कानपुर। हरभजन सिंह की अंगुलियों के कमाल और वीरेंद्र सहवाग के बल्ले के धमाल के अलावा भारत ने मौसम की परिस्थितियों के अनुकूल प्रदर्शन करके इंग्लैंड को तीसरे एक दिवसीय मैच में बृहस्पतिवार को डकवर्थ लुईस पद्धति से 16 रन से हराकर जीत की हैट्रिक पूरी की। इसके साथ ही भारत ने सात मैचों की वनडे सीरीज में इंग्लैंड पर 3-0 की बढ़त बना ली है।
भारत की यह जीत भले ही राजकोट और इंदौर में खेले गए पहले दो मैचों की तरह बेहतरीन नहीं रही। इसकी एक वजह खराब रोशनी भी रही जिसके कारण मैच देर से शुरू हुआ और इसे 49 ओवर का कर दिया गया। इसी वजह से ही मैच पूरा नहीं हो पाया और डकवर्थ लुईस पद्धति का सहारा लेना पड़ा लेकिन यदि मैच के पहले घंटे को छोड़ दिया जाए तो अधिकतर समय भारत ने अपने प्रतिद्वंद्वी पर बढ़त बनाए रखी।
इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए अच्छी शुरुआत की थी। जिस समय रवि बोपारा [60] और इयान बेल [46] की सलामी जोड़ी खेल रही थी तब इंग्लैंड बड़े स्कोर की तरफ बढ़ता हुआ दिख रहा था लेकिन भारतीय गेंदबाजों विशेषकर हरभजन ने उनकी पूरी पारी 48.4 ओवर में 240 रन पर समेटने में अहम भूमिका निभाई। मैन ऑफ द मैच हरभजन ने दस ओवर में 31 रन देकर तीन विकेट लिए। जब बल्लेबाजी की बारी आई तो दो विकेट जल्दी गिरने के बावजूद सहवाग [68] की मौजूदगी से भारत संकट में नहीं पड़ा। बाद में पिछले दो मैच के नायक युवराज सिंह [38] और महेंद्र सिंह धोनी [नाबाद 29] ने भारत का पलड़ा भारी रखा। जब खेल रोका गया तब भारत ने 40 ओवर में पांच विकेट पर 198 रन बनाए थे जो डकवर्थ लुईस से जीत के लिए पर्याप्त थे।
इंग्लैंड के कप्तान केविन पीटरसन अंपायरों के फैसले से खुश नहीं थे लेकिन रोशनी इतनी मद्विम पड़ गई थी कि उसमें खेल आगे जारी रखना संभव नहीं था। वैसे इंग्लैंड अपनी इस हार के लिए स्वयं दोषी था क्योंकि वह अच्छी शुरुआत का फायदा उठाने में नाकाम रहा था। इंग्लैंड ने बेल के साथ बोपारा को पारी का आगाज करने के लिए भेजा। इन दोनों ने 79 रन जोड़े लेकिन यह साझेदारी टूटने के बाद इंग्लैंड की पारी चरमरा गई। इन दोनों के अलावा उसकी तरफ से ओवैश शाह [40] तथा एंड्रयू फ्लिंटॉफ और समित पटेल [दोनों 26] कुछ अच्छा योगदान दे पाए।
भारतीय बल्लेबाजों ने लक्ष्य बड़ा न होने के कारण किसी तरह की जल्दबाजी नहीं दिखाई लेकिन डकवर्थ लुईस के लिए अनिवार्य 20 ओवर तक पहुंचने के बाद उसने उस लिहाज से अपनी रनगति बनाए रखी। इंग्लैंड को सभी विकेट गंवाने का खामियाजा भी भुगतना पड़ा। भारतीय पारी में सहवाग ने एंकर की भूमिका निभाई। उन्होंने बहुत तूफानी तेवर तो नहीं दिखाए लेकिन आठ चौके और एक छक्का जमाकर ग्रीन पार्क स्टेडियम में पहुंचे दर्शकों का अच्छा मनोरंजन किया। गौतम गंभीर [14] इस बार उनका अच्छा साथ नहीं दे पाए और जब टीम का स्कोर 31 रन था तब उन्होंने फ्लिंटॉफ की ऑफ साइड पर फेंकी गई शार्ट लेंथ गेंद पर थर्ड मैन में स्टुअर्ट ब्राड को सीधा कैच थमा दिया।
