Thursday, March 20, 2008

टेस्ट रैंकिंग में भारत दूसरे स्थान पर बरकरार

भारत का पड़ोसी लंका तीसरे स्थान पर

दुबई। भारत एलजी आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप में आस्ट्रेलिया के बाद दूसरे स्थान पर बरकरार है। भारत का पड़ोसी श्रीलंका उससे पीछे तीसरे स्थान पर है। भारत दौरे पर आने वाला दक्षिण अफ्रीका चौथे स्थान पर है।
दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका दोनों के एक बराबर 109 अंक है लेकिन दक्षिण अफ्रीका दशमलव के बाद की गणना में श्रीलंका से पिछड़ गया है। इस समय दूसरे से पांचवें स्थान की टीमों भारत, श्रीलंका, दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के बीच जबर्दस्त मुकाबला चल रहा है। दूसरे से पांचवें स्थान के बीच मात्र चार रेटिंग अंकों का फासला है। आस्ट्रेलिया 30 अंकों की मजबूत बढ़त के साथ चोटी पर बना हुआ है। टेस्ट बल्लेबाजी रैंकिंग में सचिन तेंदुलकर 12वें स्थान के साथ सबसे ऊंची रैकिंग वाले भारतीय हैं। पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ 16वें और वीवीएस लक्ष्मण 19वें स्थान पर हैं। गेंदबाजों में कप्तान अनिल कुंबले छठे स्थान पर हैं। चोटिल तेज गेंदबाज जहीर खान 13वें और इरफान पठान 18वें स्थान पर हैं।

युवराज से कोई रिश्‍ता नहीं- राइमा सेन

युवराज सिंह के साथ केवल दोस्ती
युवराज सिंह के अपने रिश्ते की खबर से अभिनेत्री राइमा सेन परेशान हैं। चूंकि उनके और युवराज सिंह के बीच ऐसा कुछ भी नहीं है इसलिए इस खबर से राइमा काफी परेशान हो गई हैं। वे कहती हैं, “मेरे और युवराज के रिश्ते की खबर हास्यासपद है। अब क्योंकि दिल्ली में हम साथ दिखे तो इसका मतलब यह नहीं कि मैं उससे प्यार करती हूं।” सवाल यह उठता है कि राइमा, युवराज से कहां और कैसे मिलीं? इस सवाल के जवाब में राइमा कहती हैं, “हम इंडिया फैशन वीक में एक दूसरे से मिले। हमने बातचीत की और हमारा व्यवहार दोस्ताना रहा। पर दिल्ली की मीडिया इसे हम दोनों के रिश्ते के रूप में जोड़कर देखने लगी। मेरा भरोसा कीजिए हम दोनों के बीच में ऐसा कुछ भी नहीं। अगर ऐसा कुछ होगी तो सबसे पहले मैं ही बताऊंगी।”

वरिष्ठ क्रिकेटरों की विदाई का वक्त करीब

नई दिल्ली। वरिष्ठ क्रिकेटरों की विदाई अब तय है। भारतीय टीम के नए कोच गैरी कर्स्टन इस वरिष्ठ क्रिकेटरों की सम्मानजनक विदाई का खाका तैयार करने में जुट गए हैं।लेकिन सबसे बड़ा सवाल अब ये है कि अगर एक साथ सभी वरिष्ठ क्रिकटरों (सचिन-सौरव-राहुल-अनिल-लक्ष्मण) ने संन्यास ले लिया, तो भारतीय टीम का क्या होगा?
ऐसे में कर्स्टन सचिन-सौरव-द्रविड़ जैसे खिलाड़ियों के साथ मिलकर यह खाका तैयार कर रहे हैं।भारतीय टीम के लिए आने वाले समय में सबसे बड़ी चुनौती वरिष्ठ खिलाड़ियों के लिए बाहर का रास्ता तैयार करना है। इस बारे में टीम के नए कोच गैरी कर्स्टन का यह बयान, “हमें वरिष्ठ क्रिकेटरों की सहमति से एक ऐसा खाका तैयार करना होगा, जिससे कि इस दौर के बेहतरीन क्रिकेटरों को सम्मानजनक विदाई मिल सके” काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा इस बयान की वह अहमियत है जिससे कि आने वाले समय में भारतीय क्रिकेट की दिशा और दशा तय होगी। ग्रेग चैपल के हमेशा विवादों में रहने की एक बड़ी वजह यह रही थी कि वे कभी सौरव को, तो कभी सचिन जैसे वरिष्ठ खिलाड़ियों से भिड़ते दिखे थे। इसलिए जाहिर तौर पर नए कोच कर्स्टन इस बारे में फूंक-फूंक कर कदम रखना चाहते हैं। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले दो टेस्ट मैचों में भले ही चयनकर्ताओं ने एक अनुभवी टीम का चयन किया हो, लेकिन विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक चयनकर्ता आगे की भी सोच रहे हैं।भारतीय टीम के पास तेंदुलकर-गांगुली-द्रविड़-लक्ष्मण और कुंबले के तौर पर मौजूदा दौर के पांच धाकड़ क्रिकेटर हैं। चयनकर्ताओं को इस बात का डर है कि लगभग एक उम्र के ये सभी क्रिकेटर जब अचानक क्रिकेट को अलविदा कह देंगे, तो टेस्ट टीम का क्या होगा। इसलिए अब हर किसी को इस बात का एहसास है कि वरिष्ठ खिलाड़ियों के लिए बाहर जाने का रास्ता सोच-समझकर तैयार करना जरूरी है। चैपल के विपरीत कर्स्टन इस बारे में स्वयं वरिष्ठ क्रिकेटरों को शामिल करने की राय रखते हैं। कर्स्टन के करीबी सूत्रों की मानें तो इस योजना में दो अहम बातें हैं। पहला, वरिष्ठ क्रिकेटर खुद टीम में कितने दिनों तक अपनी उपयोगिता मानते हैं और दूसरा क्या बेंच में उन्हें बदलने के लिए विकल्प मौजूद हैं।गैरी के इस फॉर्मूले में चाहे जितना दम हो, लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि मौजूदा ‘नायकों’ को सम्मानजनक विदाई देना आसान नहीं होगा!!

