Tuesday, March 18, 2008

वूल्मर को नही भुला सका

कराची। बाब वूल्मर की मौत के एक साल बाद पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक ने स्वीकार किया कि वह कभी अपने प्रेरणास्रोत क्रिकेट कोच को भुला नहीं सकेंगे।
इंजमाम ने इंग्लैंड के पूर्व टेस्ट बल्लेबाज वूल्मर की पहली बरसी पर कहा, पाकिस्तानी क्रिकेट वूल्मर के योगदान के लिए हमेशा उनका कर्जदार रहेगा। पिछले साल विश्व कप के दौरान पाकिस्तान की आयरलैंड के हाथों हार के बाद वूल्मर जमैका के एक होटल के अपने कमरे में मृत पाए गए थे। उन्होंने कहा, मैं विश्व कप की कड़वी यादों को भूलना चाहता हूं लेकिन मैं कभी भी वूल्मर को भूल नहीं सकूंगा। वह बेहतरीन कोच ही नहीं बल्कि बेमिसाल इंसान भी थे।
वूल्मर की मौत को पहले हत्या समझा जा रहा था। कुछ लोगों का कहना था कि वूल्मर की हत्या इसलिए की गई ताकि वह एशिया में फिर पनप रहे क्रिकेट सट्टेबाजी के रैकेट का भंडाफोड़ न कर दें। जमैका के इतिहास की सबसे बड़ी पुलिसिया जांच और महीनों तक चले अटकलों के दौर के बाद अक्तूबर में नतीजा आया कि वूल्मर की स्वाभाविक मौत हुई थी। इंजमाम इस प्रकरण से इतने आहत हुए कि उन्होंने वेस्टइंडीज में पाकिस्तान के विश्व कप के आखिरी मैच के बाद नम आंखों से एक दिवसीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। उन्होंने कहा, वूल्मर सबकी मदद करते थे। वह हमेशा टीम के बारे में सोचते थे कि इसके प्रदर्शन में कैसे सुधार किया जाए।
इंजमाम ने कहा, आयरलैंड से मिली हार के बाद हम सभी हताश थे लेकिन वूल्मर सभी को ढांढस बंधा रहे थे। वह हमें समझा रहे थे कि यह एक खराब दिन था और टीम के हालात जल्दी ही सुधरेंगे। उन्होंने कहा, उन्होंने मुझसे पूछा कि मेरी क्या योजना है। मैंने कहा कि मेरा दिमाग काम नहीं कर रहा है और हम कल बात करेंगे लेकिन यह मौका आया ही नहीं। उसी रात उनकी मौत की खबर आ गई।
पूर्व अंतरराष्ट्रीय लेग स्पिनर और गेंदबाजी कोच मुश्ताक अहमद ने कहा, वूल्मर सभी के लिए प्रेरणास्रोत थे। उन्होंने कहा, वूल्मर काउंटी स्तर पर भी कामयाब कोच थे। उसके बाद दक्षिण अफ्रीका और पाकिस्तानी क्रिकेट के लिए उन्होंने अमूल्य सेवाएं दीं। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड [पीसीबी] ने अपना इंडोर क्रिकेट स्कूल दिवंगत कोच के नाम पर समर्पित कर दिया है। इसका उद्घाटन पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका की टीम ने किया था। पीसीबी प्रमुख नसीम अशरफ ने कहा, वूल्मर को पाकिस्तानी क्रिकेट में हमेशा याद रखा जाएगा। उनकी यादें अभी भी ताजा है। पाकिस्तानी क्रिकेट में उनका योगदान अतुलनीय है।

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