रोहित ने ग्रीम स्वान की गेंद कट करने के प्रयास में विकेटकीपर को कैच थमाया लेकिन सहवाग को आउट करने का पूरा श्रेय पाल कोलिंगवुड को जाता है जिन्होंने प्वाइंट पर बेहतरीन कैच लेकर दर्शकों को सन्न कर दिया। युवराज क्षेत्ररक्षण के दौरान बाहर चले गए थे और इस वजह से उन्हें पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आना पड़ा। उनके पास लगातार तीसरा शतक जमाने का मौका तो नहीं था लेकिन उन्होंने 21 गेंद पर खेली गई 38 रन की अपनी पारी में कई दर्शनीय शाट लगाकर दर्शकों का दिल जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ी। फ्लिंटाफ ने युवराज को आउट करके अपना तीसरा विकेट लिया। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने पुल करने के प्रयास में डीप स्क्वायर लेग पर खड़े ब्रॉड को कैच थमाया। उनकी पारी में दो चौके और स्वान पर लगाया गया छक्का शामिल है। धोनी ने हालांकि एक छोर संभाले रखकर भारत की जीत सुनिश्चित की। जब खेल समाप्त हुआ तक उनके साथ दूसरे छोर पर यूसुफ पठान [16] खड़े थे।
हरभजन सिंह की अगुवाई में गेंदबाजों ने अपना जलवा बिखेरते हुए इंग्लैंड को बड़ा स्कोर खड़ा नहीं करने दिया। एक समय अच्छी स्थिति में होने के बावजूद इंग्लैंड की पूरी टीम 48.4 ओवर में 240 रन पर आउट हो गई। इंग्लैंड के लिए रवि बोपारा ने सर्वाधिक 60 रन की पारी खेली। भारत की ओर से हरभजन सिंह ने 31 रन देकर सर्वाधिक तीन विकेट लिए।
इंग्लैंड के कप्तान केविन पीटरसन ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। उनके इस फैसले को सही ठहराते हुए सलामी बल्लेबाज रवि बोपारा और इयान बेल ने टीम को बढि़या शुरुआत दिलाई। इन दोनों ने मिलकर भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ तेजी से रन बटोरे। इस दौरान बेल ने काफी तेजी दिखाई। इसका फायदा उठाते हुए तेज गेंदबाज मुनफ पटेल ने बेल को पवेलियन की राह दिखाई। बेल ने धोनी को कैच देने से पहले 47 गेंदों पर 46 रन की पारी खेली जिसमें आठ चौके शामिल हैं। इस जोड़ी ने 14.3 ओवर में 79 रन जोड़े।
इसके बाद क्रीज पर आए पीटरसन ने एक छक्का जमाकर आक्रामक तेवर दिखाए। हालांकि वह सिर्फ 13 रन ही बना सके। उनका विकेट हरभजन सिंह ने लिया। भज्जी को अगले विकेट के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ा। नए बल्लेबाज कोलिंगवुड को उन्होंने धोनी के हाथों स्टंप कराया। वह सिर्फ एक रन बना सके। पिछले दो वनडे में भारत के हीरो रहे युवराज सिंह ने शानदार बल्लेबाजी कर रहे रवि बोपारा को आउट करके भारतीय टीम को झूमने का मौका दिया। युवी की गेंद पर बोपारा धोनी के हाथों स्टंप हो गए। उन्होंने 82 गेंद पर आठ चौकों की मदद से 60 रन की बेहतरीन पारी खेली। इंग्लैंड के चार विकेट 133 रन पर गिर गए।
Thursday, November 20, 2008
Saturday, October 18, 2008
करीना को इंतजार दिवाली का

