मरने वालों में दो बच्चियों समेत नौ महिलाएं
अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर गुलाबी शहर जयपुर को आतंकियों ने अपने निशाने पर लेते हुए एक के बाद एक छह स्थानों पर सात धमाकों से लाल कर दिया। शहर में पहली बार हुए आतंकी धमाकों में 70 लोग मारे गए जबकि डेढ़ सौ के करीब घायल हुए। मरने वालों में दो बच्चियों समेत नौ महिलाएं हैं। पुलिस के अनुसार धमाकों को अंजाम देने के लिए साइकिल का इस्तेमाल किया गया।
घटना की जानकारी मिलने के बाद मुख्यमंत्री जोधपुर से जयपुर लौटीं। उनके साथ ही विमान से डाक्टरों की टीम भी आई थी। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने भी उनसे बात कर हालात का जायजा लिया। राज्यपाल एसके सिंह और राज्य के गृह मंत्री गुलाब चंद कटरिया ने भी रात में घटना स्थल का दौरा किया। इस बीच राज्य सरकार ने विस्फोट में मारे गए लोगों के परिजनों को पांच लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की। गंभीर रूप से घायल लोगों को इलाज के लिए एक लाख रुपये और कम घायल लोगों को 25 हजार रुपये देने की घोषणा की।
मंगलवार की शाम सात बजकर 40 मिनट पर पहला धमाका सांगानेरी गेट स्थित हनुमान मंदिर के निकट हुआ। इसके बाद जौहरी बाजार में नेशनल हैंडलूम के सामने धमाका हुआ। बड़ी चौपड़ [माणक चौक के पास] दो और छोटी चौपड़, चांदपोल हनुमान मंदिर के पास और खंदा मानक चौक पर एक-एक धमाके हुए। आतंकियों के निशाने पर शहर के दोनों हनुमान मंदिर थे। मंगलवार की वजह से यहां पर भक्तों की काफी भीड़ थी। इन्हीं मंदिरों में से एक चांदपोल हनुमान मंदिर के पास से पुलिस ने एक बम भी बरामद किया। सभी धमाके 12 मिनट के अंदर हुए। आतंकियों ने धमाकों के लिए जिन स्थानों को चुना वे देशी-विदेशी पर्यटकों के भरे रहते हैं। सूत्रों ने अनुसार इस विस्फोट में आरडीएक्स का इस्तेमाल नहीं किया गया।
एक के बाद एक हुए इन भीषण धमाकों से पूरा शहर दहल उठा। एक धमाका होंडा सिटी कार के निकट हुआ जिससे उसमें बैठे छह व्यक्तियों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। घायलों को शहर के प्रमुख सवाईमानसिंह अस्पताल के अलावा संतोकबा दुर्लभजी अस्पताल, सांगानेरी गेट महिला अस्पताल में भी दाखिल कराया गया है। जिसमें कई की हालत नाजुक है। अस्पतालों में खून की कमी होने की वजह से वहां खून देने वालों की कतार लग गई है। यहां का दृश्य काफी वीभत्स है। चारों ओर चीख-पुकार मची हुई है। लोग अपने परिजनों की तलाश में यहां पहुंच रहे थे। कई लोग ऐसे भी हैं जो देर रात तक अपने घर नहीं पहुंचे हैं।
धमाकों के बाद जयपुर की सीमा सील कर दी गई है। धमाकों के पीछे किसका हाथ है और उसका उद्देश्य क्या है इसकी जानकारी अभी तक नहीं हो सकी है। किसी आतंकी संगठन ने भी अभी तक इस घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। विस्फोट के कारण पूरे शहर में अफरा-तफरी मच गई। हाई अलर्ट के साथ पूरे शहर में पुलिस ने तलाशी अभियान भी शुरू कर दिया।
यहां विस्फोटों की जांच में मदद करने के लिए महाराष्ट्र पुलिस का आतंकवाद रोधी दस्ता घटना स्थलों का दौरा करेगा। दस्ते के प्रमुख हेमंत कारकरे ने बताया कि यह दस्ता दो दिन में जयपुर के लिए रवाना हो जाएगा और स्थानीय जांचकर्ताओं के साथ बैठक करेगा।
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