गेंदबाजों द्वारा कहर बरपाने के बाद ग्रांट एलियट [नाबाद 75] और कप्तान विटोरी [41] के बीच पांचवें विकेट के लिए शतकीय साझेदारी की बदौलत न्यूजीलैंड ने आईसीसी चैंपियंस ट्राफी के दूसरे सेमीफाइनल मुकाबले में पाकिस्तान को पांच विकेट से हराकर कंगारूओं से खिताबी भिड़ंत तय की। पाक द्वारा मिले 234 रनों के मामूली लक्ष्य को कीवियों ने 47.5 ओवर में पांच विकेट खोकर बनाया।
पाकिस्तान द्वारा दिए गए कमजोर लक्ष्य को प्राप्त करने उतरी न्यूजीलैंड की शुरुआत बेहद शानदार रही और सलामी बल्लेबाज ब्रैंडन मैक्कुलम ने युवा गेंदबाज आमिर के पहले ही ओवर की दूसरी गेंद पर छक्का जड़कर अपने तेवर दिखा दिए थे। लेकिन वह पाक टीम पर दबाव बनाने के चक्कर में बड़ा शॉट जमाने के चक्कर में आमिर की गेंद पर अफरीदी को कैच देकर पवेलियन चलते बने। एरोन रेडमंड ने नए बल्लेबाज मार्टिन गुप्टिल का साथ निभाकर पारी को आगे बढ़ाने का जिम्मा उठाया लेकिन गुप्टिल उमर गुल की गेंद पर नावेद के हाथों पलके गए।
रेडमंड ने टेलर के साथ कुछ रन बटोरे ही थे कि वह भी अजमल की फिरकी में फंस उन्हें उन्हीं की गेंद पर कैच दे बैठे। हालांकि इसके बाद टेलर ने एलियट के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 55 रन की साझेदारी करते हुए अपनी टीम को संकट से उबारने के साथ ही लक्ष्य की ओर भी अपने कदम बढ़ाए। पाकिस्तान के लिए खतरनाक होती जा रही इस जोड़ी को अफरीदी ने टेलर को 38 रन के निजी स्कोर पर बोल्ड आउट करके तोड़ा। पाक गेंदबाजों ने इसके बाद कीवियों पर दबाव बढ़ाना शुरू कर दिया। हालांकि कप्तान विटोरी ने एलियट का बखूबी साथ देते हुए रन गति को धीमे से आगे बढ़ाया।
दोनों बल्लेबाजों ने पांचवें विकेट के लिए 105 रन की साझेदारी करते हुए अपनी टीम को जीत की राह तक पहुंचा। इसी बीच एलियट ने अपनी मैराथन पारी में 90 गेंदों पर मात्र दो चौकों की मदद से पचासा जड़ा। बैटिंग पावरप्ले लेने तक पाकिस्तान और न्यूजीलैंड में बराबर की टक्कर बनी हुई थी लेकिन पावरप्ले के दौरान एलियट ने नावेद और गुल के ओवर में जमकर रन बटोरते हुए अपनी टीम को जीत के मुहाने पर ला खड़ा किया। न्यूजीलैंड जब जीत से मात्र तीन रन दूर थी तभी विटोरी अजमल की गेंद पर कामरान के द्वारा स्टंप्स आउट हो गए। इसके बाद एलियट ने नील ब्रूम के साथ मिलकर जीत की औपचारिकता पूरी की।
इससे पहले इयान बटलर की अगुवाई में न्यूजीलैंड गेंदबाजों ने सधी हुई गेंदबाजी करते हुए पाकिस्तान को लगातार अंतराल के बाद झटके देते हुए निर्धारित 50 ओवर में नौ विकेट गवांकर मात्र 233 रन ही बनाने दिए। उमर अकमल [55] पाक की तरफ से सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी पाकिस्तान की शुरुआत धीमी रही। इमरान नजीर [28] और कामरान अकमल [24] की सलामी जोड़ी पांच ओवर में मात्र 16 रन ही बना सकी। हालांकि धीरे-धीरे दोनों ने लय हासिल करते हुए कुछ बढि़या मैदानी शॉट खेलकर गेंद को सीमा रेखा से बाहर पहुंचाया।
10वें ओवर में पाक को पहला झटका तब लगा जब उसके 46 रन बन चुके थे। इमरान ने आउट होने से पूर्व आठवें ओवर में तीन चौके जड़े। इमरान ने शेन बांड की गेंद पर रास टेलर को कैच थमा दिया। इमरान का विकेट गंवाने के बाद पूर्व कप्तान शोएब मलिक क्रीज पर आए पर मात्र दो रन का योगदान कर पवेलियन लौट गए। इयान बटलर की गेंद पर टेलर के हाथों लपके गए। कप्तान यूनुस मैदान पर अकमल का साथ देने आए। पाक को जल्द ही तीसरा झटका अकमल के रूप में लगा। वे बटलर के दूसरे शिकार बने। यूनुस ने मोहम्मद यूसुफ के साथ मिलकर टीम को लगातार लगे झटकों से उबारने की कोशिश की लेकिन वह भी विटोरी की फिरकी में फंस गए और टेलर को कैच दे बैठे। उन्होंने 23 गेंदों में एक चौके की मदद से 15 रन की पारी खेली।
लगातार अंतराल के बाद गिरते विकेटों से संकट में फंसी पाकिस्तान टीम को यूसुफ ने उमर अकमल के साथ पांचवें विकेट के लिए 80 रन की साझेदारी करके निकालने की कोशिश की। दोनों खिलाडि़यों ने संयम से खेलते हुए लय पकड़ी और तेजी से रन बनाने लगे लेकिन तभी काइल मिल्स ने यूसुफ [45] को उनके अर्धशतक से पहले ही बोल्ड करके अपनी टीम के लिए खतरनाक होती जा रही इस साझेदारी को तोड़ा। यूसुफ के जाने के बाद अकमल ने 58 गेंदों पर छह चौकों के द्वारा अपना पचासा ठोका लेकिन वह भी जल्द ही विटोरी की गेंद पर एलबीब्ल्यू आउट होकर लौट गए।