कलाकारों को अपनी फिल्म के प्रचार में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते देखना काफी अच्छा लगता है। शायद करीना कपूर भी आमिर खान की राह पर चल पड़ी हैं। वे पूरी कोशिश कर रही हैं कि फिल्म इस दीवाली पर बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा दे। फिल्म उद्योग के सूत्रों के अनुसार वेनिस में अक्षय कुमार के साथ फिल्म ‘कम्बख्त इश्क’ की शूटिंग के वक्त भी करीना ‘के प्रचार से संबंधित सभी जानकारी के लिए हर समय फिल्म के निर्माता के संपर्क में थी। गौरतलब है कि करीना शुरू से ही निर्माताओं को ‘जब वी मेट’ के संगीत निर्देशक प्रीतम को इस फिल्म में लेने के बारे में कहती आई थी। उन्होंने गाने सुनने और उनकी रिकॉर्डिंग के वक्त अपनी राय भी दी। इसी का नतीजा निकला है फिल्म का गीत ‘तू साला काम से गया नम्बर’ लोकप्रिय हो चुका है। वेनिस से अपनी शूटिंग खत्म करने के बाद लौटी करीना ने अपना पूरा समय के प्रचार को दे दिया है। उम्मीद है कि उनकी यह प्रतिबद्धता और उनका जुनून 29 अक्टूबर को इस हास्य फिल्म को सिनेमाघरों में हिट कर देगा।
सौरव का शतक, कंगारू बैकफुट पर

मौजूदा टेस्ट सीरीज के बाद संन्यास लेने वाले सौरव गांगुली के कैरियर के 16वें शतक और महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी पारी के बाद धारदार गेंदबाजी के दम पर भारत ने आस्ट्रेलिया को दूसरे क्रिकेट टेस्ट के दूसरे दिन बैकफुट पर धकेल दिया है।
दिन का खेल खत्म होने पर आस्ट्रेलिया 102 रन पर चार विकेट गंवाकर संकट में था। मेहमान टीम की उम्मीदें अब आज के नाबाद बल्लेबाज माइक हसी पर टिकी हैं जो 37 रन बनाकर क्रीज पर डटे हुए हैं। आस्ट्रेलिया को भारत के मजबूत स्कोर के खिलाफ अच्छी शुरुआत की जरूरत थी लेकिन पारी के आठवें ओवर तक सलामी बल्लेबाज मैथ्यू हेडन [0] और कप्तान रिकी पोंटिंग [5] पवेलियन लौट चुके थे। इस समय टीम का स्कोर 17 रन था। जहीर खान ने अपनी तीसरी गेंद पर ही हेडन का ऑफ स्टंप उखाड़ दिया और इसके बाद ईशांत शर्मा ने पोंटिंग को पवेलियन भेजा। आस्ट्रेलियाई टीम इस दोहरे झटके से उबर भी नहीं पाई थी कि अमित मिश्रा ने साइमन काटिच [33] को टेस्ट क्रिकेट में अपना पहला शिकार बनाते हुए रिकी पोंटिंग की टीम को तीसरा झटका दिया। इस स्पिनर ने इसके बाद दिन की आखिरी गेंद पर माइकल क्लार्क [23] को पगबाधा आउट किया। आस्ट्रेलियाई टीम की मुश्किलें और बढ़ सकती थी लेकिन धोनी दो बार हसी के बल्ले का किनारा लेकर आई गेंद को लपकने में नाकाम रहे।
इससे पहले गांगुली [102] के 111वें टेस्ट में 16वें शतक और धोनी [92] के अर्धशतक की मदद से भारत ने पहली पारी में 469 रन का स्कोर खड़ा किया। भारत ने शनिवार सुबह पांच विकेट पर 311 रन से आगे खेलना शुरू किया तो आस्ट्रेलिया ने जल्द की नाइट वाचमैन ईशांत शर्मा [9] को चलता कर दिया। उन्हें तेज गेंदबाज पीटर सिडल ने आउट किया। गांगुली और धोनी ने इसके बाद भारतीय पारी को संवारा। धोनी ने आक्रामक रवैया अपनाते हुए रन गति को बढ़ाया जबकि गांगुली ने एक-एक दो-दो रन लेकर स्कोर को गतिमान रखा।
