इंडियन प्रीमियर लीग ( आईपीएल ) में रॉयल चैलेंजर्स टीम खराब प्रदर्शन के बाद अब विवादों की वजह से सुर्खियों में बनी हुई है। सीईओ चारु शर्मा को हटाने के बाद बेंगलुरु फ्रैंचाइज़ी के मालिक विजय माल्या ने कप्तान राहुल द्रविड़ पर निशाना साधा है। माल्या ने कहा कि खिलाड़ियों की नीलामी के दैरान मौजूद न रहकर उन्होंने सबसे बड़ी गलती की।
विजय माल्या ने द्रविड़ के टीम सिलेक्शन पर उंगली उठाते हुए कहा, ' मैं अपनी टीम में दूसरे खिलाड़ियों को चाहता था लेकिन द्रविड़ के अनुभव को देखते हुए मैंने उन पर भरोसा कर लिया और चारु शर्मा भी उनके फैसलों का समर्थन कर रहे थे। नीलामी के बाद मेरे दोस्तों ने मुझसे कहा भी था कि यह तो टेस्ट टीम लग रही है लेकिन मुझे लगा कि द्रविड़ और चारु ने मुझे सही सलाह दी है। '
पॉइंट्स टेबल में टीम के सबसे नीचे होने पर पीड़ा जताते हुए माल्या ने कहा, 'खिलाड़ियों की नीलामी के दौरान मौजूद न रहना मेरी सबसे बड़ी गलती थी। दुर्भाग्य से क्रिकेट में कप्तान ही टीम का बॉस होता है।'
विजय माल्या ने कहा, ' दूसरी नीलामी में जब द्रविड़ मौजूद नहीं थे तो मैंने अपने पसंद के खिलाड़ियों को लेना चाहा लेकिन तब चारु आश्वस्त नहीं दिखे और मैंने अपने कदम पीछे खींच लिए। मैं ही बाद में मिस्बा-उल-हक को लेकर आया। मुझे हार की वजहों के बारे में बताया गया कि प्रैक्टिस के लिए अच्छी सुविधा नहीं है और इंफ्रास्ट्रक्चर की भी कमी है। साथ ही यह भी कहा गया कि टीम के खिलाड़ियों में आपस में कोई जुड़ाव नहीं है।
मैंने सोचा इस तरह से चीजें नहीं चल सकतीं। इसलिए बृजेश पटेल को सीईओ बनाकर लाया। उम्मीद है कि बृजेश टीम को प्रैक्टिस के लिए अच्छी सुविधा मुहैया करा पाएंगे। मैं सिर्फ द्रविड़ से इतना कहना चाहता हूं कि इस टीम के साथ आप जो कर सकते हैं करिए और बढ़िया परिणाम दीजिए। न तो द्रविड़ और न ही मैं पॉइंट्स टेबल में टीम को सबसे नीचे देखकर खुश हैं।'
माल्य ने भले ही ताबड़तोड़ हमले किए हैं लेकिन द्रविड़ ने हमेशा की तरह इस विवाद पर भी चुप्पी साधे रखी है। उन्होंने सिर्फ इतना कहा, ' हम अच्छा क्रिकेट नहीं खेल रहे हैं, जाहिर है लोग खराब कमेंट करेंगे। हमारी टीम में क्वालिटी है, हम सिर्फ क्लिक नहीं कर पा रहे हैं। लेकिन अभी छह मैच बचे हैं और ये हमारे लिए खुद को साबित करने के मौके हैं।'
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