Monday, March 3, 2008

खटास भरे दौरे का सुखद अंत करना चाहेगा भारत

ब्रिसबेन। पहली बाधा पार करने के बाद भारत की निगाहें गाबा में मंगलवार को आस्ट्रेलिया को हराकर विश्व चैंपियन की धरती पर पहली बार त्रिकोणीय सीरीज जीतने के साथ खटास भरे दौरे का सुखद अंत करने पर टिकी है।
एससीजी में बेस्ट ऑफ थ्री फाइनल का पहला मैच जीतने के बाद भारत इस एतिहासिक कारनामे से सिर्फ एक कदम दूर खड़ा है और वह दिन-रात्रि के इस मुकाबले में अपनी लय को बरकरार रखने को बेताब है। विवादास्पद टेस्ट सीरीज में शिकस्त और आस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों द्वारा उकसाने के बाद महेंद्र सिंह धोनी और उनकी टीम सीरीज में जीत दर्ज करने के लक्ष्य के साथ उतरी थी। भारत को हालांकि युवा तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा के बिना उतरना पड़ सकता है जो पहले फाइनल के दौरान अपनी अंगुली में चोट लगा बैठे थे। ईशांत की अंगुली में अब भी सूजन है और मंगलवार के अहम मुकाबले में उनका खेलना संदिग्ध है।
भारत के पास मुनफ पटेल और एस श्री संत के रूप में प्रतिभावान तेज गेंदबाज है जो ईशांत की जगह ले सकते है। युवा प्रवीण कुमार ने विरोधी टीम को ध्वस्त करने की क्षमता दिखाई है और पिछले मैच में इरफान पठान के लचर प्रदर्शन के बावजूद इसे उनकी खराब फार्म नहीं माना जा रहा। हरभजन सिंह इन चारों तेज गेंदबाजों के साथ भारत के पांच गेंदबाजों के आक्रमण को पूरा कर सकते है और पिछले मैच में 10 ओवर में 33 रन देकर शानदार प्रदर्शन करने वाले पीयूष चावला को इस मैच में बाहर बैठना पड़ सकता है।
भारतीय बल्लेबाजी भी सही समय पर लय में आ गई है और अगर फार्म के आधार पर देखा जाए तो मेहमान टीम आस्ट्रेलिया से बेहतर नजर आती है। भारत मैदान पर जज्बे के साथ गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण कर रहा है और उसके बल्लेबाज अच्छी साझेदारियां निभा रहे है जो आस्ट्रेलिया की कड़ी परीक्षा लेंगे जिसे वापसी करने में महारत हासिल है। सीरीज में विकेट चटकाने के मामले में चोटी के तीनों गेंदबाज [ब्रेट ली, नाथन ब्रैकन और मिशेल जॉनसन] आस्ट्रेलियाई है लेकिन पहले फाइनल में भारतीय बल्लेबाजों के सामने वे लाचार दिखे। आस्ट्रेलिया को अपने अहम खिलाड़ियों रिकी पोंटिंग और एंड्रयू सायमंड्स के फार्म में लौटने की उम्मीद है। एडम गिलक्रिस्ट भी एक दो अच्छी पारियों के अलावा सीरीज में अधिकतर नाकाम ही रहे है। गिलक्रिस्ट इस सीरीज के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह देंगे इसलिए उनकी टीम भी चाहेगी कि यह महान खिलाड़ी भारत के हाथों शिकस्त के साथ विदा न हो।
गाबा की पिच को एक दिवसीय क्रिकेट के लिए आस्ट्रेलिया की सर्वश्रेष्ठ पिचों में शुमार किया जाता है लेकिन सर्दियों के पास होने के कारण कोई भी टीम यहां दूधिया रोशनी में लक्ष्य का पीछा नहीं करना चाहेगी। दूसरी तरफ भारतीय टीम आस्ट्रेलियाई मीडिया की उन खबरों से हैरत में है जिनके मुताबिक हरभजन ने दर्शकों की तरफ बंदर की तरह इशारे किए थे। हालांकि हैरानी की बात यह है कि इसका कोई साक्ष्य मौजूद नहीं है। आस्ट्रेलियाई मीडिया ने हरभजन को खेल की तरफ से भटकाने का अंतिम प्रयास किया है लेकिन इस भारतीय ऑफ स्पिनर को अपनी सफलता और धैर्य पर भरोसा है और सिडनी में मैथ्यू हेडन और एंड्रयू सायमंड्स के विकेट के बाद उनका मनोबल बढ़ा होगा।
सीरीज के नौ मैचों में हरभजन ने सिर्फ सात विकेट झटके है लेकिन उनकी औसत 33.28 और 4.22 रन प्रति ओवर की शानदार रन गति दर्शाती है कि तेज गेंदबाजों के दबदबे के बीच सीरीज में उन्होंने सधी हुई गेंदबाजी की है। दर्शकों को उम्मीद है कि यह मैच भी पिछले मुकाबलों की तरह रोमांचक होगा।
टीमें
भारत - महेंद्र सिंह धोनी [कप्तान], सचिन तेंदुलकर, गौतम गंभीर, रोबिन उथप्पा, रोहित शर्मा, युवराज सिंह, प्रवीण कुमार, हरभजन सिंह, इरफान पठान, एस. श्री संत, वीरेंद्र सहवाग, मुनफ पटेल और पीयूष चावला।
आस्ट्रेलिया - रिकी पोंटिंग [कप्तान], मैथ्यू हेडन, एडम गिलक्रिस्ट, माइकल क्लार्क, एंड्रयू सायमंड्स, माइक हसी, जेम्स होप्स, ब्रेट ली, स्टुअर्ट क्लार्क, नाथन ब्रैकन, मिशेल जॉनसन, ब्रैड हेडिन और ब्रैड हॉग।

No comments: