बेंगलुरु। अपने समग्र खेल के लिए “मिस्टर क्रिकेट” कहे जाने वाले माइक हसी के बेहतरीन शतक (146 रन) की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने पहले क्रिकेट टेस्ट के दूसरे दिन आज यहां पहली पारी में अच्छा स्कोर खड़ा कर लिया, लेकिन भारतीय सलामी जोडी ने भी मेहमानों को मुंहतोड जवाब देने की आधारशिला तैयार कर दी है।
भारत ने बारिश की वजह से नौ ओवर पहले ही दिन का खेल रोके जाने तक, बिना किसी नुकसान के 68 रन बना लिये थे। उस समय आक्रामक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग 55 गेंदों पर सात चौकों की मदद से 43 रन, और गौतम गंभीर 20 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद थे।इससे पहले ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी चायकाल के विश्राम के बाद 430 रन पर समाप्त हो गयी। इसमें भारतीय तेज गेंदबाजों जहीर खान और इशांत शर्मा की जोड़ी का अहम योगदान रहा जिन्होंने क्रमशः पांच और चार विकेट लिये।ऑस्ट्रेलिया की तरफ से बाएं हाथ के आकर्षक बल्लेबाज हसी ने सबसे अहम पारी खेली। कल 46 रन बनाकर खेल रहे हसी ने आज पहले ब्रैड हैडिन और फिर ब्रेट ली के साथ दो महत्वपूर्ण साझेदारियां करते हुये ऑस्ट्रेलिया को 400 के पार पहुंचा दिया। इस दौरान उन्होंने भारतीय जमीन पर अपना पहला और कुल नौंवा शतक भी बनाया।चायकाल के समय ऑस्ट्रेलियाई पारी 450 के स्कोर की तरफ बढती हुई दिख रही थी लेकिन जहीर ने एक घातक स्पेल में उसके अंतिम तीन विकेट महज नौ रन के अंतराल पर लेकर कंगारूओं को 430 रन पर ही रोक दिया।जहीर ने 5.5 ओवरों के इस स्पेल में 15 रन पर तीन विकेट झटकते हुये मेहमानों की पारी समेट दी। उन्होंने इस स्पेल में ली (27 रन) मिशेल जानसन (01) और हसी (146) को पैवेलियन का रास्ता दिखाया। वैसे उन्होंने पारी में 9।1रन देकर कुल पांच विकेट हासिल किये।लेकिन आज के खेल में सबसे बेहतरीन गेंदबाजी 20 साल के लंबे कद के गेंदबाज इशांत ने की। उन्होंने सुबह के तीसरे ओवर में ही शेन वाटसन (02 रन) को एक खूबसूरत गेंद पर बोल्ड करके भारत को पांचवी सफलता दिलायी।मगर इसके बाद हसी और विकेटकीपर बल्लेबाज हैडिन.33. ने छठे विकेट के लिए 91 रन जोडकर ऑस्ट्रेलिया को 350 तक पहुंचा दिया। लेकिन लंच के थोडी देर बाद हैडिन इशांत की एक स्लोअर गेंद पर गच्चा खा गये और मिड आन पर खडे वीवीएस लक्ष्मण ने सिर के ऊपर उनका शानदार कैच लपक लिया।इसके थोडी ही देर बाद इशांत ने अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे कैमरून व्हाइट (06) को भी कैच आउट कराते हुये अपनी चौथी कामयाबी हासिल कर ली।इशांत को चिन्नास्वामी स्टेडियम कुछ अधिक ही रास आता है और उन्होंने 30 ओवरों में 77 रन पर चार महत्वपूर्ण विकेट लेकर इसे बात को एक बार फिर साबित कर दिया। उन्होंने पिछले साल पाकिस्तान के खिलाफ भी यहां पर 118 रन देकर पांच विकेट झटके थे।भारत को इस मैच में अपने स्पिनरों से काफी उम्मीदें हैं लेकिन पहली पारी में तो उनका जादू नहीं चल पाया। कप्तान अनिल कुंबले 43 ओवरों में 129 रन खर्च करने के बावजूद एक भी कामयाबी नहीं हासिल कर सके जबकि आफ स्पिनर हरभजन सिंह को एक विकेट के लिए 103 रन लुटाने पडे।बहरहाल भारतीय ओपनरों ने ऑस्ट्रेलिया के तूफानी गेंदबाज ब्रेट ली और लगातार सटीक गेंदबाजी करने में माहिर स्टुअर्ट क्लार्क का बखूबी सामना करते हुये टीम इंडिया को शानदार शुरूआत दिला दी। तीसरे सीमर मिशेल जानसन का तो इन दोनों ओपनरों ने दिल खोलकर स्वागत किया।खास तौर पर सहवाग अपने चिर- परिचित अंदाज में कुछ अधिक ही निर्मम दिखे। उन्होंने मैदान के चारों ओर सात चौके जमाकर कंगारूओं को यह एहसास करा दिया कि उनके लिए आने वाला कल काफी मुश्किल हो सकता है।
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