होली के रंग पिचकारी के संग

पटना/रांची। होली के मस्ती भरे माहौल में बाजार में दिलचस्प जंग छिड़ी हुई है। बिहार-झारखंड में लालू-नीतीश और धोनी के नाम पर रंग-गुलाल, पिचकारी और टोपी खरीदने-बेचने की होड़ लगी है। लालू और नीतीश के बीच कांटे का मुकाबला है, जबकि धोनी के टक्कर में कोई नहीं है।
पटना सहित पूरे बिहार का बाजार लालू और नीतीश के रंग में रंगा हुआ है। केंद्रीय रेल मंत्री लालू यादव और राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार होली के बाजार के सबसे बड़े ब्रांड हैं। इनके नाम पर रंग-गुलाल, पिचकारी की जबरदस्त बिक्री हो रही है। पटना के एक दुकान पर रंग खरीदने पहुंची एक लड़की ने कहा कि लालू यादव बालीवुड के सुपरस्टार शाहरुख से भी हाट हैं।
दुकान के मालिक सैयद आसिफ अली का कहना है कि इस बार के रेल बजट से जनता काफी खुश है और नीतीश कुमार के काम से भी काफी उम्मीदें बंधी हैं, इसलिए दोनों नेता जनता की नजर में हाट हैं। इनके नाम पर चीजों की बिक्री खूब हो रही है। लालू ब्रांड पिचकारी और नीतीश ब्रांड अबीर की बिक्री शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव से बेअसर लगातार चढ़ रही है।
उधर, पड़ोसी झारखंड के होली बाजार में तो बस महेंद्र सिंह धोनी का एकछत्र राज है। रांची का तो आलम यह है कि हर दुकान में धोनी के मुखौटे, पिचकारी, रंग-अबीर, टोपी की जबरदस्त मांग है। दुकानदार रमेश जैन ने बताया कि बीते साल की तुलना में इस बार धोनी के नाम का जलवा कुछ ज्यादा ही है। पिछले साल विश्व कप से भारतीय टीम के बाहर हो जाने के कारण इनके नाम का जलवा इतना नहीं था। इस बार ट्वेंटी-20 व‌र्ल्ड कप और आस्ट्रेलिया से सीरीज जीतने की खुशी में लोग धोनी के नाम पर पेश किए गए प्राडक्ट बिना सोचे-समझे खरीद रहे हैं।

Wednesday, March 19, 2008

हीरोइनें हमारे पीछे

नई दिल्ली। बॉलीवुड और भारतीय क्रिकेट टीम के बीच बढ़ते जा रहे रोमांस के बीच तेज गेंदबाज शांतकुमारन श्रीसंत ने आज कहा कि हम नहीं बल्कि हीरोइनें हमारे पीछे भागती हैं।श्रीसंत ने यहां संवाददाताओं से कहा, “बेशक लोग कुछ भी कहें, लेकिन मेरा मानना है कि हम बॉलीवुड की अभिनेत्रियों के पीछे नहीं भागते हैं बल्कि वे क्रिकेटरों के पीछे भागती हैं।” उन्होंने साथ ही कहा, “यदि आपका इशारा मेरी तरफ है तो मैं कहना चाहूंगा कि प्रियंका चोपड़ा के साथ मेरी बातचीत एक विज्ञापन का हिस्सा थी। इसमें इसके अलावा ज्यादा कुछ भी नहीं था। मैं अब भी सिंगल हूं।”उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ महीनों में दीपिका पादुकोण, किम शर्मा, कैटरीना कैफ और प्रियंका चोपड़ा के साथ भारतीय टीम के कुछ सितारों के इश्क के चर्चे मीडिया की सुर्खियां बने हुए हैं।

सलमान से आज भी डरती है करीना


फिल्म ‘जब वी मेट’ की शानदार कामयाबी के बाद अब करीना कपूर अपनी दूसरी फिल्मों में जुट गई हैं। कल से करीना अपनी नई फिल्म ‘मैं और मिस्टर खन्ना’ की शूटिंग में जुट गई हैं। इस फिल्म की शूटिंग मुम्बई के बाहरी इलाके में की जा रही है। फिल्म के सेट पर करीना कुछ घबराई से दिख पड़ीं। उन्होंने कहा, “भले ही हमने इससे पहले प्रियदर्शन की फिल्म ‘क्योंकि’ की है पर मैं हमेशा सलमान खान के साथ शूटिंग करने में घबरा जाती हूं। पहले वे मेरी बहन करिश्मा के हीरो हुआ करते थे, अब मुझे उनके साथ शूटिंग करनी है।”सलमान खान और करीना को संजय लीला भंसाली निर्देशित फिल्म ‘बाजीराव मस्तानी’ में भी साथ दिखना था। पर यह फिल्म बन ही नहीं पाई। फिर करीना को सलमान खान के निर्माण वाली फिल्म ‘माय पंजाबी निकाह’ के लिए भी साइन किया था पर यह फिल्म भी कभी बन नहीं पाई।सलमान के साथ वाली अपनी इस नई फिल्म के बारे में रोमांचित करीना ने कहा, “हमारी यह फिल्म ‘मैं और मिस्टर खन्ना’ एक दिलचस्प रोमांटिक फिल्म है। मुझे नहीं लगता कि सलमान ने इससे पहले कोई ऐसी प्रेम कहानी वाली फिल्म की हो। न ही मैंने की है। इस फिल्म में सोहैल खान भी होंगे।”

