Saturday, May 3, 2008

ब्लू सीडी से जुड़ीं लड़कियां थीं सेक्स वर्कर

मुंबई: अब यह बात एकदम साफ हो गई है, कि बांद्रा के होटल मालिक और '93 के एक बम विस्फोट आरोपी के भाई के बीच सिर्फ 2 लड़कियों को भेजने तक का ही मामला सीमित नहीं था, यह मामला एक बहुत बड़े सेक्स रैकेट से जुड़ा हुआ था।
बांद्रा क्राइम ब्रांच से जुड़े एक अधिकारी ने दावा किया कि इस मामले में जो 2 लड़कियां होटल मालिक को भेजी गई थीं, वे प्रफेशनल सेक्स वर्कर थीं। इस रैकेट का सरगना हसन अली खान उर्फ बाबू था। बाबू 93 के बम धमाकों के आरोपी सलीम कुर्ला का भाई है।
बाबू द्वारा होटल मालिक को भेजी गईं 2 लड़कियों में से एक का कहना है कि उसे पता नहीं था कि उसकी होटल मालिक के साथ ब्लू सीडी बन रही है, खुद बाबू ने पुलिस से कहा कि लड़कियों को वाकई में यह पता नहीं था कि उनकी सेक्स सीडी बन रही है, पर क्राइम ब्रांच इस लड़की और बाबू दोनों की इस बात पर फिलहाल विश्वास नहीं कर रही है। पता चला है कि 2 लड़कियों में से एक फिलहाल पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।

गौरतलब है कि सलीम कुर्ला के भाई बाबू ने एक होटल मालिक को लड़कियों का ऑफर किया था और होटल मालिक की हां के बाद बाबू ने मिलन सब वे के पास एक होटल में उसके पास एक लड़की मॉडल बताकर भेज भी दी थी। इस होटल में विडियो रिकॉर्डिंग पहले से ही शुरू थी। इसके 15 दिन बाद बाबू ने संबंधित होटल मालिक को एक टीवी सीरियल में काम करने वाली लड़की के साथ रात गुजारने का ऑफर दिया था और बाद में जोगेश्वरी लिंक रोड पर म्हाड़ा के एक फ्लैट में इस लड़की को भी होटल मालिक के पास भेज दिया था। यहां भी विडियो रिकॉर्डिन्ग के जरिए लड़की और होटल मालिक की ब्लू सीडी बना दी गई थी। इसके बाद बाबू ने होटल मालिक के पास पहले एक सीडी भेजी थी और फिर होटल मालिक को ब्लैकमेल कर उससे 10 लाख रुपये वसूले थे। बाद में उसने होटल मालिक को जब दूसरी सीडी भेजकर फिर हफ्ते के रूप में मोटी रकम मांगी थी, तो होटल मालिक ने बांद्रा क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कर दी थी।

अक्षय तृतीया के लिए सोना खरीदने वाले नहीं मिल रहे

गिरती कीमतों को देखते हुए ग्राहक अक्षय तृतीया पर शोपिंग से दूर
सोने में पिछले कुछ दिनों से जोरदार गिरावट देखी जा रही है। घरेलू बाजार समेत अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में भाव में नरमी देखी जा रही है। लेकिन सोने के दाम घटने के बावजूद सोना कारोबारियों को अक्षय तृतीया के लिए सोना खरीदने वाले नहीं मिल रहे हैं।
सोने के दाम में पिछले एक हफ्ते से लगातार गिरावट देखी जा रही है। दुकानदार मान रहे थे कि गिरते दाम पर ग्राहक ज्यादा सोना खरीदेंगे लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। हर साल अक्षय तृतीया के 15 दिन पहले से ही ‘बुकिंग’ शुरू हो जाती है। लेकिन इस बार छः दिन पहले भी दुकानों में भीड़ नहीं है।
दुकानदार मानते हैं कि गिरती कीमतों को देखते हुए ग्राहक अक्षय तृतीया तक रुकना ज्यादा पसंद कर रहे हैं।
चूंकि अग्रिम ‘बुकिंग’ का अभाव है इसलिए दुकानदारों के लिए यह अनुमान लगाना भी मुश्किल हो रहा है कि इस बार किस तरह की ‘बुकिंग’ ज्यादा होगी। इसलिए कुछ दुकानदार हर तरह के सिक्के रख रहे हैं तो कुछ गहनों की डिजाइन बढ़ाने में लगे हैं।
दुकानदारों का मानना है कि भले ही अग्रिम ‘बुकिंग’ न हो रही हो लेकिन अक्षय तृतीया पर होने वाली खरीद में कोई कमी नहीं होने वाली।

अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज बुश को खटका भारतीयों का खाना-पीना

