडि़यों की उपयोगिता पर बहस गर्मा गई है। पूर्व चयनकर्ता अंशुमान गायकवाड़ का मानना है कि वनडे क्रिकेट में इन तीनों का भविष्य फिटनेस पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा, फिटनेस रहने पर फार्म खुद-ब-खुद आ जाता है। अभी ये खिलाड़ी दो तीन साल और खेल सकते हैं। वहीं पूर्व टेस्ट क्रिकेटर करसन घावरी का मानना है कि बल्लेबाज के तौर पर भले ही ये तिकड़ी उतनी विफल ना रही हो लेकिन फील्डिंग में इन्होंने निराश किया है। पूर्व चयनकर्ता कीर्ति आजाद के अनुसार टीम में जगह पाने का आधार उम्र नहीं बल्कि फिटनेस और फार्म होना चाहिए।
गांगुली ने 13 मैचों में 349 रन बनाए जिसमें तीन अ‌र्द्धशतक शामिल है। दो बार मैन ऑफ द मैच रहे गांगुली ने 33 चौके और 15 छक्के जड़े और आखिरी लीग मैच में किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ जीत के सूत्रधार भी रहे। उन्होंने 6.40 की औसत से छह विकेट भी चटकाए। आईपीएल में मात्र छह मैच ही खेल सके तेंदुलकर सिर्फ 148 रन ही बना सके और अचरज की बात यह है कि लप्पेबाजी के खेल में उन्होंने सिर्फ एक छक्का जड़ा। द्रविड़ ने अब तक 13 मैचों में 360 रन बनाए हैं।
गायकवाड़ ने कहा, सौरव को फ्लाप नहीं कहा जा सकता। उन्होंने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। लक्ष्मण और सचिन फिटनेस समस्या से जूझ रहे थे हालांकि द्रविड़ ने जरूर निराश किया है। उन्होंने कहा, ये सभी क्लास खिलाड़ी हैं और फार्म तो अस्थाई चीज है। मुझे लगता है कि वनडे टीम में इनकी जगह बनती है बशर्ते फील्डिंग में सुधार हो। उनके सुर में सुर मिलाते हुए घावरी ने कहा, एक टूर्नामेंट के प्रदर्शन को टीम के चयन का आधार नहीं बनाया जा सकता। भले ही इन खिलाडि़यों ने ज्यादा रन नहीं बनाए हो लेकिन ये फ्लाप नहीं रहे। उम्र का इनकी फील्डिंग पर असर जरूर दिख रहा है।
घावरी ने यह भी कहा, आईपीएल को ज्यादा संजीदगी से नहीं लेना चाहिए क्योंकि यह विशुद्ध क्रिकेट नहीं बल्कि पैसा कमाने की मशीन है। इसका वनडे या टेस्ट क्रिकेट पर कोई असर नहीं होगा और ना ही इसमें प्रदर्शन से खिलाड़ी की क्लास को आंका जा सकता है। आजाद ने कहा, ट्वंटी 20 में प्रदर्शन किसी भी सूरत में वनडे टीम के चयन का आधार नहीं हो सकता क्योंकि यह ताबड़तोड़ बल्लेबाजी का खेल है। इसमें खिलाड़ी को अपने भीतर का क्रिकेट दिखाने का मौका ही नहीं मिलता। असल परीक्षा तो वनडे और टेस्ट क्रिकेट से ही होगी। उन्होंने कहा, राहुल, सचिन और सौरव में अभी काफी क्रिकेट बाकी है लेकिन स्वप्निल असनोडकर, मनप्रीत गोनी और अभिषेक नायर जैसे नए खिलाडि़यों से प्रतिस्पर्धा के लिए उन्हें फिटनेस पर बहुत मेहनत करनी होगी।