रेस पर निगाहें


मुंबई। फिल्म जोधा अकबर के बाद से बॉलीवुड की कोई भी फिल्म बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाने में कामयाब नहीं हो पाई है। इसीलिए अब सब की निगाहें अब्बास-मस्तान की घटना प्रधान रोमांचक फिल्म रेस पर टिकी हैं।
अनिल कपूर, सैफ अली खान, बिपाशा बसु, कैटरीना कैफ और अक्षय खन्ना अभिनीत यह फिल्म 21 मार्च को रिलीज हो रही है। लगभग 35 करोड़ रूपये के बजट से बनी फिल्म रेस के सभी कलाकार बॉक्स ऑफिस पर हिट रहे हैं। इसके अलावा थ्रिलर बनाने में अब्बास-मस्तान की विशेषज्ञता का लाभ भी इस फिल्म को मिलेगा।
टिप्स कंपनी के कुमार एस तोरानी और रमेश तोरानी ने कहा है कि उन्होंने इस फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर सफल बनाने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी है। इस दौरान सुभाष घई द्वारा लंबे समय के बाद निर्देशित फिल्म के रूप में ब्लैक एंड व्हाइट भी परदे पर आई। इस फिल्म को आलोचकों ने तो सराहा लेकिन वह अच्छी कमाई कर पाने में नाकाम रही।

बकरे की बलि देने से धोनी फंसे

लखनऊ। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी रांची में अपने आवास में स्वीमिंग पुल बनवाने के विवाद के बाद, झारखंड के एक मंदिर में पूजा के दौरान बकरे की बलि दिए जाने को लेकर नए विवाद में पड़ गए हैं।जानवरों पर क्रूरता के लिए काम करने वाली अंतर्राष्ट्रीय संस्था ‘पीपल्स फॉर द एथीकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स’ (पेटा) की भारत में प्रमुख अनुराधा साहनी ने पूजा के दौरान बलि दिए जाने को लेकर धोनी की आलोचना की है।उन्होंने कहा है कि जानवरों की हत्या से भगवान या देवी-देवता खुश नहीं हो सकते। उन्होंने इस संबंध में धोनी को पत्र भी भेजा है। कहा कि क्रिकेट कप्तान के इस कदम से उनके प्रशंसक भी ऐसा करने को प्रेरित होंगे तथा इससे जानवरों पर क्रूरता को बढ़ावा मिलेगा।उन्होंने कहा कि धोनी का यह कदम कहीं से सराहे जाने योग्य नहीं है।साहनी ने धोनी को भेजे पत्र में कहा है कि जानवरों की बलि भारतीय संस्कृति नहीं है उन्होंने कहा, “अब यह धोनी पर है कि वे अपनी छवि कैसे बनाते हैं।”इस बीच भारतीय पशु कल्याण बोर्ड ने भी धोनी की इस बात के लिए आलोचना की है।बोर्ड के अध्यक्ष आर।एम. खरब ने धोनी को इन सब चीजों के बचने की सलाह दी है।गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया के सफल दौरे के बाद धोनी ने झारखंड के प्रमुख शक्ति पीठ ‘छिन्न मस्तिका मंदिर’ में पूजा के दौरान बकरे की बलि दी थी। इससे पूर्व धोनी रांची में अपने निर्माणाधीन मकान में स्वीमिंग पुल बनवाने को लेकर भी विवाद में फंस चुके हैं।उन्हें इसके लिए झारखंड उच्च न्यायालय में हलफनामा भी दाखिल करना पड़ा था।

शान से संन्यास लेना चाहता हू

वेलिंगटन। न्यूजीलैंड के बल्लेबाज स्टीफन फ्लेमिंग 111 मैचों के टेस्ट कैरियर का अंत इंग्लैंड के खिलाफ शनिवार को होने वाले तीसरे और निर्णायक टेस्ट में एक बड़े स्कोर से करना चाहते हैं।
सन 1984 में अपने अंतरराष्ट्रीय कैरियर का आगाज करने वाले न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान जानते हैं कि अगर वह दो पारियों में 113 रन बना लें तो वह अपने बल्लेबाजी औसत को 40 तक पहुंचा लेंगे लेकिन उन्होंने कहा, मैं व्यक्तिगत आंकड़ों के बजाय इंग्लैंड के खिलाफ 24 वर्षो में पहली घरेलू सीरीज जीतने की कोशिश करूंगा। फ्लेमिंग ने नेपियर में कहा, इस मैच में 40 का औसत बनाना मेरा लक्ष्य नहीं है लेकिन अगर मैं 40 से ज्यादा का औसत बना लेता हूं तो इसका मतलब होगा कि मैंने एक और शतक जमा लिया। इससे हम इंग्लैंड पर दबाव बनाने में सफल होंगे।
इस बाएं हाथ के बल्लेबाज को उनकी बल्लेबाजी के लिए नहीं बल्कि 80 टेस्ट में कप्तानी के लिए याद रखा जाएगा। फ्लेमिंग ने टेस्ट मैचों में 44 अर्धशतकों की मदद से 7047 रन बनाए हैं लेकिन वह सिर्फ नौ बार ही शतक बना पाए हैं।

मल्लिका ने तोडा गोविंदा का ख्वाब

हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री की सबसे बोल्ड अभिनेत्री मानी जाने वाली मल्लिका शेरावत के साथ आज चोटी का हर अभिनेता काम करने की ख्वाहिश रखता है और इन्हीं में से एक नाम है अपने चीची भइया यानी गोविंदा का भी। अपने करियर की दूसरी पारी में जमकर सक्रिय गोविंदा का अरमान सेक्सी हीरोइन मल्लिका शेरावत के साथ स्क्रीन पर दिखने का था। उनके दिल में यह ख्वाहिश कब से दबी थी, यह तो पता नहीं, लेकिन हां, यह ख्वाहिश जगजाहिर तब हुई, जब उन्होंने आदित्य दत्त की नई फिल्म चाय, चाय गरम साइन की। उन्होंने साइन करते ही फिल्म के निर्देशक के सामने मल्लिका को अपने साथ हीरोइन बनाने की बात निर्देशक से कही।
दरअसल, आदित्य एक ऐसे निर्देशक हैं, जो मल्लिका के नखरों से अच्छी तरह वाकिफ हैं। उन्होंने इस बारे में गोविंदा के सामने पहले ही अपनी असमर्थता जता दी कि ऐसा नहीं हो सकता, लेकिन जब गोविंदा ने बड़े आत्मविश्वास के साथ आदित्य से कहा कि वे मल्लिका से बात करेंगे और उन्हें यकीन है कि वे उनके साथ काम करने को तुरंत राजी हो जाएंगी, तो उन्होंने कहा कि पूछ लीजिए। अगर ऐसा होता है, तो भला मुझे क्यों ऐतराज होगा!
फिर मल्लिका तो इंडस्ट्री की बिकाऊ हीरोइनों में से एक हैं। उनके अपने दर्शक वर्ग हैं, लेकिन गोविंदा शायद इस बात को भूल गए थे कि इन दिनों मल्लिका के भाव इंडस्ट्री में बहुत बढ़ गए हैं और इसीलिए कहते हैं कि वे आसानी से किसी फिल्म के साथ नहीं जुड़तीं। सूत्र बताते हैं, आदित्य के सामने ही गोविंदा ने अति विश्वास के साथ मल्लिका को फोन मिलाया। मल्लिका ने गोविंदा से एक सभ्य अभिनेत्री की तरह ही बात की और फिल्म के बारे में बहुत ध्यान से सुना। जब गोविंदा ने मल्लिका से उनका फैसला पूछा, तो उन्होंने हंसते हुए कहा कि वे उन्हें कुछ देर में फोन करके सूचित कर देंगी। गोविंदा बड़ी देर तक मल्लिका के फोन का इंतजार करते रहे, लेकिन उनके फोन की घंटी अंतत: नहीं बजी। लोगों को यह जानकर हैरानी होगी कि आज भी गोविंदा मल्लिका के फोन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। अब गोविंदा को कौन समझाए कि कुछ बातें इशारों में ही समझ जाने वाली होती हैं। मल्लिका ने कुछ न कहते हुए बड़ी सरलता से अपना फैसला सुना कर गोविंदा के अरमानों पर पानी फेर दिया। इस तरह इंडस्ट्री के सीनियर कलाकार गोविंदा का बड़े पर्दे पर मल्लिका के साथ दिखने का खूबसूरत ख्वाब टूटकर चूर-चूर हो गया।
उल्लेखनीय है कि आशिक बनाया आपने फेम निर्देशक आदित्य दत्त की इस नई कॉमेडी फिल्म में गोविंदा, राइमा सेन, जावेद जाफरी, राजपाल यादव और अनुपम खेर अहम भूमिका निभा रहे हैं। अब देखने वाली बात यह होगी कि इस फिल्म में गोविंदा इंडस्ट्री की किस अदाकारा के साथ रोमांस करते नजर आएंगे!

Tuesday, March 18, 2008

वूल्मर को नही भुला सका

कराची। बाब वूल्मर की मौत के एक साल बाद पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक ने स्वीकार किया कि वह कभी अपने प्रेरणास्रोत क्रिकेट कोच को भुला नहीं सकेंगे।
इंजमाम ने इंग्लैंड के पूर्व टेस्ट बल्लेबाज वूल्मर की पहली बरसी पर कहा, पाकिस्तानी क्रिकेट वूल्मर के योगदान के लिए हमेशा उनका कर्जदार रहेगा। पिछले साल विश्व कप के दौरान पाकिस्तान की आयरलैंड के हाथों हार के बाद वूल्मर जमैका के एक होटल के अपने कमरे में मृत पाए गए थे। उन्होंने कहा, मैं विश्व कप की कड़वी यादों को भूलना चाहता हूं लेकिन मैं कभी भी वूल्मर को भूल नहीं सकूंगा। वह बेहतरीन कोच ही नहीं बल्कि बेमिसाल इंसान भी थे।
वूल्मर की मौत को पहले हत्या समझा जा रहा था। कुछ लोगों का कहना था कि वूल्मर की हत्या इसलिए की गई ताकि वह एशिया में फिर पनप रहे क्रिकेट सट्टेबाजी के रैकेट का भंडाफोड़ न कर दें। जमैका के इतिहास की सबसे बड़ी पुलिसिया जांच और महीनों तक चले अटकलों के दौर के बाद अक्तूबर में नतीजा आया कि वूल्मर की स्वाभाविक मौत हुई थी। इंजमाम इस प्रकरण से इतने आहत हुए कि उन्होंने वेस्टइंडीज में पाकिस्तान के विश्व कप के आखिरी मैच के बाद नम आंखों से एक दिवसीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। उन्होंने कहा, वूल्मर सबकी मदद करते थे। वह हमेशा टीम के बारे में सोचते थे कि इसके प्रदर्शन में कैसे सुधार किया जाए।
इंजमाम ने कहा, आयरलैंड से मिली हार के बाद हम सभी हताश थे लेकिन वूल्मर सभी को ढांढस बंधा रहे थे। वह हमें समझा रहे थे कि यह एक खराब दिन था और टीम के हालात जल्दी ही सुधरेंगे। उन्होंने कहा, उन्होंने मुझसे पूछा कि मेरी क्या योजना है। मैंने कहा कि मेरा दिमाग काम नहीं कर रहा है और हम कल बात करेंगे लेकिन यह मौका आया ही नहीं। उसी रात उनकी मौत की खबर आ गई।
पूर्व अंतरराष्ट्रीय लेग स्पिनर और गेंदबाजी कोच मुश्ताक अहमद ने कहा, वूल्मर सभी के लिए प्रेरणास्रोत थे। उन्होंने कहा, वूल्मर काउंटी स्तर पर भी कामयाब कोच थे। उसके बाद दक्षिण अफ्रीका और पाकिस्तानी क्रिकेट के लिए उन्होंने अमूल्य सेवाएं दीं। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड [पीसीबी] ने अपना इंडोर क्रिकेट स्कूल दिवंगत कोच के नाम पर समर्पित कर दिया है। इसका उद्घाटन पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका की टीम ने किया था। पीसीबी प्रमुख नसीम अशरफ ने कहा, वूल्मर को पाकिस्तानी क्रिकेट में हमेशा याद रखा जाएगा। उनकी यादें अभी भी ताजा है। पाकिस्तानी क्रिकेट में उनका योगदान अतुलनीय है।