गांगुली ने धीरे-धीरे शतक की ओर कदम बढ़ाने के बाद स्पिनर कैमरून व्हाइट पर चौका जड़कर यह उपलब्धि हासिल की। इस शतक के साथ ही बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने साबित कर दिया कि उनमें अब भी रनों की भूख बाकी है। साढ़े पांच घंटे की मैराथन पारी के बाद पूर्व भारतीय कप्तान हालांकि व्हाइट की गेंद को सीमा रेखा से बाहर पहुंचाने के प्रयास में लांग ऑफ पर ब्रेट ली को कैच थमा बैठे। गांगुली ने व्हाइट की गेंद को आगे बढ़कर मारने का प्रयास किया लेकिन शॉट हवा में खेल बैठे और ली ने आसान कैच लपका। गांगुली ने अपनी पारी में 225 गेंद का सामना करते हुए आठ चौके जड़े। उन्होंने धोनी के साथ छठे विकेट के लिए 109 रन की साझेदारी की।
दूसरी तरफ धोनी ने आक्रामक रवैया कायम रखते हुए विकेट के चारों तरफ शॉट जमाए और आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को खूब परेशान किया। नियमित कप्तान अनिल कुंबले के चोटिल होने के कारण इस मैच में भारत की कमान संभाले रहे धोनी ने क्रीज पर उतरते ही ली की पहली गेंद को चार रन के लिए बाउंड्री के बाहर पहुंचाया। पीटर सिडल ने धोनी को शांत करने के लिए बाउंसर को हथियार बनाने की कोशिश की लेकिन भारतीय विकेटकीपर ने इसे फाइन लेग के ऊपर से दर्शकों के बीच पहुंचाकर मैच का पहला छक्का जड़ा।
लंच के बाद धोनी ने व्हाइट पर छक्का जड़कर अपना अर्धशतक पूरा किया। धोनी ने सिडल और व्हाइट पर इसके बाद एक-एक छक्का और मारा लेकिन इस बीच भारत ने हरभजन सिंह [1] और जहीर खान के विकेट गंवा दिये। हरभजन को व्हाइट ने बोल्ड किया जबकि जहीर रन आउट हुए। सिडल ने धोनी को पगबाधा आउट करके भारतीय पारी का अंत किया। धोनी ने अपनी आक्रामक पारी में 124 गेंद का सामना करते हुए आठ चौके और चार छक्के जड़े और पीसीए स्टेडियम में मौजूद दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। मेहमान टीम के लिए मिशेल जानसन और सिडल ने तीन-तीन विकेट चटकाए जबकि व्हाइट के खाते में दो विकेट आए।
दिन का खेल खत्म होने पर आस्ट्रेलिया 102 रन पर चार विकेट गंवाकर संकट में था। मेहमान टीम की उम्मीदें अब आज के नाबाद बल्लेबाज माइक हसी पर टिकी हैं जो 37 रन बनाकर क्रीज पर डटे हुए हैं। आस्ट्रेलिया को भारत के मजबूत स्कोर के खिलाफ अच्छी शुरुआत की जरूरत थी लेकिन पारी के आठवें ओवर तक सलामी बल्लेबाज मैथ्यू हेडन [0] और कप्तान रिकी पोंटिंग [5] पवेलियन लौट चुके थे। इस समय टीम का स्कोर 17 रन था। जहीर खान ने अपनी तीसरी गेंद पर ही हेडन का ऑफ स्टंप उखाड़ दिया और इसके बाद ईशांत शर्मा ने पोंटिंग को पवेलियन भेजा। आस्ट्रेलियाई टीम इस दोहरे झटके से उबर भी नहीं पाई थी कि अमित मिश्रा ने साइमन काटिच [33] को टेस्ट क्रिकेट में अपना पहला शिकार बनाते हुए रिकी पोंटिंग की टीम को तीसरा झटका दिया। इस स्पिनर ने इसके बाद दिन की आखिरी गेंद पर माइकल क्लार्क [23] को पगबाधा आउट किया। आस्ट्रेलियाई टीम की मुश्किलें और बढ़ सकती थी लेकिन धोनी दो बार हसी के बल्ले का किनारा लेकर आई गेंद को लपकने में नाकाम रहे।
