जयपुर। राजस्थान में मोरों का अस्तित्व खतरे में पड़ता जा रहा है। प्रदेश के विभिन्न इलाकों में 30 मोरों की मौत की खबर मिली है। पुलिस अधिकारियों ने मंगलवार को आईएएनएस से बातचीत में कहा, "जोधपुर के समीप सलोदी गांव में एक खेत में 21 मोरों के शव मिले हैं।" साथ ही बूंदी जिले के सिसोला गांव में शिकारियों ने नौ मोरों को अपना शिकार बनाया है। पुलिस ने इस संबंध में वन विभाग को सूचित कर दिया है। फिलहाल वन अधिकारी मामले की जांच में जुट गए हैं। वन विभाग के अधिकारी बी.आर. बहाडू ने कहा, "विभाग ने मोरों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। " बहाडू के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मृत्यु के असली कारणों के बारे में पता चल सकेगा। पुलिस अधिकारी राधेश्याम पारीक ने कहा कि इस संबंध में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। गौरतलब है कि हाल ही में 'पीपल फॉर एनीमल' (पीएफए) द्वारा करवाए गए सर्वेक्षण में ज्ञात हुआ था कि इस राज्य में प्रतिदिन 10 मोरों की मृत्यु हो जाती है। पीएफए के राजस्थान ईकाई के अध्यक्ष बाबूलाल जाजू ने बताया कि बीते कुछ माह में अजमेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़ और शेखावटी में लगभग 250 मोरों की मृत्यु हो चुकी है।
No comments:
Post a Comment