Tuesday, March 11, 2008

आस्ट्रेलिया का पाकिस्तान दौरा टला

सिडनी। आस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम ने लाहौर में मंगलवार हुए विस्फोटों के बाद अपना पाकिस्तान दौरा स्थगित कर दिया।

क्रिकेट आस्ट्रेलिया ने सुरक्षा कारणों से अपना दौरा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की सूचना पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को दे दी। पीसीबी अध्यक्ष नसीम अशरफ ने कहा, मैं इस फैसले से बहुत निराश हूं लेकिन मैं क्रिकेट आस्ट्रेलिया के प्रमुख क्रेग ओकोनोर से अगले सप्ताह दुबई में मिलूंगा ताकि दौरे की नई तारीख तय की जा सके।

गौरतलब है कि आस्ट्रेलियाई टीम का 29 मार्च से पाकिस्तान दौरे का कार्यक्रम था लेकिन अब इसे सुरक्षा कारणों से इस महीने के लिए टाल दिया गया है। क्रिकेट आस्ट्रेलिया के अध्यक्ष क्रेग ओकोनोर ने कहा, हम इस समय पाकिस्तान का दौरा नहीं कर सकते और हमें इस बात का अफसोस है। हालांकि यह एक कठिन फैसला था लेकिन एक निष्पक्ष समीक्षा के बाद वहां के सुरक्षा हालातों को देखते हुए हमने यह निर्णय लिया। इस दौरे पर दोनों टीमों के बीच तीन टेस्ट, पांच एक दिवसीय और एक ट्वंटी 20 अंतरराष्ट्रीय मैच होने हैं।

इससे पहले पाक में सुरक्षा की स्थिति के बारे में सीए व आस्ट्रेलियाई अधिकारियों की एक बैठक हुई थी। जिसमें क्रिकेट आस्ट्रेलिया संघ [एसीए] ने कहा था कि पाकिस्तान के हालात सही नहीं है और वहां पर टीम को भेजना खिलाडि़यों को खतरे में डालने के बराबर है। दूसरी ओर पीसीबी ने दौरे की अवधि को घटाकर आस्ट्रेलियाई खिलाडि़यों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने की बाती कही थी। सीए ने इस दौरे को किसी तटस्थ स्थान पर कराने का विकल्प रखा लेकिन पीसीबी ने इस बात को मानने से इनकार कर दिया था।

Monday, March 10, 2008

भारतीय टीम ने लिखा इतिहास का सबसे काला अध्याय

नई दिल्ली। 'चक दे इंडिया' का कोच कबीर खान फाइनल मैच से पहले अपने खिलाड़ियों को जिंदगी से 70 मिनट चुराने का मंत्र देता है। इन्हीं पलों में उसकी टीम रच देती है जीत का नया इतिहास। लेकिन सैंटियागो में ब्रिटेन के खिलाफ फाइनल में अति आत्मविश्वास की शिकार भारतीय टीम ने लिखा इतिहास का सबसे काला अध्याय।

80 साल में पहली बार ओलंपिक से बाहर होने की इस शर्मिदगी से जल्दी उबर पाना आसान नहीं। खेलों के सबसे बड़े महासमर में कूदने के लिए आखिरी तिलिस्म पर खड़ी भारतीय हाकी टीम ने एक अदना सी टीम के सामने आसानी से घुटने टेककर साबित कर दिया सुनहरे अतीत की थाती ढोने से ही कोई टीम महान नहीं बनती। इसके लिए चाहिए हर पल जोर मारता जीत का जज्बा, जो भारतीय हाकी के पास नहीं है। इसके लिए ठीकरा आला हुक्मरानों और उनके नादिरशाही फरमानों पर फोड़ा जाए। बार-बार बदलते कोचों की रणनीतियों की नुक्ताचीनी की जाए या खिलाडि़यों में नुक्स निकाले जाएं, लब्बोलुआब यही है कि भारतीय हाकी की दशा और दिशा दोनों को दुरुस्त किया जाना लाजमी है।

गाहे-बगाहे क्रिकेट और क्रिकेटरों को आड़े हाथों लेने वाले हाकी पंडितों की जुबां पर भी अब ताले पड़ गए होंगे। क्रिकेट में भारत हर स्तर पर कामयाबी की नित नई इबारतें लिख रहा है तो भारतीय हाकी के ताबूत में एक के बाद एक कील ठुकती जा रही है। बात सिर्फ एक टूर्नामेंट की नहीं है। भारतीय हाकी के पतन की दास्तान को समझने के लिए अर्श से फर्श तक के सफर का सिंहावलोकन जरूरी है।