सोर्स : जागरण

Tuesday, May 27, 2008

बॉलिवुड ऐक्ट्रेस सोहा अली खान ने अपनी इमेज बदली


बॉलिवुड ऐक्ट्रेस सोहा अली खान 'खोया खोया चांद' की इमेज तोड़कर एकदम नए अवतार में सामने आई हैं। मैक्सिम मैगजीन के लिए कराए फोटो शूट में इस गर्मी के सीजन में कपड़ों के लिए मॉडलिंग करती नजर आईं। शायद ये गर्मी का असर हो जो भी हो सोहा अपनी छवि बदल रही है
(Source: Darren Centofanti, Maxim)

सोहा की हॉट तस्वीरों पर सैफ का पारा चढ़ा

बॉलिवुड के छोटे नवाब यानी सैफ अली खान आजकल गुस्से में हैं। अरे चौंकिए नहीं उनका अपनी गर्लफ्रेंड करीना से कोई झगड़ा नहीं हुआ है , बल्कि सैफ तो सोहा से नाराज हैं। आखिर नाराजगी की वजह क्या है ? सोहा ने हाल ही में एक मैगजीन के लिए काफी बोल्ड फोटो सेशन करवाया था। बहन बोल्ड फोटो सेशन करवाएगी तो भाई को गुस्सा तो आएगा ही। सैफ ने भी उनके फोटो सेशन पर कड़ा ऐतराज जताया था और अपनी प्यारी बहना को अपने गुस्से से वाकिफ भी करा दिया था। लेकिन सैफ भैया अब गुस्साने से क्या फायदा सोहा को जो करना था वह तो कर चुकीं। हां, आगे से वह आपकी इन बातों का खयाल जरूर रखेंगी और इस तरह का फोटो सेशन नहीं करवाएंगी।

जीत के साथ चेन्नई सेमीफाइनल में

आईपीएल टूर्नामेंट के अपने अंतिम मैच में जीत दर्ज कर चेन्नई ने सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर मुंबई की रही-सही उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। चेन्नई अपने चौदह में से आठ में जीत दर्ज कर 16 अंकों के साथ अंकतालिका में तीसरे स्थान पर है। सेमीफाइनल में उसका मुकाबला प्रिटी जिंटा की टीम पंजाब किंग्स इलेवन से होना तय माना जा रहा है। भारत की ट्वेंटी-20 और एक दिवसीय ·क्रिकेट टीम के कप्तान और उपकप्तान जब अपनी अपनी सेनाओं के साथ मैदान में उतरेंगे तो रोमांच सातवें आसमान पर होगा।

बाप-बेटे की हवस का शिकार हुई नाबालिंग

मेट्रो लाइफ रिश्तों की अहमियत ही खत्म करने पर तुला है। न्यू अशोक नगर में कामांध पिता-पुत्र ने ममता नामक 11 वर्षीय बच्ची को हवस का शिकार बना लिया। बताया जाता है कि बुधवार को पहले आरोपी बाप ने बच्ची से दुष्कर्म किया। उसके बाद बेटे ने शनिवार को बच्ची के साथ मुंह काला किया। बच्ची ने किसी तरह अपने पिता को आपबीती बताई। पुलिस ने रविवार को आरोपी बाप-बेटे के खिलाफ मामला दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस के मुताबिक मूल रूप से बिहार निवासी ममता न्यू अशोक नगर में किराये के मकान में सपरिवार रहती है। इसी मकान में बिहार निवासी सहदेव व उसका बेटा संजू भी किराये पर रहते हैं। ममता के पिता व संजू रिक्शा चालक हैं, जबकि सहदेव चाय की दुकान पर काम करता है। 21 मई को दिन में सहदेव ने ममता से दुष्कर्म किया। इस दौरान ममता के कमरे में कोई नहीं था। उसकी मां दो बेटी-बेटों के साथ बिहार गई है। घर पर उसके पिता व उसकी सात वर्षीय छोटी बहन थी। पिता काम पर गए थे व बहन भी कहीं बाहर खेल रही थी। इसके दो दिन बाद 24 तारीख को संजू ने भी ममता से दुष्कर्म किया और किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी। रविवार को ममता के परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी बाप-बेटे के खिलाफ मामला दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया।

