Monday, March 8, 2010

पति, पत्नी और अतिथि


इस बिज़ी लाइफ और महँगाई के दौर में अतिथि किसी को भी अच्छा नहीं लगता। वो जमाना बीत चुका है जब गेस्ट घर में कई दिनों तक डेरा डालकर रखते थे और बुरे नहीं लगते थे। इस बात को लेकर निर्देशक अश्विनी धीर ने ‘अतिथि तुम कब जाओगे’ बनाई है। वैसे तो इसकी स्टोरी टीवी के लिए ज्यादा फिट है, लेकिन अश्विनी ‍ने फिल्म बना डाली है। लेकिन फिल्म बुरी नहीं है और समय काटने के लिए देखी जा सकती है। मुंबई में रहने वाले पुनीत (अजय देवगन) और मुनमुन (कोंकणा सेन शर्मा) की अपनी-अपनी व्यस्त लाइफ है। पुनीत फिल्मों की स्क्रिप्ट लिखता है और मुनमुन एक ऑफिस में काम करती है। दोनों का एक बेटा है, जो अक्सर उनसे सवाल करता रहता है कि अपने घर गेस्ट क्यों नहीं आते? आखिरकार एक दिन पुनीत के दूर के रिश्तेदार लम्बोदर (परेश रावल) उनके घर आ धमकता है। उन्हें सब चाचाजी कहते हैं। चाचाजी का अंदाज बड़ा निराला है। घर की बाई से ऐसा काम लेते हैं कि वह नौकरी छोड़कर भाग जाती है। मुनमुन इससे बड़ी निराश होती है। उसका कहना है कि पति यदि छोड़ के चले जाए तो तुरंत दूसरा मिल जाता है, लेकिन बाई नहीं मिलती। चाचाजी के लिए खाना बनाना हो तो नहा कर ही किचन में जाना पड़ता है। ऐसे कई उनके नियम कायदे हैं। एक-दो दिन तो अच्छा लगता है, लेकिन जब चाचाजी जाने का नाम ही नहीं लेते तो पुनीत-मुनमुन उन्हें घर से निकालने के लिए नई-नई तरकीबों का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन चाचाजी के आगे ‍सारी ट्रिक्स फेल हो जाती है। पुनीत अंडरवर्ल्ड के पास भी जाता है, लेकिन फिर भी उसे नाकामी मिलती है। किस तरह वे कामयाब होते हैं और उन्हें चाचाजी का महत्व समझ में आता है ‍यह फिल्म का सार है। अश्विनी धीर ने इसके पहले ‘वन टू थ्री’ नामक फिल्म बनाई थी, जिसमें उन्होंने अश्लीलता से परहेज नहीं किया था। लेकिन इस फिल्म को उन्होंने फूहड़ता से बचाए रखा और एकदम साफ-सुथरी फिल्म पेश की है। गणेश जी से अतिथि को जोड़ना और कालिया (विजू खोटे) तथा चाचाजी के वाले कुछ दृश्य अच्छे बन पड़े हैं। फिल्म अंतिम कुछ रीलों में कमजोर पड़ जाती है और कहानी को ठीक से समेटा नहीं गया है। साथ ही कुछ दृश्यों का दोहराव भी है। अंत में जो ड्रामा और उपदेश दिए गए हैं वो बोरियत भरे हैं।
PRचाचा की हरकतों से परेशान पुनीत का किरदार अजय ने अच्‍छी तरह से निभाया है। कोंकणा सेन को निर्देशक ने कम मौके दिए। इस फिल्म के हीरो हैं। गोरखपुर में रहने वाले लम्बोदर चाचा की बारीकियों को उन्होंने बेहतरीन तरीके से पर्दे पर पेश किया है। सतीश कौशिक, विजू खोटे का अभिनय भी उम्दा है। संगीत के नाम पर एकाध गाना है और कुछ पैरोडियाँ हैं, जो नहीं भी होती तो खास फर्क नहीं पड़ता। कुल मिलाकर ‘अतिथि तुम कब जाओगे?’ एक साफ-सुथरी हास्य फिल्म है जो देखी जा सकती है।

