Wednesday, July 16, 2008
जंबो की लंका में जंग
भारत का श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट रेकॉर्ड हालांकि काफी शानदार है। लेकिन भारत ने 2001 में श्रीलंका के पिछले दौरे में टेस्ट सीरीज़ गंवा दी थी। श्रीलंका की टीम इस समय जिस मजबूती के साथ खेल रही है उसे देखते हुए यह सवाल उठा खड़ा हुआ है कि अनिल कुंबले के अगुवाई में टीम इंडिया क्या इस बार श्रीलंका जंग जीत पाएगी? भारत का यह पांचवां श्रीलंका दौरा है, इन पांचों दौरों में हर बार भारत टीम की कप्तानी अलग-अलग हाथों में रही है। कुंबले से पहले श्रीलंका के दौरों में कपिल देव, मोहम्मद अजहरूद्दीन. सचिन तेंडुलकर और सौरभ गांगुली ने भारतीय टीम की कप्तानी संभाली थी। भारतीय टीम श्रीलंका में तीन टेस्टों की सीरीज़ खेलने के लिए मंगलवार को रवाना हो गई है। भारत ने पहली बार 1985 में वर्ल्ड कप विजेता कप्तान कपिल के नेतृत्व में श्रीलंका का दौरा किया था। तब श्रीलंका के कप्तान दिलीप मेंडिस थे। श्रीलंका ने सभी पूर्वानुमानों को झुठलाते हुए तीन टेस्टों की यह सीरीज़ 1-0 से जीतकर सभी को चौंका दिया था। इसके आठ साल बाद भारत ने करिश्माई बल्लेबाज अजहरूद्दीन की कप्तानी में 1993 में श्रीलंका का दौरा किया। उस समय श्रीलंका के कप्तान अर्जुन रणातुंगा थे। भारत ने तीन टेस्टों की यह सीरीज़ 1-0 से जीती थी। भारत ने तीसरी बार 1997 में जब श्रीलंका का दौरा किया तो भारतीय टीम की कप्तानी मास्टर ब्लास्टर सचिन के हाथ में थी। इस सीरीज़ में श्रीलंका के कप्तान फिर से रणातुंगा थे। रणातुंगा इससे एक साल पहले 1996 में अपनी कप्तानी में श्रीलंका को पहली बार वर्ल्ड कप दिला चुके थे। दो टेस्टों की यह सीरीज़ ड्रॉ रही थी। भारत ने अगला दौरा कप्तान गांगुली की अगुवाई में किया। इस सीरीज़ में श्रीलंका के कप्तान सनत जयसूर्या थे। श्रीलंका ने तीन टेस्टों की यह सीरीज़ 2-1 से जीतकर भारत को करारा झटका दिया था। भारतीय टीम कुंबले के नेतृत्व में पांचवीं बार श्रीलंका के दौरे पर रवाना हुई है। कुंबले ने श्रीलंका दौरे पर रवाना होने से पहले विश्वास व्यक्त किया था कि टीम इंडिया इस दौरे में तीन टेस्टों की सीरीज़ में विजयी होगी।
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