शिवानी हत्या कांड चार को सजा

नई दिल्ली। दिल्ली की एक त्वरित अदालत ने बहुचर्चित शिवानी भटनागर हत्याकांड मामले में भारतीय पुलिस सेवा आईपीएस के निलंबित अधिकारी आर. के. शर्मा समेत चार अभियुक्तों को आज दोषी करार दे दिया जबकि दो को बरी कर दिया। दोषियों को सजा 20 मार्च को सुनाई जाएगी। कड़कड़डुमा अदालत के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश राजेंद्र कुमार शास्त्री ने अंग्रेजी दैनिक इंडियन एक्सप्रेस की पत्रकार शिवानी भटनागर हत्याकांड के 9 वर्ष पुराने मामले में आज हरियाणा कैडर के आईपीएस अधिकारी आर. के. शर्मा समेत चार अभियुक्तों को दोषी करार दिया तथा दो आरोपियों वेद प्रकाश शर्मा और वेद उर्फ कालू को बरी कर दिया। शर्मा तथा तीन अन्य को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 302-120 बी और 201 के तहत दोषी करार दिया गया है। आरोप था कि शर्मा ने पांच अन्य आरोपियों श्रीभगवान, वेद प्रकाश शर्मा, प्रदीप शर्मा, सत्यप्रकाश और वेद उर्फ कालू के साथ साजिश करके 23 जनवरी 1999 को शिवानी भटनागर की हत्या कराई थी। मामले की पांच वर्षों तक चली सुनवाई के दौरान कुल 209 में से 51 गवाह अपने पहले के बयान से मुकर गये थे। शर्मा और शिवानी के बीच अंतरंग सम्बन्ध हो गए थे, लेकिन बाद में उनमें मतभेद हो गया था। अदालत ने अभियोजन पक्ष और बचाव पक्ष की दलीलें पूरी होने के बाद पांच मार्च को फैसला सुरक्षित रख लिया था।

क्यों भुला दी १९८३ की टीम

मुम्बई। सन 1983 की विश्वकप जीत कपिल के जांबाजों ने वेस्ट इंडीज के खूंखार लड़ाकों से जीती थी। इस जीत ने भारतीय क्रिकेट की नसों में बिजली दौड़ा दी थी। सच तो यह है कि अगर कहा जाए कि भारतीय क्रिकेट का असली जन्म 25 जून 1983 को ही हुआ था, तो यह गलत नहीं होगा। किसी भी भारतीय के लिए वह दिन क्रिकेट का सबसे बड़ा दिन था। ये पल भारतीय क्रिकेट इतिहास के लिए ही नहीं बल्कि भारत के आधुनिक इतिहास के सबसे यादगार लम्हों में से एक हैं। इस जीत के बाद देश में क्रिकेट का नक्शा ही बदल गया। पूरे देश में एक नया जूनुन पैदा हुआ और धीरे-धीरे जनता के दिलो-दिमाग पर छा गया। 25 जून 1983 को लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान का यह नजारा आज भी भारतीय क्रिकेट की सबसे बड़ी धरोधर है। आज हम जो कुछ भी हैं, उसकी बुनियाद यहीं पड़ी थी। मगर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) इन सभी खिलाड़ियों को, इन असली नायकों को भुला चुका है। तभी तो जब इस साल इस जीत के पूरे 25 साल हो रहे हैं, लेकिन बीसीसीआई का इन सभी खिलाड़ियों को सम्मानित करने का कोई कार्यक्रम नहीं है।

‘नन्हे जैसलमेर’ राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए नामित

समीर कार्णिक अगर इन दिनों खुश हैं तो इसकी वजह भी जायज है। उनकी फिल्म ‘नन्हे जैसलमेर’ को इस साल के राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के लिए नामित किया गया है। अलावा उनकी आने वाली फिल्म ‘हीरोज’ और ‘रोशन’ को भी कान फिल्म समारोह के अलग-अलग वर्गों में नामित किया गया है। कान फिल्‍मोत्‍सव मई माह में फ्रांस में होगा। अपने करियर में नई कामयाबी मिलने के बारे में समीर कार्णिक कहते हैं कि उनकी दोनों फिल्में ‘हीरोज’ और ‘रोशन’ की पहली प्रति नहीं निकली है, पर उन्होंने किसी तरह से दोनों फिल्‍मों के एक-एक कामचलाऊ प्रिंट कान समारोह में भिजवाए हैं। कान फिल्म समारोह के प्रतियोगिता खंड के लिए अपनी फिल्में भेजकर कार्णिक काफी रोमांचित हैं। हालांकि अपनी कामयाबी के लिए कार्णिक सिनेमेटोग्राफर बिनोद प्रधान की भी जम कर तारीफ करते हैं। वे दावा करते हैं कि दोनों ही फिल्मों में प्रधान ने अच्‍छा काम किया है।

