Tuesday, April 8, 2008

एक को मिले मौका

स्थानीय खिलाड़ी आर पी सिंह की भारतीय टीम से छुट्टी के बाद यहां के क्रिकेट प्रेमी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे व अंतिम क्रिकेट टेस्ट मैच में राज्य के खिलाड़ी मोहम्मद कैफ या पीयूष चावला में से किसी एक को भारतीय टीम में देखना चाहते हैं।
उत्तर प्रदेश की रणजी टीम के कोच ज्ञानेंद्र पांडेय ने मंगलवार को यहां कहा, कैफ व चावला का घरेलू मैदान ग्रीन पार्क ही है। यहीं से उन्होंने क्रिकेट का ककहरा सीखा है। अगर उन्हें मौका दिया जाता है तो वह बेहतरीन प्रदर्शन करेंगे क्योंकि यहां के विकेट से वे बखूबी परिचित हैं। कैफ, आर पी और चावला के साथ बरसों से खेल रहे पांडेय ने बताया कि कैफ और आर पी तो ग्रीन पार्क के हॉस्टल में भी रह चुके हैं।
राज्य की रणजी टीम के पूर्व कप्तान पांडेय ने चावला की पैरवी करते हुए कहा कि ग्रीन पार्क का विकेट हमेशा से स्पिनरों की मदद करता रहा है। उन्होंने कहा कि अगर चावला को टीम में शामिल किया गया तो वह जरूर कामयाब होंगे और दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों के लिए परेशानी का सबब बनेंगे। वैसे भी भारतीय कप्तान अनिल कुंबले की फिटनेस संदिग्ध होने के कारण टीम में एक और स्पिनर की जगह बन सकती है। कुंबले के कवर के लिए हालांकि ऑफ स्पिनर रमेश पोवार को भी टीम में शामिल किया गया है।
उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन [यूपीसीए] के सचिव पी डी पाठक ने भी कहा कि भारतीय टीम प्रबंधन को स्थानीय खिलाडि़यों कैफ या चावला को तरजीह देनी चाहिए क्योंकि वे इस पिच का मिजाज समझते हैं। पाठक ने कहा, मुझे आर पी के टीम से बाहर होने का काफी दुख है लेकिन कैफ या चावला में से किसी एक को टीम में जगह मिलती है तो प्रदेश के क्रिकेट प्रेमियों को खुशी होगी।
ग्रीन पार्क क्रिकेट हॉस्टल के कोच और आर पी को गेंदबाजी के गुर सिखाने वाले पी के गुप्ता का कहना है कि आर पी न सही लेकिन कैफ को तो भारत की अंतिम एकादश का हिस्सा होना चाहिए। गुप्ता ने कहा, कैफ ग्रीन पार्क हॉस्टल की ही देन हैं। उन्होंने जितने ज्यादा घरेलू रन यहां बनाए हैं उतने कहीं नहीं बनाए होंगे। उन्हें टीम में होना चाहिए बाकी टीम प्रबंधन की मर्जी।
स्थानीय क्रिकेट प्रेमी भी लोकल बॉय कैफ या चावला को ग्रीन पार्क में खेलते देखना चाहते हैं। कानपुर शहर के निवासी एक क्रिकेट प्रेमी राजीव ने कहा, हम कैफ को काफी समय से ग्रीन पार्क में खेलते देख रहे हैं। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उन्हें मौका मिल जाए तो मैच का मजा दोगुना हो जाएगा। कई क्रिकेट प्रेमियों का मानना है कि सचिन तेंदुलकर के नहीं खेलने से भारतीय बल्लेबाजी में आई रिक्तता को कैफ बखूबी भर सकते हैं। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच अंतिम टेस्ट यहां 11 अप्रैल से खेला जाएगा। तीन मैचों की सीरीज में फिलहाल दक्षिण अफ्रीका 1-0 से आगे है।

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