इससे पहले गांगुली [102] के 111वें टेस्ट में 16वें शतक और धोनी [92] के अर्धशतक की मदद से भारत ने पहली पारी में 469 रन का स्कोर खड़ा किया। भारत ने शनिवार सुबह पांच विकेट पर 311 रन से आगे खेलना शुरू किया तो आस्ट्रेलिया ने जल्द की नाइट वाचमैन ईशांत शर्मा [9] को चलता कर दिया। उन्हें तेज गेंदबाज पीटर सिडल ने आउट किया। गांगुली और धोनी ने इसके बाद भारतीय पारी को संवारा। धोनी ने आक्रामक रवैया अपनाते हुए रन गति को बढ़ाया जबकि गांगुली ने एक-एक दो-दो रन लेकर स्कोर को गतिमान रखा।
गांगुली ने धीरे-धीरे शतक की ओर कदम बढ़ाने के बाद स्पिनर कैमरून व्हाइट पर चौका जड़कर यह उपलब्धि हासिल की। इस शतक के साथ ही बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने साबित कर दिया कि उनमें अब भी रनों की भूख बाकी है। साढ़े पांच घंटे की मैराथन पारी के बाद पूर्व भारतीय कप्तान हालांकि व्हाइट की गेंद को सीमा रेखा से बाहर पहुंचाने के प्रयास में लांग ऑफ पर ब्रेट ली को कैच थमा बैठे। गांगुली ने व्हाइट की गेंद को आगे बढ़कर मारने का प्रयास किया लेकिन शॉट हवा में खेल बैठे और ली ने आसान कैच लपका। गांगुली ने अपनी पारी में 225 गेंद का सामना करते हुए आठ चौके जड़े। उन्होंने धोनी के साथ छठे विकेट के लिए 109 रन की साझेदारी की।
दूसरी तरफ धोनी ने आक्रामक रवैया कायम रखते हुए विकेट के चारों तरफ शॉट जमाए और आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को खूब परेशान किया। नियमित कप्तान अनिल कुंबले के चोटिल होने के कारण इस मैच में भारत की कमान संभाले रहे धोनी ने क्रीज पर उतरते ही ली की पहली गेंद को चार रन के लिए बाउंड्री के बाहर पहुंचाया। पीटर सिडल ने धोनी को शांत करने के लिए बाउंसर को हथियार बनाने की कोशिश की लेकिन भारतीय विकेटकीपर ने इसे फाइन लेग के ऊपर से दर्शकों के बीच पहुंचाकर मैच का पहला छक्का जड़ा।
लंच के बाद धोनी ने व्हाइट पर छक्का जड़कर अपना अर्धशतक पूरा किया। धोनी ने सिडल और व्हाइट पर इसके बाद एक-एक छक्का और मारा लेकिन इस बीच भारत ने हरभजन सिंह [1] और जहीर खान के विकेट गंवा दिये। हरभजन को व्हाइट ने बोल्ड किया जबकि जहीर रन आउट हुए। सिडल ने धोनी को पगबाधा आउट करके भारतीय पारी का अंत किया। धोनी ने अपनी आक्रामक पारी में 124 गेंद का सामना करते हुए आठ चौके और चार छक्के जड़े और पीसीए स्टेडियम में मौजूद दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। मेहमान टीम के लिए मिशेल जानसन और सिडल ने तीन-तीन विकेट चटकाए जबकि व्हाइट के खाते में दो विकेट आए।
Friday, October 17, 2008
सचिन-सौरव की धुन मोहाली में