Monday, March 17, 2008

बॉलीवुड और क्रिकेट का साथ


क्रिकेट में भी फिल्मों की चमक-दमक ने प्रवेश कर लिया है। आईपीएल स्पर्धा से शाहरुख और प्रीति जिंटा के जुड़ने से यह खेल अब ग्लैमरस हो गया है। शाहरुख और प्रीति अपनी-अपनी टीम के प्रमोशन के लिए वीडियो तैयार कर रहे हैं। इससे इनकी टीम प्रचार-प्रसार में दूसरी टीमों के मुकाबले आगे निकल जाएगी। चूँकि शाहरुख और प्रीति बॉलीवुड से जुड़े हुए हैं, इसलिए दोनों को टीम के लिए गाना बनाने में कोई दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ा। विजय माल्या की टीम बंगलोर रॉयल चैलेंजर्स है, भला वे कैसे पीछे रहते। माल्या के बॉलीवुड वालों से अच्छे संबंध हैं और आएदिन उनकी पार्टियों में हिंदी फिल्म उद्योग की हस्तियाँ शोभा बढ़ाती रहती हैं। माल्या भी अपनी टीम के लिए प्रमोशनल वीडियो बना रहे हैं। उनके लिए यह काम ‘मुसाफिर’, ‘काँटे’ और ‘जिंदा’ जैसी फिल्म बनाने वाले संजय गुप्ता करेंगे। इस प्रमोशनल वीडियो में कौन दिखाई देगा, यह अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है। सूत्रों के मुताबिक माल्या की पसंद कैटरीना कैफ और दीपिका पादुकोण हैं। दोनों तार‍िकाओं से बातचीत चल रही है और सिर्फ घोषणा होने की औपचारिकताएँ शेष हैं। दीपिका और कैटरीना अगर बंगलोर रॉयल चैलेंजर्स से जुडती हैं तो इन दोनों नायिकाओं के प्रशंसक इस टीम का समर्थन करते नजर आएँगे।

होली पर भी ग्लैमर का जादू

प्रेम, एकता और भाईचारे का रंग पर्व होली पर भी अब ग्लैमर का जादू सिर चढ़कर बोल रहा है, जिसने समाज में अमीर-गरीब के फासले को बढ़ा दिया है।
होली का त्यौहार सिर पर है और बाजार में होली की चीजों की चमक दिखाई दे रही है, लेकिन महंगाई के चलते इस पर्व में इस्तेमाल होनी वाली चीजें आम आदमी की पहुंच से दूर होती दिखाई पड़ रही है।
लजीज गुझिया के बिना तो होली के बारे में सोचा भी नहीं जा सकता, लेकिन इसकी आसमान छूती लागतें या इसे बनाने में इस्तेमाल चीजों की कीमतें लोगों के लिए मुश्किल का सबब बनी हुई है।
इस बार होली पर आने वाले मेहमानों की खातिर में लोग अपनी नाश्ते की प्लेट को सोने का वर्क लगी गुझिया से सजा सकते हैं, लेकिन इसके लिए उन्हें अपनी जेब ढीली करनी पडे़गी, क्योंकि बाजार में इनकी कीमत चार हजार रुपये प्रति किलो चल रही है।
राजधानी की जानी-मानी मिठाई की दुकान छप्पनभोग गुझिया एवं मिठाइयों की मुंह में पानी लाने वाली किस्मों की भरमार है। यहां मेवा, केसर, काजू, पिस्ता, बादाम, साधारण खोये वाली तथा विभिन्न स्वाद और सुगंधों में शुगर फ्री गुझिया 200 से 750 रुपये प्रति किलो की दर से उपलब्ध हैं।
दुकान मालिक शेखर गुप्ता का कहना है कि बदलते समय ने त्योहार मनाने का तरीका भी बदला है। पहले मेहमान के आगे साधारण खोये की गुझिया पेश की जाती थी, लेकिन अब कोई भी अपने बजट और सुविधा के हिसाब से विकल्प चुन सकता है।
एक गृहिणी प्रियंका ने कहा कि सोने का वर्क लगी गुझिया तो एक सपना है, क्योंकि समाज में एक वर्ग ही ऐसा है जो यह लागत वहन कर सकता है। उन्होंने कहा कि अब त्योहार पर्व के बजाए शानो-शौकत दिखाने का माध्यम बन गए हैं।
दूसरी ओर तमाम मिठाई विक्रेता इस त्योहार के सिलसिले में ज्यादा प्रयोग नहीं कर रहे हैं और खोये की साधारण गुझिया बना रहे हैं।
होली के सिलसिले में घरेलू बाजार इन दिनों तरह-तरह की रंगबिरंगी और डिजाइनर पिचकारियों से पट गए हैं। इनमें चीनी डिजाइनर पिचकारियों की बाजार में धूम है। हाकी प्लास्टिक की बनी चीनी पिचकारियों की श्रृंखला को वाटर गन भी कहा जाता है। दस रुपये की कीमत से शुरू होकर ये पिचकारियां 2500 रुपये तक के मूल्य में बाजार में उपलब्ध हैं। यह बड़ी पिस्टलनुमा पिचकारी छह लीटर पानी की क्षमता रखती है जिससे बड़ी देर तक लोगों को तर किया जा सकता है।
पशुओं, पिस्टल, बंदूक और पेंसिल की आकृति में ये पिचकारियां रंग खेलने के लिए हल्की तो रंगों की धार दूर तक फेंकने वाली हैं। अमीनाबाद क्षेत्र के एक पिचकारी विक्रेता मनीष अग्रवाल ने बताया कि जो अभिभावक बंदूक के आकार वाली पिचकारी बच्चों को दिलाने से इनकार कर देते थे वे जानवरों की डिजाइन वाली खिलौने जैसी इन पिचकारियों को दिलाने से मना नहीं कर पाएंगे। वैसे बाजार में इस समय इन चीनी पिचकारियों का बोल बाला। वैसे पैसे वालों द्वारा अपना जलवा दिखाने के लिए बाजार में चांदी की बनी पिचकारी भी उपलब्ध है।

मैं नाराज नहीं


इन दिनों फिल्म इंडस्ट्री में एक और सवाल उठाया जा रहा है कि क्या बिपाशा बसु फिल्म ‘रेस’ के निर्माता से नाराज हैं? बताया जा रहा है कि फिल्म के प्रचार में निर्माताओं द्वारा कैटरीना को ज्यादा तवोज्जोह दिए जाने से बिपाशा थोड़ी खफा है। फिल्म पूरी होने के काफी वक्त बाद सैफ और कैटरीना को लेकर एकसाथ फिल्माए गए गाने को लेकर बिपाशा और भी भड़क उठीं। हालांकि इन तमाम विवादों के बारे में बिपाशा कुछ और ही सफाई देती नजर आती है। उनका कहना है कि, “मैं तौरानी (‘रेस’ के निर्माता) से क्यों नाराज हो सकती हूं?...फिल्म का प्रोमोशन कमाल का है। मुझे उनसे किसी तरह की कोई शिकायत नहीं।”और इस नए गाने को लेकर भी बिपाशा का नजरिया बिल्कुल अलग है, “मैं इस गीत को लेकर भी नाराज नहीं हूं...यह गाना हमेशा से ही फिल्म में रहा है। दरअसल शुरुआत में इसे डरबन में फिल्माना था और फिर दुबई में....लेकिन किसी वजह से ऐसा नहीं हो पाया। ऐसा नहीं है कि इस गाने के बारे में बाद में सोचा गया है।”

