मुंबई। टीम की खातिर आइकान खिलाड़ी का दर्जा ठुकराने के वीवीएस लक्ष्मण के साहसिक फैसले के कारण इंडियन प्रीमियर लीग [आईपीएल] की बुधवार को लगाई बोली के बाद हैदराबाद की टीम सबसे मजबूत बन कर उभरी है।
हैदराबाद की फ्रेंचाइजी टीम डेक्कन क्रानिकल ने लक्ष्मण को आइकान खिलाडि़यों में शामिल करने की मांग की थी। लक्ष्मण से जब कहा गया कि वह टीम की कप्तानी करेंगे तो उन्होंने खुद को आइकान नहीं बनने दिया ताकि उनकी टीम को अच्छी कीमत पर स्टार खिलाड़ी मिल सकें। लक्ष्मण के इस बलिदान का हैदराबाद को यह फायदा हुआ कि उसे एंड्रयू सायमंड्स, एडम गिलक्रिस्ट, शाहिद अफरीदी, हर्शेल गिब्स जैसे सीमित ओवरों के धुरंधर क्रिकेटर मिल गए। यही नहीं वह रोहित शर्मा को भी अच्छी कीमत पर खरीदने में सफल रहे जो ट्वंटी 20 विश्व कप और एक दिवसीय मैचों में अपनी क्षमता दिखा चुके है।
लक्ष्मण सहित हैदराबाद की टीम में अब कम से कम सात मैच विजेता खिलाड़ी शामिल हो गए है जिनमें न्यूजीलैंड के स्कॉट स्टायरिस भी शामिल हैं। हैदराबाद की तरह चेन्नई को भी कोई आइकान खिलाड़ी न होने का फायदा मिला और उसने महेंद्र सिंह धोनी को 15 लाख डालर में खरीदा। हालांकि इतनी बड़ी कीमत एक खिलाड़ी पर लगाने के बावजूद भी वह जैकब ओरम, मुथैया मुरलीधरन, मैथ्यू हेडन, स्टीफन फ्लेमिंग जैसे स्टार खिलाडि़यों को भी खरीद पाया क्योंकि कोई भी फ्रेंचाइजी बोली में 50 लाख डालर से अधिक खर्च नहीं कर सकती थी।
कोलकाता में सौरव गांगुली आइकान खिलाड़ी हैं और उसे रिकी पोंटिंग भी चार लाख डालर की सस्ती कीमत पर मिल गए लेकिन ट्वंटी 20 के लिहाज से उसके पास मैच विजेता खिलाडि़यों की कमी है। उसका दारोमदार अब गांगुली और पोंटिंग के अलावा क्रिस गेल, ब्रेंडन मैक्कुलम और शोएब अख्तर पर टिका रहेगा। यही हाल मुंबई का है तथा सचिन तेंदुलकर [आइकान], सनथ जयसूर्या और शान पोलाक की मौजूदगी के बावजूद वह बहुत मजबूत नहीं दिख रही है। मोहाली के पास सिक्सर किंग युवराज सिंह आइकान है लेकिन उनकी मदद के लिए केवल ब्रेट ली, कुमार संगकारा, महेला जयवर्धने और इरफान पठान जैसे स्टार खिलाड़ी ही मौजूद रहेंगे।
दिल्ली भी वीरेंद्र सहवाग को आइकान खिलाड़ी बनाने के कारण किसी बड़े खिलाड़ी को खुद से नहीं जोड़ पाया। उसके पास हालांकि गौतम गंभीर, मनोज तिवारी, मोहम्मद आसिफ, दिनेश कार्तिक, तिलकरत्ने दिलशान, शोएब मलिक जैसे युवा खिलाड़ी है जो दिग्गजों को पीछे छोड़ने का माद्दा रखते है। बेंगलूर की टीम में राहुल द्रविड़ आइकान खिलाड़ी है लेकिन उन्हें ट्वंटी 20 का अनुभव नहीं है। उसका दारोमदार जैक्स कालिस और मार्क बाउचर जैसे दक्षिण अफ्रीकी खिलाडि़यों पर टिका रहेगा लेकिन उसे हैदराबाद में मौजूद धुरंधर खिलाडि़यों की कमी जरूर खलेगी।
जयपुर की टीम कोई आइकान खिलाड़ी न होने के बावजूद दमदार खिलाडि़यों को अपनी टीम में शामिल करने में असफल रही और वह कागज पर काफी कमजोर दिखती है। उसकी आस शेन वार्न, मोहम्मद कैफ, ग्रीम स्मिथ और यूनुस खान पर टिकी रहेगी जो ट्वंटी 20 में खास कमाल नहीं दिखा पाए है।
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