टीम इंडिया बारिश के कारण भले ही तीसरे टेस्ट में तयशुदा जीत से महरूम रह गई हो लेकिन न्यूजीलैंड की धरती पर 41 साल बाद पहली टेस्ट सीरीज जीतने का श्रेय उसने हासिल कर लिया। तीसरे टेस्ट के पांचवें और आखिरी दिन बारिश के कारण भारत 2-0 से जीतने से वंचित रह गया।
जीत के लिए 617 रन के नामुमकिन से लक्ष्य का पीछा करते हुए न्यूजीलैंड का स्कोर लंच के बाद आठ विकेट पर 281 रन था लेकिन बारिश के कारण मैच ड्रा हो गया। भारत को तीन मैचों की सीरीज में 1-0 से जीत से ही संतोष करना पड़ा। हैमिल्टन में पहला टेस्ट उसने 10 विकेट से जीता था जबकि नेपियर में दूसरा मैच ड्रा रहा। तीसरा टेस्ट ड्रा रहने के बावजूद कीवी सरजमीं पर टेस्ट सीरीज जीतने का भारत का 41 साल का इंतजार खत्म हो गया। इससे पहले 1968 में मंसूर अली खान पटौदी की कप्तानी में भारत ने न्यूजीलैंड को उसकी धरती पर हराया था।
मैच में पांचों दिन दबदबा बनाने वाले भारतीयों ने आज सुबह चार विकेट लेकर जीत तय कर ली थी लेकिन लंच के आधे घंटे के बाद बारिश के कारण खेल रोक देना पड़ा। उस समय डेनियल विटोरी 15 और इएन ओब्रायन 19 रन बनाकर खेल रहे थे। आधे घंटे बाद कुछ देर के लिए कवर हटाए गए तो लग रहा था कि भारत 100वीं टेस्ट जीत दर्ज कर लेगा। लेकिन तुरंत बारिश होने से सारी उम्मीदों पर पानी फिर गया। निर्धारित समय से करीब डेढ घंटे पहले भारतीय समयानुसार सवा दस बजे मैच ड्रा होने की घोषणा कर दी गई।
इससे पहले भारतीय ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह और मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने कीवियों को बैकफुट पर धकेल दिया था। कल के नाबाद बल्लेबाज रॉस टेलर और जेम्स फ्रेंकलिन ने आज 59 की जोड़े। इसी बीच टेलर ने 158 गेंदों पर पंद्रह चौकों की मदद से अपना शतक पूरा किया। भारत की जीत में आडे़ आ रही इस जोड़ी को हरभजन सिंह ने टेलर को 107 रन के निजी स्कोर पर बोल्ड कर तोड़ा। इसके बाद बेंडन मैक्कुलम ने फ्रेंकलिन के साथ मिलकर टीम को संभालने की कोशिश की लेकिन राहुल द्रविड़ ने सचिन की गेंद पर उनका शानदार कैच लपकते हुए उन्हें छह रन पर पवेलियन चलता किया। कुछ देर बाद ही सचिन का अगला शिकार फ्रेंकलिन बने। तेंदुलकर ने उन्हें उनके अर्धशतक से एक रन पहले एलबीडब्ल्यू आउट किया।
Tuesday, April 7, 2009
Saturday, March 21, 2009
बिग-बी और स्मॉल-बी के साथ विद्या

अमिताभ बच्चन और अभिषेक बच्चन के साथ भला कौन काम करना नहीं चाहेगा। वो लोग अपने को लकी मानते हैं, जिन्हें बिग-बी के साथ काम करने का अवसर मिलता है। इस हिसाब से तो विद्या बालन को अपने आपको सुपरलकी मानना चाहिए क्योंकि बिग-बी और स्मॉल-बी के साथ वे फिल्म कर रही हैं। एक ही फिल्म में दोनों बच्चन्स के साथ काम करने का उन्हें अवसर मिला है। ‘चीनी कम’ वाले बाल्की ‘पा’ नामक फिल्म बना रहे हैं, जो पिता-पुत्र के रिश्ते पर आधारित है। इस फिल्म के लिए अमिताभ और अभिषेक की जोड़ी से बेहतर पसंद और कौन सी हो सकती है। इन दोनों के साथ विद्या बालन भी फिल्म में प्रमुख भूमिका निभा रही हैं। अमिताभ और अभिषेक की विद्या बहुत बड़ी प्रशंसक हैं। वे बाल्की को शुक्रिया पर शुक्रिया अदा किए जा रही हैं कि उन्होंने विद्या को दोनों मनपसंद स्टार्स के साथ काम करने का अवसर दिया।