बटलर ने इसके बाद फिर से अपनी गेंद से कहर बरपाते हुए शाहिद अफरीदी [4] और उमर गुल [6] को सस्ते में समेटते हुए पाकिस्तान को जमीन पर पटक दिया। विटोरी ने अपने आखिरी ओवर में नावेद राणा [8] को गुप्टिल के हाथों लपकवाकर पाक को बड़ा स्कोर बनाने से रोका। हालांकि युवा गेंदबाज मोहम्मद आमिर और स्पिनर सईद अजमल ने आखिरी विकेट के लिए नाबाद 35 रन जोड़ते हुए टीम के स्कोर को दो सौ के पार पहुंचाया। न्यूजीलैंड की तरफ से बटलर ने चार जबकि विटोरी ने तीन विकेट झटके।
Sunday, October 4, 2009
Saturday, September 5, 2009
अब ना भी खेलूं तो शिकवा नहीं: वीरु
अनुभवी बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने हाल ही में कहा कि मैं वीरेंद्र सेहवाग की बल्लेबाजी में खुद को देखता हूं। आईबीएन- 7 के साथ खास बातचीत में वीरेंद्र सेहवाग ने इसे जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा है कि अब मैं ना भी खेलूं तो मुझे जिंदगी से कोई शिकायत नहीं होगी।पढ़ें- सचिन का नया फॉर्मूला- चार पारियों में वनडे सेहवाग ने जैसे ही मैदान पर धमाल मचाना शुरू किया लोग उन्हें दूसरा सचिन कहने लगे। पिच पर जब दोनों एक साथ रहते तो ये बता पाना काफी मुश्किल था कि कौन सेहवाग है और कौन सचिन? कंधे के ऑपरेशन के बाद वापसी की प्रक्रिया से गुजर रहे वीरेंद्र सेहवाग ने कहा कि वो जल्दी ही बल्ला थाम लेंगे और उन्हें चैंपियंस लीग से पहले क्रिकेट मैदान पर उतरने का पूरा भरोसा है। मालूम हो कि सेहवाग ने हाल में दिल्ली क्रिकेट जिला संघ (डीडीसीए) में भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई थी। पूरे विवाद के बाद अपने पहले टेलीविजन साक्षात्कार में सेहवाग ने कहा कि उनकी लड़ाई किसी व्यक्ति से नहीं बल्कि व्यवस्था से थी। हरियाणा में अकादमी के लिए जमीन दिए जाने के बदले दिल्ली रणजी टीम छोड़ने का दबाव बनाए जाने के आरोप पर वीरू ने कहा कि जो ऐसा बोलते हैं वो सेहवाग को नहीं ट्वेंटी-20 विश्व कप के दौरान इंग्लैंड में सेहवाग और कप्तान धोनी के बीच झगड़े की खबर के बारे में उन्होंने कहा कि धोनी उनके अच्छे दोस्त हैं और अगर इस तरह की खबरें आगे आती हैं तो मीडिया के सामने आकर पूरी बात कह देनी चाहिए।
Sunday, July 12, 2009
विद्या की नज़र जहीर खान पर

टी-20 क्रिकेट के जादू से बॉलीवुड वाले भी बच नहीं पाए हैं। क्रिकेट के इस नए संस्करण ने विद्या बालन को भी प्रभावित किया है। विद्या बालन यथासंभव टी-20 क्रिकेट देखती हैं। हाल ही में सम्पन्न विश्व कप और आईपीएल स्पर्धा का मजा विद्या ने जमकर लिया। जहाँ तक पसंदीदा क्रिकेटर की बात है तो विद्या को ज़हीर खान बेहद पसंद हैं। विद्या ज़हीर को हॉटेस्ट क्रिकेटर मानती हैं। विद्या के मुताबिक ज़हीर मैदान पर खामोश रहते हैं और अपने प्रदर्शन के जरिये बोलते हैं। साथ ही वे मानसिक रूप से मजबूत खिलाड़ी हैं। उम्मीद की जानी चाहिए कि विद्या की तारीफ से ज़हीर और अच्छा खेलने के लिए प्रेरित होंगे।
Friday, July 3, 2009
सेलिना जेटली ने ‘गे कम्यूनिटी’ को बधाई दी

दिल्ली उच्च न्यायालय ने 2 जुलाई को एक महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए समलैंगिक संबंधों को वैध घोषित कर दिया। इस फैसले से कई लोग खुश हुए, जिनमें से एक सेलिना जेटली भी हैं। समलैंगिक लोगों की लड़ाई में सेलिना हमेशा कंधे से कंधा मिलाकर उनके साथ रही, भले ही कई लोगों ने उन्हें अपशब्द कहे और धमकी दी। सेलिना उनके आंदोलनों में शरीक हुईं और अपनी वेबसाइट से मुहिम भी चलाई। कोर्ट के इस फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सेलिना कहती हैं ‘आँखों में आँसू और गर्व के साथ मैं ‘गे कम्यूनिटी’ को बधाई देती हूँ। भारत में समलैंगिक संबंध अब वैध है। हमने लंबी लड़ाई लड़कर जीत हासिल की है। अब समलैंगिक गर्व से अपना सिर ऊँचा कर चल सकेंगे।
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