Thursday, June 19, 2008

प्रदेश की जनता ने राहत की सांस ली : गहलोत

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुर्जर आंदोलन के समाधान पर संतोष जताते हुए कहा है कि इससे प्रदेश की जनता ने राहत की सांस ली है। गहलोत ने आंदोलनकारी गुर्जरों एवं राज्य सरकार में हुए समझौते पर कहा है कि 65 बेगुनाहों की जान चली जाने और प्रदेश की जनता को बेहद तकलीफों के बाद दोनों पक्षों को यह समझ आया कि समाधान बातचीत के जरिये ही निकल सकता है। उन्होंने कहा है कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि गुर्जरों को विशेष श्रेणी में 5 फीसदी और गरीब सवर्णो को 14 फीसदी आरक्षण की घोषणा सुप्रीम कोर्ट के 50 प्रतिशत के फैसले के बावजूद कैसे प्रभावी होगी? गहलोत ने कहा है कि कांग्रेस की केंद्र सरकार ने सबसे पहले 1991 में सवर्ण गरीबों के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण की घोषणा की थी। बाद में उनके मुख्यमंत्रित्व काल में 21 मई, 2003 को राज्य मंत्रिमंडल ने अजा, जजा और अन्य पिछड़ा वर्ग का मौजूदा आरक्षण कायम रखते हुए एक प्रस्ताव पारित कर केंद्र की तत्कालीन वाजपेयी सरकार को भेजा था।

1 comment:

Unknown said...

अशोक गहलोत राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री रहे हैं. गुर्जर आन्दोलन के दौरान वह कहाँ थे? क्या उनका कर्तव्य बस इस बात से पूरा हो जाता है कि वह आन्दोलन समाप्त होने पर टिपण्णी कर दें? कांग्रेस और दलितों के स्वयंभू नेताओं का रोल बहुत नकारात्मक रहा इन आन्दोलन पर. शर्म की बात है यह.