Friday, May 9, 2008

युवी व धोनी शीर्ष पर पहुंचने के लिए जोर आजमाइश करेगे

दिल्ली डेयरडेविल्स के जबड़े से जीत खींचकर एक बार फिर विजयपथ पर लौटी महेंद्र सिंह धोनी की चेन्नई सुपर किंग्स और शुरुआती झटकों के बाद सफलता के घोडे़ पर सवार युवराज सिंह की किंग्स इलेवन पंजाब शनिवार को इंडियन प्रीमियर लीग की अंकतालिका में शीर्ष पर पहुंचने के लिए जोर आजमाइश करेंगी।
चेन्नई सुपर किंग्स ने आठ में से पांच मैच जीतकर 10 अंक हासिल किए हैं जबकि किंग्स इलेवन पंजाब के भी सात मैचों में पांच बार विजय के साथ 10 अंक हैं। पंजाब की टीम इस समय अंकतालिका में शीर्ष पर है और वह सुपर किंग्स को हराकर अपना स्थान बरकरार रखना चाहेगी जबकि धोनी की टीम के पास भी उसे हराकर 12 अंकों के साथ अंकतालिका में सिरमौर बनने का मौका होगा।
गौरतलब है कि चेन्नई सुपर किंग्स ने बृहस्पतिवार को आखिरी गेंद तक खिंचे बेहद रोमांचक मुकाबले में डेयरडेविल्स को चार विकेट से हराकर लगातार तीन मैचों से मिल रही हार के सिलसिले को तोड़ दिया था। पंजाब की टीम शनिवार को होने वाले मैच में सुपर किंग्स से अपने पिछले मैच में हुई हार का बदला भी लेना चाहेगी। इन दोनों टीमों के बीच 19 अप्रैल को हुए पिछले मुकाबले में सुपर किंग्स ने पंजाब को 33 रन से हरा दिया था। उस मैच में धोनी की टीम ने माइक हसी के तूफानी शतक और मैथ्यू हेडन तथा सुरेश रैना की जोरदार बल्लेबाजी की बदौलत जीत हासिल की थी मगर इस मैच में नजारा बदला हुआ होगा।

सुपर किंग्स की टीम से हसी, हेडन और कीवी आलराउंडर जैकब ओरम की अपने देश की तरफ से खेलने के लिये विदाई हो चुकी है जिसका खामियाजा सुपर किंग्स को लगातार तीन मैच हारकर भुगतना पड़ा है। पंजाब भी हालांकि ब्रेट ली के रूप में अपने सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज की सेवाओं से महरूम हो गया है मगर उसे सुपर किंग्स के मुकाबले कम नुकसान हुआ है क्योंकि उसकी टीम में ऑस्ट्रेलिया अथवा किसी अन्य मजबूत टीम का कोई दूसरा स्टार खिलाड़ी शामिल नहीं है। पंजाब के लिए कुमार संगकारा, युवराज सिंह, शॉन मार्श तथा जेम्स होप्स के साथ-साथ टीम के निचले क्रम के बल्लेबाज भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके अलावा उसके पास इरफान पठान, शांतकुमारन श्रीसंत, विक्रम राजवीर सिंह तथा पीयूष चावला के रूप में बेहतरीन गेंदबाज भी हैं।

किंग्स इलेवन की पिछले लगातार पांच मैचों में जीत में टीमवर्क का असर साफ नजर आया है। ऐसे में उसे रोकना धोनी की टीम के लिये आसान नहीं होगा। दूसरी ओर, हसी हेडन और ओरम के जाने से लगे झटके से उबरकर खुद को अन्य टीमों के लिए फिर से बड़ी चुनौती के रूप में पेश करने की कोशिश में जुटे सुपर किंग्स ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है जिसका असर डेयरडेविल्स के खिलाफ बृहस्पतिवार को को हुए मैच में नजर भी आया। कप्तान धोनी ने निचले क्रम में आने के बजाय खुद को प्रोन्नत किया। उन्होंने पांचवें के बजाय तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी की और तेज शुरुआत के बाद रनों की रफ्तार को बरकरार रखा। उनका विशेषज्ञ बल्लेबाज सुब्रहमंयम बद्रीनाथ को निचले क्रम पर भेजने का दांव भी ठीक बैठा जिन्होंने डेयरडेविल्स की मुट्ठी में आ चुके मैच को मनप्रीत गोनी के साथ अपनी टीम के पक्ष में करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी।

सुपर किंग्स की बल्लेबाजी अब मुख्य रूप से धोनी, रैना, एल्बी मोर्कल और बद्रीनाथ के पर निर्भर करती है जबकि गेंदबाजी का दारोमदार गोनी, मखाया एंटिनी, एल्बी मोर्कल और जादुई ऑफ स्पिनर मुथैया मुरलीधरन पर है। अब देखना यह है कि सुपर किंग्स और किंग्स इलेवन पंजाब के बीच वर्चस्व की होड़ में कौन आगे निकलता है।

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