33 साल का सूखा खत्म
हैमिल्टन। हरभजन सिंह के फिरकी के जाल में कीवी बल्लेबाजों को बांधने के बाद भारत ने 33 साल में न्यूजीलैंड की धरती पर पहला टेस्ट जीतने के साथ ही तीन मैचों की सीरीज में 1-0 से बढ़त बना ली।
भारतीय ऑफ स्पिनर ने बेहतरीन गेंदबाजी का प्रदर्शन करते हुए न्यूजीलैंड के छह विकेट 63 रन देकर चटकाए। मेजबान टीम दूसरी पारी में भी 279 रन पर आउट हो गई। भारत ने जीत के लिए 39 रन का आसान लक्ष्य 5.2 ओवर में हासिल करके दस विकेट से जीत दर्ज की। न्यूजीलैंड के लिए ब्रेंडन मैक्कुलम [84] और डेनियल फ्लिन [67] ने कुछ देर किला लड़ाया लेकिन भारत की जीत दीवार पर लिखी इबारत की तरह साफ थी। गौतम गंभीर [30] ने जैसे ही विजयी रन बनाया, भारतीय ड्रेसिंग रूम में मौजूद खिलाड़ी खुशी से झूम उठे। भारत ने इससे पहले न्यूजीलैंड में मंसूर अली खान पटौदी की अगुवाई में 1968 में टेस्ट सीरीज जीती थी। न्यूजीलैंड की धरती पर भारत ने 1976 के बाद कोई टेस्ट जीता है। तब भारत ने आकलैंड टेस्ट जीतकर सीरीज 1-1 से बराबर की थी। दूसरा टेस्ट अब नैपियर में 26 मार्च से खेला जाएगा।
मैक्कुलम और लेन ओब्रायन [14] ने नौवें विकेट के लिए 76 रन की साझेदारी करके न्यूजीलैंड को पारी की हार से बचाया। एक समय पर न्यूजीलैंड के आठ विकेट 199 रन पर उखड़ चुके थे और भारत को दोबारा बल्लेबाजी को उतारने के लिए उसे 43 रन की जरूरत थी। ऐसे में मैक्कुलम ने 13वां अर्धशतक लगाने के साथ उपयोगी पारी खेली। इसके साथ ही उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 2000 रन भी पूरे कर लिए। ओब्रायन भी 100 मिनट तक क्रीज पर डटे रहे लेकिन हरभजन ने उन्हें सिली प्वाइंट पर गौतम गंभीर के हाथों लपकवाया।
जीत के लिए 39 रन का आसान लक्ष्य देख भारत ने गंभीर के साथ राहुल द्रविड़ [8] को उतारा। भारत की जीत के सूत्रधार सचिन तेंदुलकर [160] के अलावा हरभजन रहे जिन्होंने 23वीं बार पारी में पांच से अधिक विकेट लिए। विदेशी सरजमीं पर यह उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
न्यूजीलैंड ने दिन की शुरुआत विकेट बचाकर खेलने की रणनीति के साथ की। टेलर और फ्लिन ने करीब एक घंटा क्रीज पर बिताया। इसके बाद मुनफ पटेल ने टेलर को आउट करके भारत का जीत के लिए इंतजार कुछ कम कर दिया। सहवाग ने गली में उनका कैच लपका। पहली पारी के शतकवीर जेसी राइडर ने मुनफ और जहीर को कुछ अच्छे शॉट लगाए। हरभजन ने राइडर को काफी परेशान किया। उनके पिछले ओवर में कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने फ्लिन का कैच छोड़ा था। फ्लिन ने ईशांत शर्मा की गेंद पर कवर में चौका लगाकर दस टेस्ट में अपना तीसरा अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने अपनी पारी में 10 चौके लगाए। करीब छह घंटे क्रीज पर डटे रहे फ्लिन 67 रन बनाकर हरभजन की गेंद पर शॉर्ट लेग में गौतम गंभीर द्वारा लपके गए। पहली पारी में 118 रन बनाने वाले कीवी कप्तान डेनियल विटोरी को हरभजन ने गली में लपकवाया। मैक्कुलम और ओब्रायन ने भारत को जीत के लिए दो घंटे और प्रतीक्षा कराई। भारत की पहली पारी में 160 रन बनाने वाले मैन ऑफ द मैच तेंदुलकर बाएं हाथ की अंगुली में चोट के कारण मैदान पर नहीं उतरे।
