कर्नाटक के 11 जिलों की 89 विधानसभा सीटों के लिए शनिवार को होने वाले प्रथम चरण के मतदान की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। मतदान सुबह 7:00 बजे से शाम पांच बजे तक होगा।
पुलिस महानिदेशक आर श्री कुमार ने शुक्रवार को बताया कि राज्य के दक्षिणी क्षेत्र में होने वाले प्रथम चरण के मतदान के लिए चुनाव आयोग के निर्देशों पर अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
उन्होंने बताया कि अर्धसैनिक बल, राज्य पुलिस, रिजर्व पुलिस बल और होमगार्ड के लगभग 58 हजार सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। मतदान के लिए 18562 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें 3500 मतदान केंद्र संवेदनशील और 6252 अति संवेदनशील के रूप में चिह्नित किए गए हैं। देश में कर्नाटक ऐसा पहला राज्य है जहां परिसीमन के बाद विधानसभा चुनाव कराए जा रहे हैं।
एक करोड़ 72 लाख 88 हजार 358 मतदाता कल पूर्व मुख्यमंत्री और जनता दल [सेक्युलर] के नेता एच डी कुमारस्वामी, पूर्व उप मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सिद्धरमैया, पूर्व मंत्री डी के शिवकुमार [कांग्रेस], डी एच शंकरमूर्ति, [भाजपा], एच विश्वनाथ [कांग्रेस] और एच डी रेवन्ना, जद [एस] समेत 950 उम्मीदवारों के राजनीतिक भाग्य का फैसला करेंगे।
प्रथम चरण में बेंगलूर [शहर], बेंगलूर [ग्रामीण], रामनगरम [मध्य], तुमकुर, चिक्काबल्लापुर, कोलार, हासन, कोडागू, मैसूर और चामराजनगर जिलों में मतदान होगा।
इस चुनाव के लिए चुनाव प्रचार आमतौर पर शांतिपूर्ण रहा है। राज्य के किसी हिस्से से अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। आदर्श चुनाव आचार संहिता को लेकर चुनाव आयोग के कडे़ रुख के कारण पूरे राज्य में प्रचार के दौरान बैनर, पोस्टर, झंडे और शोर करते लाउडस्पीकर दिखाई नहीं दिए।
प्रथम चरण की 89 सीटों के लिए होने वाले मतदान के लिए कांग्रेस, भाजपा और जद-एस सहित सभी प्रमुख राजनीतिक पार्टियों ने अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं। ये क्षेत्र वोकालिंगा जाति और किसानों के मजबूत आधार वाले हैं। इस क्षेत्र से वर्ष 2004 के चुनावों में जद-एस ने 36, कांग्रेस ने 28 और भाजपा ने 15 सीटें जीती थीं। दूसरे और तीसरे चरण का मतदान क्रमश: 16 और 22 मई को होगा। मतगणना 25 मई को होगी।
सहयोगी जद-एस के समर्थन देने से मना किए जाने के बाद भाजपा नीत गठबंधन सरकार के पिछले वर्ष नवंबर में गिर जाने के कारण कर्नाटक में मध्यावधि चुनाव हो रहे हैं।
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