गुर्जर आन्दोलन की आग राजधानी तक

एक साल में दो बार आईपीएल कराना काफी मुश्किल

नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के आयुक्त ललित मोदी इस टूर्नामेंट की सफलता से उत्साहित होकर बेशक इसे साल में दो बार कराने की बात कह रहे हों, लेकिन दिल्ली के कप्तान वीरेन्द्र सेहवाग का मानना है कि एक साल में दो बार आईपीएल कराना काफी मुश्किल काम होगा।
सेहवाग ने आज यहां संवाददाताओं से कहा कि अंतर्राष्ट्रीय कैलेंडर को देखते हुए साल में दो बार आईपीएल कराने के लिए चार महीने निकालना बेहद मुश्किल होगा। इसके लिए आपको अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम देखना पड़ेगा।
उल्लेखनीय है कि मोदी ने हाल में कहा था कि वे 2011 से साल में दो बार आईपीएल टूर्नामेंट कराना चाहते हैं।
सेहवाग ने कहा कि यदि दो बार आईपीएल टूर्नामेंट कराया जाता है तो कई क्रिकेटर इसमें खेलने के लिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास भी ले सकते हैं।

उन्होंने कहा, “अभी भी लोग आईपीएल के मुकाबले अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट देखना चाहते हैं। लोगों की भारत और पाकिस्तान तथा ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच क्रिकेट मुकाबले देखने में ज्यादा दिलचस्पी है।”

उन्होंने कहा कि यदि आप अंतर्राष्ट्रीय कैलेंडर से चार महीने निकालते हैं, तो इसका निश्चित रूप से अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम पर असर पड़ सकता है। इसलिए ऐसा कोई भी फैसला करते हुए आपको अंतर्राष्ट्रीय कैलेंडर को ध्यान में रखना होगा।

सचिन ने खरीदा न्यारा-सा बंगला

आखिरकार सचिन का सपना सच हुआ। सचिन ने वह बंगला खरीद ही लिया , जिसके लिए उन्होंने सपना संजोया था। दरअसल , ब्रांदा (वेस्ट) के कार्टर रोड पर स्थित यह बंगला ' दोराब विला ' सचिन को काफी पसंद था। सूत्रों से पता चला है कि ' दोराब विला ' को सचिन तेंडुलकर ने उसके मालिक सतारा ग्रुप से खरीद लिया है। इस बंगले के लिए सचिन को कितनी कीमत चुकानी पड़ी , इसका खुलासा नहीं हो पाया है। मगर मिल रही जानकारी के मुताबिक ' दोराब विला ' को अपना बनाने के लिए सचिन को 35 करोड़ रुपये खर्च करने पड़े हैं। सतारा ग्रुप के डॉ. विजय सतारा ने कहा , ' हमने दोराब विला सचिन तेंडुलकर को दिसंबर में बेच दिया था। ' हालांकि उन्होंने यह बताने से इनकार कर दिया कि यह सौदा कितना में हुआ था। अक्टूबर 2007 में ' दोराब विला ' के मालिक किशोर बजाज ने इसे सतारा ग्रुप के हाथों बेच दिया था। l तभी से इसपर सतारा ग्रुप का मालिकाना हक था। दोराब विला 1920 में बना था और इसपर पारसी फैमिली का अधिकार था। यह दो मंजिली इमारत 10 हजार स्क्वायर फीट में फैली है। सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि दोराब विला काफी पुरानी इमारत है और इसे रहने के लिए बनाने के लिए नये सिरे से निर्माण करना होगा।