भारतीय ऑफ स्पिनर ने बेहतरीन गेंदबाजी का प्रदर्शन करते हुए न्यूजीलैंड के छह विकेट 63 रन देकर चटकाए। मेजबान टीम दूसरी पारी में भी 279 रन पर आउट हो गई। भारत ने जीत के लिए 39 रन का आसान लक्ष्य 5.2 ओवर में हासिल करके दस विकेट से जीत दर्ज की। न्यूजीलैंड के लिए ब्रेंडन मैक्कुलम [84] और डेनियल फ्लिन [67] ने कुछ देर किला लड़ाया लेकिन भारत की जीत दीवार पर लिखी इबारत की तरह साफ थी। गौतम गंभीर [30] ने जैसे ही विजयी रन बनाया, भारतीय ड्रेसिंग रूम में मौजूद खिलाड़ी खुशी से झूम उठे। भारत ने इससे पहले न्यूजीलैंड में मंसूर अली खान पटौदी की अगुवाई में 1968 में टेस्ट सीरीज जीती थी। न्यूजीलैंड की धरती पर भारत ने 1976 के बाद कोई टेस्ट जीता है। तब भारत ने आकलैंड टेस्ट जीतकर सीरीज 1-1 से बराबर की थी। दूसरा टेस्ट अब नैपियर में 26 मार्च से खेला जाएगा।
मैक्कुलम और लेन ओब्रायन [14] ने नौवें विकेट के लिए 76 रन की साझेदारी करके न्यूजीलैंड को पारी की हार से बचाया। एक समय पर न्यूजीलैंड के आठ विकेट 199 रन पर उखड़ चुके थे और भारत को दोबारा बल्लेबाजी को उतारने के लिए उसे 43 रन की जरूरत थी। ऐसे में मैक्कुलम ने 13वां अर्धशतक लगाने के साथ उपयोगी पारी खेली। इसके साथ ही उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 2000 रन भी पूरे कर लिए। ओब्रायन भी 100 मिनट तक क्रीज पर डटे रहे लेकिन हरभजन ने उन्हें सिली प्वाइंट पर गौतम गंभीर के हाथों लपकवाया।
जीत के लिए 39 रन का आसान लक्ष्य देख भारत ने गंभीर के साथ राहुल द्रविड़ [8] को उतारा। भारत की जीत के सूत्रधार सचिन तेंदुलकर [160] के अलावा हरभजन रहे जिन्होंने 23वीं बार पारी में पांच से अधिक विकेट लिए। विदेशी सरजमीं पर यह उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
न्यूजीलैंड ने दिन की शुरुआत विकेट बचाकर खेलने की रणनीति के साथ की। टेलर और फ्लिन ने करीब एक घंटा क्रीज पर बिताया। इसके बाद मुनफ पटेल ने टेलर को आउट करके भारत का जीत के लिए इंतजार कुछ कम कर दिया। सहवाग ने गली में उनका कैच लपका। पहली पारी के शतकवीर जेसी राइडर ने मुनफ और जहीर को कुछ अच्छे शॉट लगाए। हरभजन ने राइडर को काफी परेशान किया। उनके पिछले ओवर में कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने फ्लिन का कैच छोड़ा था। फ्लिन ने ईशांत शर्मा की गेंद पर कवर में चौका लगाकर दस टेस्ट में अपना तीसरा अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने अपनी पारी में 10 चौके लगाए। करीब छह घंटे क्रीज पर डटे रहे फ्लिन 67 रन बनाकर हरभजन की गेंद पर शॉर्ट लेग में गौतम गंभीर द्वारा लपके गए। पहली पारी में 118 रन बनाने वाले कीवी कप्तान डेनियल विटोरी को हरभजन ने गली में लपकवाया। मैक्कुलम और ओब्रायन ने भारत को जीत के लिए दो घंटे और प्रतीक्षा कराई। भारत की पहली पारी में 160 रन बनाने वाले मैन ऑफ द मैच तेंदुलकर बाएं हाथ की अंगुली में चोट के कारण मैदान पर नहीं उतरे।
Sunday, March 8, 2009