पंद्रह सदस्यी भारतीय टीम का ऐलान

मुम्बई। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 26 मार्च से शुरु हो रही तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला के पहले दो टेस्ट मैचों के लिए आज पंद्रह सदस्यी भारतीय टीम का ऐलान बेंगलुरू में कर दिया गया है।
फिट नहीं होने के कारण तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा टीम में जगह बनाने से चूक गए हैं, वहीं स्पिनर मुरली कार्तिक को टीम में जगह मिल गई है। साथ ही युवराज सिंह के भी फिटनेस टेस्ट में सफल हो जाने के बाद उन्हें टीम में जगह मिल गई है, हालांकि गौतम गंभीर टीम में जगह बनाने से चूक गए।

वहीं एकदिवसीय टीम के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी और ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह का फिटनेस टेस्ट होना अभी बाकी है, हालांकि दोनों को ही टीम में जगह दे दी गई है। धोनी और हरभजन सिंह का फिटनेस टेस्ट 21 मार्च को होगा।

पहले दो टेस्ट मैचों के लिए भारतीय टीम इस प्रकार है-

अनिल कुंबले (कप्तान), सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर, महेन्द्र सिंह धोनी, वीवीएस लक्ष्मण, वसीम जाफर, मुरली कार्तिक, इरफान पठान, एस. श्रीसंत, आरपी सिंह, हरभजन सिंह, युवराज सिंह, दिनेश कार्तिक और वीरेन्द्र सेहवाग ।

चयनसमिति के सदस्यों के अलावा टीम के चयन के लिए हुई बैठक में भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान अनिल कुंबले और नए कोच दक्षिण अफ्रीका के पूर्व क्रिकेटर गैरी कर्स्टन भी शामिल थे।

भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट कार्यक्रम-

26 मार्च 2008- पहला टेस्ट
सुबह 10 बजे- चिदंबरम स्टेडियम (चेपॉक), चेन्नई।
3 अप्रैल 2008- दूसरा टेस्ट
सुबह 10 बजे- सरदार पटेल स्टेडियम, अहमदाबाद।
11 अप्रैल 2008- तीसरा टेस्ट
सुबह 10 बजे- ग्रीन पार्क, कानपुर।

Sunday, March 16, 2008

आडवाणी की आत्मकथा से भाजपा परेशान

नई दिल्ली। लोकसभा में विपक्ष के नेता लालकृष्ण आडवाणी की आत्मकथा माई कंट्री माई लाइफ का विमोचन होने से पहले भारतीय जनता पार्टी में जहां घबराहट है, वहीं उसके विरोधी दल अगले लोकसभा चुनाव से पहले आडवाणी के खिलाफ राजनीति मसाला हाथ लगने की बाट जोह रहे हैं।

पूर्व राष्ट्रपति कलाम 19 मार्च को आडवाणी की आत्मकथा का विमोचन करेंगे, लेकिन इससे पहले ही इस पुस्तक को लेकर राजनीतिक दलों और मीडिया में तरह तरह के कयास लगने लगे हैं। भाजपा नेता इस आशंका से ग्रसित हैं कि अब जबकि आडवाणी अगले चुनाव के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के प्रधानमंत्री के उम्मीदवार घोषित हो चुके हैं तो उनकी आत्मकथा को लेकर जिन्ना विवाद की तरह कोई और नया बखेड़ा नहीं खड़ा हो जाए।

दूसरी ओर कांग्रेस और सहयोगी दलों में इस पुस्तक में नया राजनीतिक मसाला मिलने और फिर उसकी आड़ में आडवाणी को घेरने की पूरी आस बंध चुकी है। उनका मानना है कि आतंकवाद के मुद्दे पर संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार को पहले दिन से घेर रहे आडवाणी की कंधार अपहरण मामले में एक बार फिर घेरेबंदी की जा सकती है।

आडवाणी की आत्मकथा के प्रकाशन के बारे में भाजपा के शीर्ष नेताओं तक भनक नहीं थी और जब इसके विमोचन के कार्यक्रम सार्वजनिक हुए तो सभी भौचक्के रह गए। कुछ नेताओं का कहना है कि आखिर चुनाव से पहले इसको प्रकाशित करने का क्या मतलब है। आडवाणी की साठ साल से भी अधिक समय की राजनीति में अनेक उतार-चढ़ाव आए हैं, विरोधी नकारात्मक पहलुओं को उछालने से नहीं चूकेंगे।

उपप्रधानमंत्री और गृह मंत्री रहे आडवाणी की आत्मकथा में अयोध्या आंदोलन, अयोध्या में विवादित ढांचा विध्वंस, राजग सरकार का गठन, आगरा शिखर वार्ता, कारगिल युद्ध, कंधार अपहरण और 2005 में उनकी पाकिस्तान की विवादास्पद यात्रा में पहली बार विस्तार से उनकी मन:स्थिति को जानने का मौका मिलेगा, लेकिन ये सभी वे मुद्दे हैं जो उनके विरोधियों के लिए राजनीति के अखाडे़ में पटखनी देने जैसे हैं।

भाजपा नेताओं ने कहा कि पत्रकारिता से लंबे अर्से तक जुडे़ रहे आडवाणी को खासतौर अपने विरोधियों और मीडिया की कड़ी से कड़ी आलोचनाओं का करारा जवाब देना आता है। सूत्रों का कहना है कि इस पुस्तक की प्रस्तावना पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी ने लिखी है, जिसमें उन्होंने अपने सबसे पुराने सहयोगी आडवाणी की जमकर सराहना की है। विमोचन से पहले यह प्रस्तावना मीडिया में सार्वजनिक हो चुकी है, जो आडवाणी के हित में जाएगी।