Monday, May 26, 2008

आंदोलनकारियों पर सेना का शिकंजा

सेना ने सोमवार को गुर्जर आंदोलन से प्रभावित करवाड़ी, पीलूपुरा और समीपवर्ती इलाकों में आंदोलनकारियों पर अपना शिकंजा कसते हुए इन क्षेत्रों की खाद्य तथा अन्य जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति लाइन काट दी।
यहां से करीब 15 किमी दूर स्थित करवाड़ी के स्थानीय नेताओं ने फोन पर बताया कि सेना के करीब 500 जवानों ने हिंसा प्रभावित इलाकों को घेर रखा है। इन इलाकों में गुर्जर नेता किरोड़ीमल बैंसला के सैकड़ों समर्थक पुलिस की गोलीबारी में मारे गए 10 व्यक्तियों के शव लेकर बैठे हैं। पिछले तीन दिन से ये दस शव रेलवे पटरियों पर रख कर आंदोलनकारी धरने पर बैठे हैं।
स्थानीय नेताओं ने बताया कि सेना ने प्रदर्शनकारियों को मिलने वाली खाद्य और अन्य आवश्यक सामग्री की आपूर्ति काट दी है। सेना ने कथित तौर पर जैमर्स सक्रिय कर दिए हैं, जिससे मोबाइल सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं।
गुर्जरों को अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर चलाए जा रहे आंदोलन के मुखिया बैंसला करवाड़ी में डेरा डाले हुए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से बातचीत करने के लिए जयपुर जाने से मना कर दिया और राजे से किसी बातचीत के लिए खुद करवाड़ी आने को कहा है।
मुख्य गृह सचिव वी एस सिंह ने जयपुर में बताया कि सेना को किसी भी कार्रवाई के लिए कोई आदेश नहीं दिया गया है। शुक्रवार को पुलिस की गोलीबारी और झड़पों में 16 व्यक्तियों के मारे जाने के बाद इस क्षेत्र के प्रभावित इलाकों में सेना तैनात कर दी गई है।

Sunday, May 25, 2008

सानिया डब्ल्यूटीए रैंकिंग में 33वें स्थान पर


भारत की टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने इस बात पर अफसोस जाहिर किया है कि वह कलाई की चोट के कारण इस साल के दूसरे ग्रैंड स्लैम फ्रेंच ओपन में नहीं खेल पाएगी।सन 2005 के ऑस्ट्रेलियन ओपन में भाग लेने के बाद बाद यह पहला मौका होगा, जब यह हैदराबादी बाला किसी ग्रैंड स्लैंम में नहीं खेल रही है। ऑस्ट्रेलियाई ओपन में वह तीसरे दौर में बाहर हो गई थी। सानिया ने कहा ‍कि मैं फ्रेंच ओपन में नहीं खेल पाने के कारण बहुत निराश हूँ। कुछ चीजें ऐसी होती हैं जो आपके नियंत्रण में नहीं होतीं, लेकिन मुझे उम्मीद है कि मैं जल्दी ही वापसी करूँगी।सानिया डब्ल्यूटीए रैंकिंग में 33वें और युगल में 19वें स्थान पर हैं। वह मार्च के बाद से नहीं खेल पा रही हैं क्योंकि उसकी कलाई में चोट लगी हुई है और पिछले साल 10 अप्रैल को सर्जरी हुई थी।सानिया के बाद फ्रैंच ओपन में भारत की चुनौती लिएंडर पेस और महेश भूपति के कंधो पर रहेगी। ये दोनों अलग-अलग जोड़ियों में खेल रहे हैं।