छक्को का रिकॉर्ड
भारत और न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों ने तीसरे वनडे में गेंदबाजी की धूल उड़ाते हुए कुल 31 छक्के ठोक डाले जो वनडे क्रिकेट के इतिहास में एक मैच में सर्वाधिक छक्कों का विश्व कीर्तिमान बना दिया। भारत ने इसके अलावा एक पारी में सर्वाधिक 18 छक्के लगाने के विश्व रिकार्ड की एक बार फिर बराबरी ली।
एक मैच में सबसे अधिक सर्वाधिक छक्कों के मामले में पिछला रिकार्ड 26 छक्कों का था जो संयुक्त रूप से दक्षिण अफ्रीका और आस्ट्रेलिया तथा न्यूजीलैंड और आस्ट्रेलिया के नाम था। भारत ने इन छक्कों में से 18 छक्के मारे और एक पारी में सर्वाधिक छक्के उड़ाने के रिकार्ड की बराबरी कर ली। यह दूसरा मौका है जब भारत ने एक पारी में 18 छक्के उड़ाए हैं। वैसे वनडे में एक पारी में 18 छक्के उड़ाने का यह चौथा मौका था।
इस मैच में भारतीय बल्लेबाजों में मास्टर ब्लास्टर सचिन तेदुलकर ने पांच छक्के, युवराज सिंह ने छह छक्के, कप्तान महेन्द्र सिंह धौनी ने दो छक्के और सुरेश रैना ने पांच छक्के उड़ाए। न्यूजीलैंड की तरफ से ओपनर जैसी राइडर ने चार छक्के, ब्रेंडन मैकुलम ने तीन छक्के, इयान बटलर ने एक छक्का, काइल मिल्स ने तीन छक्के और टिम साउथी ने दो छक्के उड़ाए। भारत ने यह मैच 58 रन से जीतकर पांच मैचों की सीरीज में 2-0 की बढ़त बना ली।
भारत और न्यूजीलैंड के बीच इस मैच में कुल 726 रन बने जो एक वनडे में दूसरा सर्वाधिक योग है। इस मामले में विश्व रिकार्ड आस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के नाम है जिन्होंने तीन वर्ष पहले जोहांसबर्ग में ऐतिहासिक मैच में एक दिन में कुल 872 रन बनाए थे। भारत ने तीसरे वनडे में चार विकेट पर 392 रन बनाए जिसके जवाब में न्यूजीलैंड की टीम 334 रन बना सकी। भारत का एकदिवसीय मैचों में यह दूसरा सर्वाधिक स्कोर है। उसका सर्वाधिक स्कोर पांच विकेट पर 413 रन है जो उसने 2007 विश्व कप में बरमूडा के खिलाफ बनाया था। वनडे में यह 11वां मौका है जब भारत ने 350 से ज्यादा का स्कोर बनाया है। भारत का 392 का स्कोर किसी भी टीम द्वारा न्यूजीलैंड में वनडे का सर्वाधिक स्कोर है।
मास्टर ब्लास्टर सचिन ने इस मैच में 163 रन बनाए जो न्यूजीलैंड में उनका पहला वनडे शतक है। उनका यह 43वां शतक और भारत की जीत में 31वां शतक है। सचिन इस मैच में मैन आफ द मैच बने जो उनका 58वां मैन आफ द मैच पुरस्कार है। इस मामले में वह श्रीलंका के सनथ जयसूर्या से 12 पुरस्कार आगे है। बल्लेबाजों के लिए स्वर्ण साबित हुए इस मैच में गेंदबाजों की खासी शामत आई। न्यूजीलैंड के टिम साउथी के लिए यह मैच दु:स्वप्न रहा। वह एक वनडे में 100 से ज्यादा रन लुटाने वाले दुनिया के तीसरे और न्यूजीलैंड के दूसरे गेंदबाज बने।
साउथी ने भारतीय पारी में 10 ओवर में 105 रन लुटाए और उन्हें एक विकेट भी नहीं मिला। न्यूजीलैंड के मार्टिन स्नेडन वनडे में 100 से ज्यादा रन देने वाले एक अन्य गेंदबाज हैं। हालांकि इसके लिए उन्होंने 12 ओवर फेंके थे। स्नेडन ने 1983 के विश्व कप में इंग्लैंड के खिलाफ 12 ओवर में 105 रन देकर दो विकेट लिए थे। वनडे में सबसे महंगी गेंदबाजी का रिकार्ड आस्ट्रेलिया के माइकल लुइस के नाम है जिन्होंने मार्च 2006 में जोहांसबर्ग में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दस ओवर में 113 रन दिए थे।