ओलंपिक में 1928 में पदार्पण करने वाली भारतीय हाकी टीम ने 1956 तक लगातार छह स्वर्ण जीतकर अपना परचम लहराया था। बात सिर्फ पदकों की नहीं, बल्कि भारतीय पारंपरिक हाकी के उस जादू की है जो कभी सिर चढ़कर बोलता था। जिसने ध्यानचंद जैसे नगीने विश्व हाकी को दिए।

सन् साठ के रोम ओलंपिक के फाइनल में पाकिस्तान के हाथों हार के बाद लगा कि जीत का सिलसिला हमेशा के लिए टूट गया। लेकिन फिर चार साल बाद टोक्यो में टीम ने वापसी की। फिर 1968 और 1972 में उसे कांस्य से ही संतोष करना पड़ा। 1976 में तो भारतीय टीम सातवें स्थान पर रही और ओलंपिक के इतिहास में पहली बार खाली हाथ लौटी।

मास्को ओलंपिक 1980 में जीता पीला तमगा भारतीय हाकी के स्वर्णिम इतिहास की आखिरी धरोहर थी। उस समय भी जर्मनी, हालैंड और इंग्लैंड ने ओलंपिक का बहिष्कार किया था। इसके बाद से लगातार पतन की राह पर चल पड़ी भारतीय हाकी का सबसे खौफनाक डर आज हकीकत में बदल गया जब इतने लंबे समय तक दुनिया भर को हाकी का ककहरा सिखाने वाली टीम खुद ओलंपिक की दौड़ से ही बाहर हो गई।

Sunday, March 9, 2008

पेरिस हिल्टन को मिला नया प्रेमी

लंदन। हिल्टन होटल समूह की मालकिन पेरिस हिल्टन ने रॉक बैंड लिंकिंग पार्क के एक कंसर्ट के दौरान 'गुड शैरलॉट' रॉक बैंड के सदस्य बेंजी मेडन के साथ अपने संबंधों का खुलासा किया।
वेबसाइट contactmusic.com के अनुसार कंसर्ट के एक कर्मी ने इन दोनों को एक लिफ्ट में साथ देखा था और इस जोड़े ने उसे वीडियो कैमरे के जरिए छोटे से साक्षात्कार की अनुमति दे दी।
यह पूछे जाने पर कि क्या 'लिंकिंग पार्क' उनका पसंदीदा बैंड है, हिल्टन ने मुस्कुराते हुए कहा, “मुझे 'लिंकिंग पार्क' नहीं 'गुड शैरलॉट' पसंद है।”

हॉकी: भारत चिली से जीता, फाइनल कल

सेंटियागो। वी.आर. रघुनाथ के चमकदार खेल की बदौलत भारत ने मेजबान चिली को आज यहां 4-1 से हराकर ओलंपिक हॉकी क्वालिफाइंग टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश कर लिया है।
आठ बार के ओलंपिक चैंपियन भारत ने शुरूआत से ही आक्रामक खेल दिखाते हुए प्रतिद्वंद्वी गोलमुख पर बार-बार धावा बोला। प्रभजोत सिंह ने दसवें मिनट में बाईं ओर से मिले पास पर शानदार गोल करके भारत को बढ़त दिलाई।
इसके बाद भारत ने लगातार दो मिनट में दो गोल किए। पहले रघुनाथ ने प्रभजोत की मदद से विपक्षी खिलाड़ियों को छकाते हुए गोल दागा, अगले ही मिनट में भरत चिकारा ने तुषार खांडेकर से मिले पास पर गोल करके भारत को मध्यांतर तक 3-0 की बढ़त दिला दी।

एशियाई चैंपियन भारत ने दूसरे हाफ में भी अपना दबदबा बनाए रखा और प्रतिद्वंद्वी टीम को अपने ही क्षेत्र में व्यस्त रखा। चिली के इयान कोप्पेनबर्गर को प्रभजोत के साथ उलझने पर पीला कार्ड दिखाया गया और मेजबान टीम को दस खिलाड़ियों के साथ ही खेलना पड़ा।लेकिन भारत इस अवसर को भुनाने में नाकाम रहा क्योंकि इसके कुछ ही समय बाद उसके खिलाड़ी अजितेश राय को भी पीला कार्ड दिखाया गया।रघुनाथ ने 62वें मिनट में मैच के पहले पेनल्टी कॉर्नर पर गोल करके भारत को 4-0 की बढ़त दिला दी। चिली के फेलिप मोंटेग्यू ने 62वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील करके अपनी टीम का खाता खोला।
मेजबान टीम ने अंतिम क्षणों में गोल करने का भरसक प्रयास किया, लेकिन वह भारतीय रक्षापंक्ति को भेदने में नाकाम रही।
पेइचिंग ओलंपिक का टिकट पाने के लिए भारत को अब फाइनल में कल ग्रेट ब्रिटेन से भिड़ना होगा, जिसने अंतिम मैच में ऑस्ट्रिया को 4-0 से हराया।