एक भाजपा नेता ने कहा कि जिन्ना प्रकरण के कारण भले ही आडवाणी को पार्टी अध्यक्ष पद छोड़ना पड़ा, लेकिन कुल मिलाकर उनकी छवि उदार हुई है। वह विपक्ष के नेता की हैसियत से पाकिस्तान गए थे तो प्रोटोकाल के नाते जिन्ना की मजार पर जाना ही था और जब आप किसी की मजार पर जाएंगे तो शिष्टाचार की औपचारिकता निभानी होती है, आडवाणी ने भी वही किया। वैसे कंधार अपहरण के मुद्दे पर आडवाणी कह चुके हैं कि वह दिसंबर 1999 में कंधार विमान अपहरण कांड के खिलाफ कार्रवाई करने के पक्ष में थे, लेकिन राजग सरकार ने इंडियन एयरलाइंस के 160 यात्रियों के जीवन के बदले तीन आतंकियों को छोड़ने का फैसला किया। उन्होंने कहा है कि सरकार ने महसूस किया कि यात्रियों को बचाना चाहिए और मैं भी इसका एक हिस्सा था। मैं इसे परिभाषित नहीं कर सकता, लेकिन पृष्ठभूमि यह है। आडवाणी ने कहा कि यदि राजग सरकार आतंकवाद पर समझौता करने की इच्छुक होती तो आगरा सम्मेलन कभी विफल नहीं होता।

एक और झांसी की रानी!


अभी सुष्मिता सेन की झांसी की रानी सिर्फ खबरों में ही बन रही है। दरअसल, आए दिन उनकी इस फिल्म को लेकर कोई न कोई खबर अखबारों में छपती ही रहती है। कभी बताया जाता है कि डॉ. चंद्रप्रकाश द्विवेदी उनकी फिल्म को डायरेक्ट करेंगे, तो कभी कहा जाता है कि शाहरुख खान ने उनकी झांसी की रानी का हिस्सा बनने से इनकार कर दिया है। बीच में खबर छपी थी कि मध्य प्रदेश सरकार सुष्मिता सेन की मदद कर रही है। इरादा है कि किसी शहर में सेट लगा कर शूटिंग की जाए और बाद में उसे संग्रहालय का रूप दे दिया जाए। दरअसल, इन सारी खबरों के बाद की सच्चाई यही है कि अभी तक फिल्म की स्क्रिप्ट भी पूरी नहीं हो पाई है। निश्चित ही यह सुष्मिता का ड्रीम प्रोजेक्ट है, लेकिन लगता है कि उनके ड्रीम प्रोजेक्ट के पूरा होने से पहले ही कोई और अपने सपने पूरे कर लेगा। चर्चा यह है कि बूम से चर्चित हुए निर्देशक काएजाद गुस्ताद भी झांसी की रानी की तैयारी कर रहे हैं। इस फिल्म की निर्माता आयशा श्रॉफ हैं। लोगों को याद होगा कि आयशा ने ही बूम का भी निर्माण किया था, जिसकी वजह से जैकी श्रॉफ को भारी नुकसान उठाना पड़ा था। काएजाद की झांसी की रानी में हॉलीवुड के ऐक्टर केविन स्पाइसी खास भूमिका निभा रहे हैं। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि इस फिल्म में रानी लक्ष्मीबाई की भूमिका कौन निभाएंगी! वैसे, कुछ समय पहले तक ऐश्वर्या राय भी एक झांसी की रानी कर रही थीं, जिसका निर्देशन केतन मेहता करने वाले थे। हालांकि वह फिल्म फिलहाल ठंडे बस्ते में चली गई है। सुष्मिता इस खबर से थोड़ी राहत महसूस कर ही रही थीं कि इस खबर ने उन्हें फिर से बेचैन कर दिया है।

हरभजन मामले में हेडन ने मानी गलती

मेलबर्न। आस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज मैथ्यू हेडन ने भारतीय ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह के साथ हुए विवाद में अपनी गलती स्वीकारते हुए कहा है कि वह इंडियन प्रीमियर लीग के दौरान हरभजन के साथ मिल बैठ कर आपसी खटास दूर करने की कोशिश करेंगे।

हेडन ने एक आस्ट्रेलियाई अखबार को दिए साक्षात्कार में कहा, 'मैं हरभजन के साथ बैठकर सुलह करने की कोशिश करूंगा। भारत के आस्ट्रेलिया दौरे पर हरभजन के ऊपर मेरी टिप्पणी के कारण खासा विवाद हुआ और इससे सबको दुख पहुंचा। मैं इसे खत्म करना चाहता हूं।' गौरतलब है कि हेडन ने त्रिकोणीय सीरीज के फाइनल मुकाबलों से पूर्व एक रेडिया चैनल के साथ बातचीत में भारतीय स्पिनर को जंगरी घासफूस और बैड ब्वाय कहा था। इसके बाद भारत वापस आने पर हरभजन ने हेडन पर कथित तौर पर झूठा होने का आरोप लगाया था।

हेडन ने कहा, 'हरभजन के ऊपर टिप्पणी के लिए मैंने सही शब्दों का चुनाव नहीं किया लेकिन मैं अब भी इस बात पर कायम हूं कि मेरा इरादा हरभजन को नीचा दिखाने या शर्रि्मदा करने का नहीं था। मैं बस आस्ट्रेलिया-भारत की रोचक प्रतिद्वंद्विता को और हवा देने की कोशिश कर रहा था। हालांकि इसकी कोई जरूरत नहीं थी और यहीं मुझसे गलती हो गई।' आईपीएल में हेडन चेन्नई की टीम से खेलेंगे जबकि हरभजन मुंबई की टीम का हिस्सा हैं।