एक मैच में सबसे अधिक सर्वाधिक छक्कों के मामले में पिछला रिकार्ड 26 छक्कों का था जो संयुक्त रूप से दक्षिण अफ्रीका और आस्ट्रेलिया तथा न्यूजीलैंड और आस्ट्रेलिया के नाम था। भारत ने इन छक्कों में से 18 छक्के मारे और एक पारी में सर्वाधिक छक्के उड़ाने के रिकार्ड की बराबरी कर ली। यह दूसरा मौका है जब भारत ने एक पारी में 18 छक्के उड़ाए हैं। वैसे वनडे में एक पारी में 18 छक्के उड़ाने का यह चौथा मौका था।
इस मैच में भारतीय बल्लेबाजों में मास्टर ब्लास्टर सचिन तेदुलकर ने पांच छक्के, युवराज सिंह ने छह छक्के, कप्तान महेन्द्र सिंह धौनी ने दो छक्के और सुरेश रैना ने पांच छक्के उड़ाए। न्यूजीलैंड की तरफ से ओपनर जैसी राइडर ने चार छक्के, ब्रेंडन मैकुलम ने तीन छक्के, इयान बटलर ने एक छक्का, काइल मिल्स ने तीन छक्के और टिम साउथी ने दो छक्के उड़ाए। भारत ने यह मैच 58 रन से जीतकर पांच मैचों की सीरीज में 2-0 की बढ़त बना ली।
भारत और न्यूजीलैंड के बीच इस मैच में कुल 726 रन बने जो एक वनडे में दूसरा सर्वाधिक योग है। इस मामले में विश्व रिकार्ड आस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के नाम है जिन्होंने तीन वर्ष पहले जोहांसबर्ग में ऐतिहासिक मैच में एक दिन में कुल 872 रन बनाए थे। भारत ने तीसरे वनडे में चार विकेट पर 392 रन बनाए जिसके जवाब में न्यूजीलैंड की टीम 334 रन बना सकी। भारत का एकदिवसीय मैचों में यह दूसरा सर्वाधिक स्कोर है। उसका सर्वाधिक स्कोर पांच विकेट पर 413 रन है जो उसने 2007 विश्व कप में बरमूडा के खिलाफ बनाया था। वनडे में यह 11वां मौका है जब भारत ने 350 से ज्यादा का स्कोर बनाया है। भारत का 392 का स्कोर किसी भी टीम द्वारा न्यूजीलैंड में वनडे का सर्वाधिक स्कोर है।
मास्टर ब्लास्टर सचिन ने इस मैच में 163 रन बनाए जो न्यूजीलैंड में उनका पहला वनडे शतक है। उनका यह 43वां शतक और भारत की जीत में 31वां शतक है। सचिन इस मैच में मैन आफ द मैच बने जो उनका 58वां मैन आफ द मैच पुरस्कार है। इस मामले में वह श्रीलंका के सनथ जयसूर्या से 12 पुरस्कार आगे है। बल्लेबाजों के लिए स्वर्ण साबित हुए इस मैच में गेंदबाजों की खासी शामत आई। न्यूजीलैंड के टिम साउथी के लिए यह मैच दु:स्वप्न रहा। वह एक वनडे में 100 से ज्यादा रन लुटाने वाले दुनिया के तीसरे और न्यूजीलैंड के दूसरे गेंदबाज बने।
साउथी ने भारतीय पारी में 10 ओवर में 105 रन लुटाए और उन्हें एक विकेट भी नहीं मिला। न्यूजीलैंड के मार्टिन स्नेडन वनडे में 100 से ज्यादा रन देने वाले एक अन्य गेंदबाज हैं। हालांकि इसके लिए उन्होंने 12 ओवर फेंके थे। स्नेडन ने 1983 के विश्व कप में इंग्लैंड के खिलाफ 12 ओवर में 105 रन देकर दो विकेट लिए थे। वनडे में सबसे महंगी गेंदबाजी का रिकार्ड आस्ट्रेलिया के माइकल लुइस के नाम है जिन्होंने मार्च 2006 में जोहांसबर्ग में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दस ओवर में 113 रन दिए थे।
Subscribe to:
Posts (Atom)