नई दिल्ली। पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली को अच्छे प्रदर्शन के बावजूद वनडे टीम से बाहर किए जाने का दर्द अब भी सालता है। गांगुली यह भी नहीं समझ पा रहे कि आखिर वह ऐसा क्या करके दिखाएं जिससे वनडे टीम में उनकी वापसी हो जाए। वनडे टीम से बाहर किए जाने के बारे में यदि गांगुली से जरा भी कुछ पूछा जाए तो उनके दिल का दर्द जैसे बाहर निकल आता है और वह अपने मन की बात दबा नहीं पाते। क्रिकइंफो को दिए इंटरव्यू में गांगुली ने कहा, मैं नहीं जानता कि वनडे टीम में वापसी के लिए आखिर क्या करूं? मुझे यह भी नहीं पता कि इंडियन प्रीमियर लीग [आईपीएल] में अच्छा प्रदर्शन करने मुझे भारतीय वनडे टीम में जगह मिल पाएगी या नहीं।
गांगुली का मानना है कि फार्म में होने के बावजूद उन्हें आस्ट्रेलिया में वनडे सीरीज के लिए चुनी गई भारतीय टीम से हटा दिया गया था। उन्होंने कहा, एक साल में करीब 1300 रन बनाने के बावजूद मुझे टीम में जगह नहीं दी गई। मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि टीम में वापसी के लिए और क्या करूं। मैं अच्छी फार्म में था फिर भी मुझे टीम से निकाल दिया गया।
आईपीएल के 18 अप्रैल से शुरू हो रहे ट्वंटी 20 टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करने पर वनडे टीम में वापसी के बारे में पूछे जाने पर पूर्व कप्तान ने कहा, ट्वंटी 20 और वनडे क्रिकेट दो अलग-अलग चीजें हैं। मैं ट्वंटी 20 में अच्छे प्रदर्शन के आधार पर वनडे टीम में जगह पाने के प्रति आश्वस्त नहीं हूं। गौरतलब है कि लंबे अर्से के बाद गत वर्ष जनवरी में भारत की वनडे टीम में वापसी करने वाले सौरव ने इसके बाद 15 महीनों के दौरान 32 मैचों में 44.28 के औसत से 1240 रन बनाए थे। हालांकि पिछले 10 मैचों में उनका प्रदर्शन प्रभावशाली नहीं था।
गांगुली ने साफ किया कि फिलहाल उनकी नजर इस माह के अंत में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शुरू होने वाली तीन मैचों की घरेलू टेस्ट सीरीज में अच्छा प्रदर्शन करने पर लगी है और उनका मानना है कि इससे पहले होने वाली देवधर ट्रॉफी के मैचों में उन्हें अच्छा अभ्यास मिलेगा। गांगुली आईपीएल की कोलकाता टीम के कप्तान हैं। उनकी टीम में आस्ट्रेलिया के कप्तान रिकी पोंटिंग, पाकिस्तान के तूफानी गेंदबाज शोएब अख्तर, न्यूजीलैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज ब्रैंडन मैक्कुलम और वेस्टइंडीज के सलामी बल्लेबाज क्रिस गेल शामिल हैं।
आईपीएल के टूर्नामेंट को युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का बेहतरीन मंच करार देते हुए गांगुली ने कहा कि इस प्रतियोगिता में नामी-गिरामी खिलाडि़यों के साथ खेलने से युवाओं को उनसे क्रिकेट की तमाम बारीकियां सीखने का मौका मिलेगा।
No comments:
Post a Comment