Saturday, July 26, 2008

भारत एक पारी और 238 रनों से पराजित

सिंहली स्पोर्ट्स क्लब क्रिकेट मैदान पर खेले गए पहले टेस्ट मैच में श्रीलंका ने भारत को एक पारी और 238 रनों से पराजित कर दिया।
पहली पारी में श्रीलंका के स्कोर 6 विकेट पर 600 (घोषित) के जवाब में अपनी पहली पारी में 233 रन बनाने वाली भारतीय टीम फॉलोऑन खेलते हुए दूसरी पारी में महज 45 ओवरों में 138 रन बनाकर आउट हो गई। श्रीलंका की टीम तीन मैचों की टेस्ट श्रृंखला में 1-0 से आगे हो गई है।
श्रीलंका की जीत में महान स्पिन गेंदबाज मुथैया मुरलीधरन की अहम भूमिका रही। मुरली ने कहर बरपाते हुए मैच में 110 रन देकर 11 विकेट झटके। अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे युवा स्पिनर अजंता मेंडिस भी आठ विकेट चटकाने में सफल रहे।
चायकाल तक 103 रन पर छह विकेट गंवाने वाली भारतीय टीम ने तीसरे और आखिरी सत्र के दौरान महज छह ओवर में श्रीलंकाई स्पिनरों के सामने घुटने टेक दिए। भारत की ओर से सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने सबसे अधिक 43 रन बनाए।
भारत का पहला विकेट भोजनावकाश से ठीक पहले सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सेहवाग के रूप में गिरा था। सेहवाग ने 13 रन बनाए। भारतीय टीम ने अपना दूसरा विकेट वीवीएस लक्ष्मण के रूप में 57 रन के कुल योग पर गंवाया। पहली पारी में सबसे अधिक 56 रन बनाने वाले लक्ष्मण को पदोन्नत करके तीसरे क्रम पर भेजा गया था, लेकिन वह 21 रन बनाने के बाद मेंडिस की गेंद पर पगबाधा करार दिए गए।
तीसरे विकेट के रूप में भारत को सचिन तेंदुलकर से बड़ी पारी की उम्मीद थी, लेकिन वह भी सस्ते में आउट हुए। 12 रन बनाने वाले सचिन का विकेट 82 के कुल योग पर गिरा। उन्हें मुरलीधरन ने तिलकरत्ने दिलशान के हाथों कैच कराया।
अच्छी लय में दिख रहे सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर के रूप में भारत का चौथा विकेट गिरा। गंभीर ने 90 गेंद पर चार चौकों की मदद से 43 रन बनाए। उन्हें मुथैया मुरलीधरन ने विकेट के पीछे एच. जयवर्धने के हाथों स्टंप कराया।
भारत ने अपना पांचवां विकेट पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के रूप में गंवाया। गांगुली 04 रन बनाकर मुरलीधरन की गेंद पर तिलकरत्ने दिलशान के हाथों लपके गए। मुरली ने मैच में अपने हिस्से का नौवां विकेट झटका। भारत का छठा विकेट राहुल द्रविड़ के रूप में गिरा। द्रविड़ 10 रन अजंता मेंडिस की गेंद पर वार्णपूरा के हाथों लपके गए।
भारत का सातवां विकेट दिनेश कार्तिक के रूप में गिरा। कार्तिक को मुथैया मुरलीधरन ने कप्तान महेला जयवर्धने के हाथों लपकवाया। कार्तिक अपना खाता भी नहीं खोल सके। कार्तिक के रूप में मुरली ने इस मैच में अपना दसवां विकेट चटकाया।
भारत का आठवां विकेट कप्तान अनिल कुंबले के रूप में गिरा। उन्हें मुथैया मुरलीधरन ने 12 रनों के निजी स्कोर पर बोल्ड किया। मुरलीधरन ने इस तरह मैच में अपना 11वां विकेट झटका।
इसके बाद तो श्रीलंका की जीत की महज औपचारिकता रह गई थी। मेंडिस ने नौवें विकेट के रूप में हरभजन सिंह और दसवें विकेट के रूप में जहीर खान को आउट कर इस पर मुहर लगा दी। ईशांत शर्मा पांच रन बनाकर अविजित रहे।
इससे पहले, तीसरे दिन के अपने स्कोर 6 विकेट पर 159 रन से आगे खेलने उतरी भारतीय टीम अपनी पहली पारी के कुल योग में 64 रन जोड़ने के बाद सिमट गई थी। भारत की ओर से वीवीएस लक्ष्मण ने सर्वाधिक 56 रन बनाए। लक्ष्मण तीसरे दिन 19 रन पर नाबाद लौटे थे। लक्ष्मण ने 118 गेंद खेलकर छह चौके लगाए।
तीसरे दिन एक रन पर नाबाद लौटने वाले कप्तान अनिल कुंबले अपने स्कोर में एक रन का भी इजाफा नहीं कर सके और असंथा मेंडिस की गेंद पर पगबाधा आउट हुए। हरभजन सिंह ने नौ रन बनाए, जबकि जहीर खान पांच रन पर आउट हुए। ईशांत शर्मा 13 रन बनाकर अविजित लौटे।
चौथे दिन के पहले सत्र में मेंडिस और मुरलीधरन ने पहली पारी में भारत के सभी विकेट झटके। मुरलीधरन ने सबसे अधिक पांच विकेट लिए, जबकि अपना पहला टेस्ट खेल रहे मेंडिस ने चार विकेट लिए।

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