भारत और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मोहाली में खेले जा रहे दूसरे क्रिकेट टेस्ट मैच के पहले दिन का खेल खत्म हो गया है। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला करने वाली मेजबान टीम ने गौतम गंभीर (67), सचिन तेंदुलकर (88) और सौरव गांगुली (नाबाद 54 रनों) की अर्धशतकीय पारियों की बदौलत पांच विकेट के नुकसान पर 311 रन बना लिये हैं।खेल खत्म होने के समय गांगुली 54 और रात्रिप्रहरी (नाइटवॉचमैन) के तौर पर बल्लेबाजी के लिए भेजे गए ईशांत शर्मा दो रनों पर नाबाद थे।ऑस्ट्रेलिया की ओर से मिशेल जॉनसन ने सर्वाधिक तीन, ब्रैट ली और अपना पहला मैच खेल रहे तेज गेंदबाज पीटर सिडल ने एक-एक विकेट सचिन तेंदुलकर ने ऑस्ट्रेलिया के साथ मोहाली में खेले जा रहे दूसरे क्रिकेट टेस्ट मैच के पहले दिन अर्शशतक ठोंकते हुए सौरव गांगुली के साथ मिलकर भारत के कुल स्कोर ढाई सौ रनों के पार पहुंचा दिया है। गांगुली भी अर्धशतक के करीब पहुंच गए हैं।इस समय सचिन 88 गेंदों में पांच चौकों की मदद से 61 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद हैं, वहीं गांगुली 91 गेंदों में चार चौकों की मदद से 47 रन बनाकर सचिन का साथ निभा रहे हैं। भारत ने अबतक चार विकेट के नुकसान पर 269 रन बना लिये हैं। सचिन के लिए यह मैच बहुत खास है, पहले उन्होंने ब्रायन लारा के सर्वाधिक टेस्ट रनों का रिकॉर्ड तोड़ा, फिर अपना अर्धशतक पूरा किया इसके बाद अपनी पारी का 61 वां रन लेते हुए टेस्ट क्रिकेट में 12 हजार रन बनाने का आंकड़ा छू लिया।दूसरी ओर सौरव गांगुली ने भी अपने टेस्ट जीवन के 7,000 रन पूरे किए। सचिन टेस्ट के सरताज बने-
सचिन तेंदुलकर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मोहाली में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में वेस्ट इंडीज के पूर्व कप्तान ब्रायन लारा के सर्वाधिक 11,953 रनों के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए नया इतिहास रच दिया है। उन्हें इस रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए आज 15 रनों की जरूरत थी चायकाल के बाद जैसे ही खेल शुरु हुआ उन्होंने अपनी पारी का 15वां और भारतीय पारी का 176वां रन लेते हुए रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया।
सचिन ने यह उपलब्धि 152वें टेस्ट मैच में हासिल की है। इस दौरान उन्होंने 247 पारियां खेलते 54.23 के बेहतरीन औसत की मदद से 39 शतक और 49 अर्धशतक लगाए।अभी तक भारत ने चार विकेट के नुकसान पर 193 रन बना लिये हैं, सचिन 27 गेंदों में 19 और सौरव गांगुली 33 गेंदों में 15 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद हैं। इससे पहले भारत का चौथा विकेट वीवीएस लक्ष्मण के रूप में गिरा, वह 12 रन के निजी स्कोर पर जॉनसन का मैच का तीसरा शिकार बने। भारत को लगा दोहरा झटका-
राहुल द्रविड़ और गौतम गंभीर के लगातार दो गेंदों पर आउट होने से भारत को जोरदार झटका लगा है। मोहाली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जा रहे पहले क्रिकेट टेस्ट के पहले दिन के दूसरे सत्र में भारत ने अब तक तीन विकेट के नुकसान पर 148 रन बना लिये हैं।
