अपने बल्लेबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर नीदरलैंड जैसी कमजोर टीम ने शुक्रवार को मेजबान इंग्लैंड को आखिरी गेंद पर चार विकेट से हराकर आईसीसी ट्वंटी 20 विश्व कप का उलटफेर के साथ आगाज किया।
जीत के लिए 163 रन का लक्ष्य नीदरलैंड ने मैच की आखिरी गेंद पर नाटकीय तरीके से हासिल किया जब उसे आखिरी गेंद पर दो रन चाहिए थे और गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने जब गेंद रोकी तो बल्लेबाज आर टेन डजटेच और ई सिफेरली एक रन ही दौड़ सके थे। ब्रॉड के ओवरथ्रो पर एक रन और दौड़कर उन्होंने नीदरलैंड को यह अप्रत्याशित जीत दिलाई। इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए ल्यूक राइट [71] और रवि बोपारा [46] की शतकीय साझेदारी के दम पर पांच विकेट पर 162 रन बनाए थे। नीदरलैंड के बल्लेबाजों ने मुश्किल लग रहे इस लक्ष्य को भी आसान बना दिया। उसके लिए डि ग्रूथ ने 30 गेंद में छह चौकों और एक छक्के की मदद से 49 रन बनाए। पीटर बोरेन [25 गेंद में 30] और डजटेच [17 गेंद में नाबाद 22] ने उपयोगी पारियां खेली।
इंग्लैंड के गेंदबाज नीदरलैंड के अनुभवहीन बल्लेबाजों पर अंकुश नहीं लगा सके और ढीले क्षेत्ररक्षण ने रही सही कसर पूरी कर दी। नीदरलैंड की शुरुआत खराब रही और पहले ही ओवर में जेम्स एंडरसन ने ए केरवीजी को ब्रॉड के हाथों लपकवाया। इसके बाद डी रीकर्स ने आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए एंडरसन को दो छक्के जड़े लेकिन 13 गेंद में 20 रन बनाने के बाद वह चौथे ओवर में ब्रॉड का शिकार हो गए। उस समय स्कोर बोर्ड पर 23 रन टंगे थे। बी ज्यूडीरेंट [14] ने डि ग्रूथ के साथ 43 रन की साझेदारी की। उन्हें आदिल रशीद ने पवेलियन भेजा।
डि ग्रूथ को अब बोरेन के रूप में अच्छा सहयोगी मिल गया और दोनों ने इंग्लैंड के गेंदबाजों की मैदान के चारों ओर धुनाई करते हुए रन बंटोरे। डि ग्रूथ ने अपनी पारी में छह चौके और एक छक्का लगाया जबकि बोरेन ने एक चौका और एक छक्का जड़ा। विकेट गिरने के बावजूद हालैंड की रनगति पर अंकुश नहीं लगा। डजटेच ने सिर्फ 17 गेंद में नाबाद 22 रन बनाकर टीम की जीत सुनिश्चित की। नीदरलैंड के बल्लेबाजों के दबदबे का अनुमान इसी बात से लगता है कि इंग्लैंड की पारी में कोई छक्का नहीं लग सका था जबकि नीदरलैंड के बल्लेबाजों ने चार छक्के जड़े।
इससे पहले सलामी बल्लेबाज राइट और बोपारा के बीच पहले विकेट की साझेदारी में बने 102 रन की बदौलत इंग्लैंड ने पांच विकेट पर 162 रन बनाए। पहले बल्लेबाजी के लिए भेजी गई इंग्लैंड टीम की शुरुआत शानदार रही लेकिन दस ओवर के बाद हड़बड़ी में पांच विकेट गंवाने से वह विशाल स्कोर नहीं बना सकी। बोपारा के 12वें ओवर में आउट होने के बाद इंग्लैंड को कोई बड़ी साझेदारी नहीं मिल सकी और बल्लेबाजों ने गैर-जिम्मेदाराना तरीके से विकेट गंवाए। मेजबान टीम के पहले 100 रन 11 ओवर में बने लेकिन बाकी नौ ओवर में वह सिर्फ 62 रन ही बना सके।
बोपारा और राइट को पवेलियन भेजने वाले टेन डजटेच नीदरलैंड के सबसे कामयाब गेंदबाज रहे जिन्होंने चार ओवर में 35 रन देकर दो विकेट लिए। इससे पहले बोपारा ने ड्रिक नेनिंस की पहली ही गेंद पर चौका लगाकर आक्रामक शुरुआत की। राइट ने भी उनका बखूबी साथ निभाते हुए नीदरलैंड के गेंदबाजों की धुनाई की। दोनों ने पहले छह ओवर में 50 रन बना लिए। बोपारा ने 34 गेंद की पारी में पांच चौकों की मदद से 46 रन बनाए जबकि राइट ने सिर्फ 49 गेंद में 71 रन जोड़े जिसमें आठ चौके शामिल हैं। दस ओवर के बाद इंग्लैंड ने बिना कोई विकेट गंवाए 89 रन बना लिए थे।
डजटेच ने 12वें ओवर में नीदरलैंड को बहुप्रतीक्षित सफलता दिलाई जब छक्का लगाने के प्रयास में बोपारा चूके और सीलार को कैच थमा दिया। ओवैस शाह [पांच] क्रीज पर राइट का साथ देने आए लेकिन टिक नहीं सके। सिफेरली की गेंद पर वह केरवीजी को कैच देकर पवेलियन लौटे। इस बीच राइट ने अपना अर्धशतक पूरा कर लिया लेकिन दोहरे झटके से रनगति धीमी हो गई थी। इस समय भी लग रहा था कि इंग्लैंड 175 के आंकड़े को पार कर लेगा लेकिन ईयोन मोर्गन [6] और कप्तान पाल कोलिंगवुड [11] के भी जल्दी आउट होने से ऐसा नहीं हो सका। राइट की पारी का अंत 18वें ओवर में डजटेच ने किया और उनका कैच बोरेन ने लपका।
No comments:
Post a Comment