बिग-बी और आमिर के बाद सलमान

ब्लॉग लिखने का चस्का इन दिनों बॉलीवुड के कलाकारों को लगा हुआ है। बिग-बी और आमिर के बाद सलमान के भी इस क्षेत्र में आने की खबर है। सलमान के पिता सलीम खान ने बॉलीवुड की कई हिट फिल्में लिखी हैं, इसलिए लेखन के प्रति सलमान का भी स्वाभाविक रूझान है। सलमान ने कुछ फिल्मों की कहानियाँ भी लिखी हैं। उनकी लिखी कहानी पर ही उनकी आगामी फिल्म ‘वीर’ बनने जा रही है, जिसका निर्देशन अनिल शर्मा करेंगे। सूत्रों के मुताबिक सलमान ने लिखना शुरू कर दिया है और जल्दी ही एक वेबसाइट पर उनके विचार पढ़ने को मिलेंगे। सलमान का टीवी शो ‘दस का दम’ भी जून माह में शुरू होने जा रहा है। सलमान इस शो के लिए भी खासी मेहनत कर रहे हैं। आईपीएल स्पर्धा के फाइनल मैच में वे इसका प्रचार करेंगे। लगता है सलमान ने ठान लिया है कि वे अन्य खानों से किसी भी मामले में कम नहीं हैं।

साउथ में बीजेपी के दरवाजे खुले

कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 33 और कांग्रेस ने 14 सीटें जीत ली हैं। रुझानों के मुताबिक बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरती दिख रही है। सभी 224 सीटों के रुझान मिल चुके हैं। जीत और बढ़त को मिलाकर बीजेपी 110 , कांग्रेस 77 और जनता दल (एस) 29 सीटों पर आगे है। निर्दलीय व अन्य 8 सीटों पर आगे चल रहे हैं। जनता दल (सेक्युलर) ने अपना खाता रामनगरम सीट पद जीत दर्ज कर खोला। इस सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारास्वामी ने बीजेपी के. एम.रुदेश को 47,260 वोटों से हराया। वह 3 सीटें जीत चुकी है। रुझानों और नतीजों से जैसे-जैसे भावी विधानसभा की तस्वीर साफ हो रही है, राजनीतिक दलों में भी हलचल मचने लगी है। बीजेपी की बढ़त को देखकर जहां कांग्रेस ने जेडीएस से हाथ मिलाने का इशारा किया है। वहीं बीजेपी को अकेले दम पर सरकार बना लेने का भरोसा है। ताजा रुझानों के मुताबिक भाजपा के बी.एस. येदुरप्पा शिकारीपुरा में आगे चल रहे हैं। वहीं कांग्रेस के धरम सिंह भी जेवारगी में बढ़त बनाए हुए हैं। हाड़ापानाहल्ली विधानसभा सीट पर पूर्व उपमुख्यमंत्री एम.पी. प्रकाश पीछे चल रहे हैं। कांग्रेस उम्मीदवारों में शिवाजी नगर से रोशन बेग और कोलार से श्रीनिवास गौड़ा आगे चल रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी रामनगर विधानसभा क्षेत्र में आगे चल रहे हैं। जबकि, होलेनारासीपुरा विधानसभा क्षेत्र से कुमारस्वामी के भाई और पूर्व मंत्री एच.डी रेवाना (जेडी-एस) 225 वोटों से आगे हैं। शुरुआती रुझानों में श्रीरंगपट्टनम से कांग्रेस उम्मीदवार एम.एच. अंबरीश पीछे चल रहे हैं। बेल्लारी सिटी से कांग्रेस के अनील लाड भी पीछे चल रहे हैं। राज्य की 224 विधानसभा सीटों के लिए 3 चरणों में वोटिंग हुई थी। दोपहर बाद 3 बजे तक सारे नतीजे आ आने की संभावना है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी एम. एन. विद्याशंकर ने शनिवार को बताया कि पूरे प्रदेश में काउंटिंग के लिए 48 केंद्र बनाए गए हैं। इन केंद्रों की जबर्दस्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है। कर्नाटक ऐसा पहला प्रदेश है जहां नए परिसीमन के आधार पर चुनाव कराए गए हैं। उन्होंने कहा कि काउंटिंग खत्म होने के तुरंत बाद नतीजों का ऐलान करना मुमकिन होगा क्योंकि काउंटिंग सेंटरों और इलेक्शन ऑफिस के बीच अच्छी तरह से जुड़ा हुआ नेटवर्क स्थापित किया गया है।