विश्व रिकॉर्ड बनाने की दहलीज पर खड़े सचिन तेंदुलकर बिना खाता खोले वीवीएस लक्ष्मण के साथ क्रीज पर मौजूद हैं। वेस्ट इंडीज के पूर्व कप्तान ब्रायन लारा के सर्वाधिक 11, 953 टेस्ट रनों के रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए सचिन को सिर्फ 15 रनों की जरूरत है। इससे पहले भोजनकाल तक एक विकेट खोकर 104 रन बनाने वाली भारतीय टीम की स्थिति मजबूत दिखाई दे रही थी। लेकिन द्रविड़ 39 रनों के निजी स्कोर पर ब्रेट ली की गेंद पर बोल्ड हो गए, मेजबान टीम इस झटके से उबर भी नहीं पाई थी कि इसके तुरंत बाद गंभीर भी मिशेल जॉनसन की गेंद पर विकेट के पीछे आउट हो गए। उन्होंने 140 गेंदों का सामना करते हुए नौ चौकों की मदद से 67 रनों की पारी खेली।
सचिन तेंदुलकर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मोहाली में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में वेस्ट इंडीज के पूर्व कप्तान ब्रायन लारा के सर्वाधिक 11,953 रनों के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए नया इतिहास रच दिया है। उन्हें इस रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए आज 15 रनों की जरूरत थी चायकाल के बाद जैसे ही खेल शुरु हुआ उन्होंने अपनी पारी का 15वां और भारतीय पारी का 176वां रन लेते हुए रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया।
सचिन ने यह उपलब्धि 152वें टेस्ट मैच में हासिल की है। इस दौरान उन्होंने 247 पारियां खेलते 54.23 के बेहतरीन औसत की मदद से 39 शतक और 49 अर्धशतक लगाए।अभी तक भारत ने चार विकेट के नुकसान पर 193 रन बना लिये हैं, सचिन 27 गेंदों में 19 और सौरव गांगुली 33 गेंदों में 15 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद हैं। इससे पहले भारत का चौथा विकेट वीवीएस लक्ष्मण के रूप में गिरा, वह 12 रन के निजी स्कोर पर जॉनसन का मैच का तीसरा शिकार बने। भारत को लगा दोहरा झटका-
राहुल द्रविड़ और गौतम गंभीर के लगातार दो गेंदों पर आउट होने से भारत को जोरदार झटका लगा है। मोहाली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जा रहे पहले क्रिकेट टेस्ट के पहले दिन के दूसरे सत्र में भारत ने अब तक तीन विकेट के नुकसान पर 148 रन बना लिये हैं।
विश्व रिकॉर्ड बनाने की दहलीज पर खड़े सचिन तेंदुलकर बिना खाता खोले वीवीएस लक्ष्मण के साथ क्रीज पर मौजूद हैं। वेस्ट इंडीज के पूर्व कप्तान ब्रायन लारा के सर्वाधिक 11, 953 टेस्ट रनों के रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए सचिन को सिर्फ 15 रनों की जरूरत है। इससे पहले भोजनकाल तक एक विकेट खोकर 104 रन बनाने वाली भारतीय टीम की स्थिति मजबूत दिखाई दे रही थी। लेकिन द्रविड़ 39 रनों के निजी स्कोर पर ब्रेट ली की गेंद पर बोल्ड हो गए, मेजबान टीम इस झटके से उबर भी नहीं पाई थी कि इसके तुरंत बाद गंभीर भी मिशेल जॉनसन की गेंद पर विकेट के पीछे आउट हो गए। उन्होंने 140 गेंदों का सामना करते हुए नौ चौकों की मदद से 67 रनों की पारी खेली।
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