Saturday, February 20, 2010

वीरू नंबर १ पर


भारत के विस्फोटक सलामी बल्लेबाज वीरेन्द्र सेहवाग दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो मैचों की श्रृंखला में लगातार दो शतक जड़ने के साथ ही हमवतन गौतम गंभीर को पीछे छोड़कर आईसीसी की शुक्रवार को जारी ताजा टेस्ट रैंकिंग में बल्लेबाजी के नए नवाब बन गए हैं।भारत के दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ श्रृंखला 1-1 से ड्रॉ करने के बाद अपना ताज बरकरार रखने के साथ ही उसकी खुशी में आज एक खुशी उस समय शामिल हो गई जब सेहवाग अपने जीवन में पहली बार टेस्ट रैंकिंग में चोटी के बल्लेबाज बन गए। उन्होंने अपने जीवन की सर्वश्रेष्ठ 863 की रेटिंग हासिल कर ली है। वह छठे स्थान से नंबर एक स्थान पर पहुंचे हैं जबकि इस श्रृंखला में निराशाजनक प्रदर्शन करने वाले गंभीर चार स्थान गिरकर नंबर एक से पांचवें स्थान पर पहुंच गए दक्षिण अफ्रीका के हाशिम अमला ने इस श्रृंखला में जबर्दस्त प्रदर्शन करते हुए लगातार तीन शतक बनाए और इसके साथ ही उन्हें रैंकिंग में आठ स्थान की लंबी छलांग लगाकर दूसरे नंबर पर पहुंच गए। उन्होंने भी अपने जीवन की 842 की सर्वश्रेष्ठ हासिल कर ली है।अनुभवी बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर भी इस श्रृंखला में लगातार दो और पिछले चार टेस्टों में लगातार चार शतक बनाने के साथ नौवें से संयुक्त छठे स्थान पर पहुंच गए हैं। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 1-1 से बराबर रही श्रृंखला में कोलकाता टेस्ट में शानदार प्रदर्शन करने वाले वीवीएस लक्ष्मण और कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी भी अपनी रैंकिंग में सुधार करने में सफल रहे हैं। लक्ष्मण 20वें से 14वें स्थान पर और धोनी 31वें से 26वें स्थान पर पहुंच गए बल्लेबाजी के साथ-साथ भारतीयों के लिए गेंदबाजी में हरभजन सिंह की रैंकिंग में उल्लेखनीय सुधार की एक अन्य खुशखबरी है। हरभजन कोलकाता टेस्ट में कुल आठ विकेट लेने के मैच विजयी प्रदर्शन के साथ शीर्ष दस गेंदबाजों में शामिल हो गए हैं। हरभजन के इस समय 712 रेटिंग अंक हैं और वह 12वें स्थान से सातवें स्थान पर पहुंच गए हैं। एक अन्य भारतीय गेंदबाज जहीर खान अपने छठे स्थान पर बरकरार हैं। ईशांत शर्मा का भी अपना 22वां स्थान बरकरार हैं।

Sunday, February 7, 2010

मल्लिका की हॉलीवुड में छलाँग


हिंदी फिल्म बनाने वालों में भले ही मल्लिका शेरावत की पूछ-परख कम हो गई हो, लेकिन हॉलीवुड वालों पर मल्लिका ने अपना जादू कर दिया है। उन्हें ‘लव बराक’ नामक नई हॉलीवुड फिल्म मिली है, जिसमें उनके साथ ‘अवतार’ फेम लेज अलोंसो दिखाई देंगे। इस ऑफर ने मल्लिका की खुशियों को बढ़ा दिया है। लेज के साथ अभिनय करने के लिए वे बेहद उत्सुक हैं। वे कहती हैं ‘लेज जैसे प्रतिभाशाली कलाकार के साथ काम करने का मौका मिलना सौभाग्य की बात है।‘ ‘लव बराक’ एक कॉमेडी फिल्म है जो राजनीति के इर्दगिर्द घूमती है। इस फिल्म का निर्देशन डग मैक्हैनरी करेंगे। मल्लिका इसमें बराक ओबामा की प्रशंसक बनी हैं, लेकिन राष्ट्रपति के चुनाव के ठीक पहले उन्हें विपक्षी पार्टी के उम्मीदवार के लिए काम करने वाले व्यक्ति से प्यार हो जाता है। रूबी डी, गैरी बैडनॉब जैसे कलाकार भी ‘लव बराक’ में दिखाई देंगे। गैरी गोल्ड ने फिल्म की स्क्रिप्ट लिखी है जबकि डायरेक्टर ऑफ फोटोग्राफी फ्रांसिस कैनी हैं। इस फिल्म को साइन कर मल्लिका ने बॉलीवुड की तमाम नायिकाओं को बता दिया है कि वे किसी से कम नहीं हैं।

अंजू राष्ट्रमंडल खेलों से हटीं


शीर्ष लंबी कूद एथलीट अंजू बॉबी जॉर्ज निजी कारणों से दिल्ली में अक्टूबर में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों से हट गई है।अंजू 2008 के बीजिंग ओलंपिक में असफल रहने के बाद बड़ी प्रतियोगिताओं में नहीं दिखाई दी थी। उन्होंने कहा कि वह दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा लेकर देश के लिए पदक जीतना चाहती थीं। लेकिन निजी कारणों से उन्हें यह फैसला लेने पर मजबूत होना पड़ा है। वह इसके साथ ही 2010 के पूरे सत्र में किसी प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं लेंगी। लेकिन विश्व की पूर्व चार नम्बर की लंबी कूद एथलीट अंजू ने विश्वास व्यक्त किया कि वह अगले वर्ष के शुरू में ट्रैक पर लौटेंगी।