अमेरिकी विदेश मंत्री कोंडोलिजा राइस के बयान – “भारतीयों के ज्यादा खाने के कारण विश्व बाजार में खाद्यानों की कीमत बढ़ रही ह”- के बाद अब अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज बुश भी मानने लगे हैं कि “भारतीय मध्य वर्ग” की समृद्धि के कारण आनाज की कीमतें आसमान छू रही है।
बुश ने कहा है, “भारत में 35 करोड़ लोग मध्य वर्ग में आते हैं, जो अमेरिका की जनसंख्या से अधिक है और जब आप पैसा अर्जित करना शुरू करते हैं तो आप अच्छे भोजन की मांग करते हैं। इस तरह मांग बढ़ने से कीमतों में वृद्धि होती है”।
पिछले हफ्ते राइस ने भी कहा था कि चीन और भारत के लोगों की खुराक में वृद्धि तथा इन देशों द्वारा अनाज के निर्यात पर प्रतिबंध लगाए जाने के कारण विश्व में खाद्यान्न संकट पैदा हुआ है।
यद्यपि राइस ने कहा था कि जैव ईंधन के निर्माण में अनाजों का प्रयोग खाद्य संकट को गहरा सकता है, लेकिन बुश ने इससे उलट मक्का से एथेनॉल के निर्माण को बढ़ती कीमतों का कारण मानने से इंकार कर दिया।
बुश ने एथेनॉल निर्माण का समर्थन करते हुए अनाज की बढ़ती कीमतों के लिए तेल और उर्वरकों के दामों में वृद्धि के कारण खेती की लागत में होने वाली बढ़ोतरी को जिम्मेदार ठहराया है।
बुश ने मौसम संबंधी समस्याओं को भी जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि अनाज उत्पादन के कुछ बड़े क्षेत्र सूखा प्रभावित हैं। मौसम में बदलाव भी इसका कारण है।
बुश ने कहा, “अमेरिका ने खाद्यान्न संकट से निपटने के लिए काफी सहायता दी है। मैंने कांग्रेस से इसके लिए और धन देने की अपील की है। अगले दो सालों में पांच अरब डॉलर से अधिक की राशि इस मकसद में खर्च की जाएगी”।

Friday, May 2, 2008

क्लास में डेटिंग व रोमांस


सिंगापुर। क्या आप किसी ऐसी क्लास के बारे में यकीन करेंगे जिसमें बैठे युवा छात्र-छात्राएं बाकायदा रोमांस करने, डेट पर जाने और मौज-मस्ती करने के गुर सीख रहे हैं। जी हां, सिंगापुर में इन दिनों ऐसी भी क्लास लग रही हैं।
'लव रिलेशंस फार लाइफ : ए जर्नी आफ रोमांस, लव एंड सेक्सुअलिटी' की इस क्लास में बैठे युवा जोड़े आपस में हंसी-ठिठोली करते हुए पढ़ाई पूरी कर रहे हैं। उनके टीचर सुकी तोंग उन्हें बाकायदा रोमांस करने और डेट पर जाने के नुस्खे बताते हैं।
यहां के दो पालीटेक्निक संस्थानों में इस कोर्स का यह दूसरा साल है। और यह बेहद लोकप्रिय भी हो रहा है। वैसे यह सब सिंगापुर सरकार की देश में गिरती जनसंख्या दर पर लगाम कसने की कवायद के तहत हो रहा है। सरकार गिरती जनसंख्या दर से चिंतित है। पिछले वर्ष सिंगापुर में प्रति महिला जन्मदर गिरकर सबसे कम [1.24] रह गई। यह दुनिया भर में सबसे कम है। सिंगापुर में यह लगातार 28वां साल था जब जनसंख्या के मौजूदा स्तर को बरकरार रखने के लिए जरूरी जन्मदर 2.5 के औसत से कम रही।

पिछले 25 वर्षो से सिंगापुर सरकार युवा जोड़ों को मिलने-जुलने के मौके देने के लिए टी डांस, वाइन टेस्टिंग, कुकिंग क्लास और रोमांटिक फिल्मों की स्क्रीनिंग जैसे सामूहिक आयोजन करती रही है। डेटिंग व रोमांस की ये नई क्लास इसी कड़ी का हिस्सा हैं।

सामुदायिक विकास, युवा मामले व खेल विभाग के मंत्री यू फो यी शून का इस बारे में कहना है, 'हम छात्रों को बताना चाहते हैं कि बच्चे पैदा करने के लिए करियर संवरने तक इंतजार मत करो। इसमें कभी-कभी काफी देर हो जाती है, खास तौर पर लड़कियों के मामले में।'