Wednesday, February 27, 2008
मैं अपनी जेब से कुछ नहीं देता- लालू
नई दिल्ली। रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव ने कल लोकसभा में उनके बजट भाषण के दौरान अपने क्षेत्रों की कथित उपेक्षा को लेकर शोरशराबा कर बाधा डालने वाले सदस्यों की आलोचना करते हुए कहा कि ऐसी बातों से कुछ हासिल नहीं होता।यादव ने वर्ष 2008-09 का रेल बजट पेश करने के बाद आयोजित यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि किसी कार्य के लिए हम अपनी जेब से कुछ नहीं देते। प्रत्येक योजना के लिए विचार विमर्श और अध्ययन किया जाता है और व्यावहारिक होने पर ही उसे मंजूर किया जाता है। अन्यथा योजना आयोग अनुमति नहीं उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में सांसद हैं और वे अधिकांश की मांगों को पूरा करने का प्रयास करते हैं। रेलमंत्री से वाम दलों तथा विपक्षी दलों के सांसदों द्वारा सदन में शोरशराबा करने तथा वॉकआउट किए जाने के बारे में सवाल किया गया था। रेल मंत्री ने कहा कि उन्हें यह पता नहीं चला कि ये सदस्य कहना क्या चाहते थे।रेलवे की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि उनके मंत्री पद संभालते समय रेलवे की स्थिति बदतर थी और वे इसे लाभ की स्थिति में लाए हैं। हर वर्ष कुछ नया किया जा रहा है और आम आदमी को राहत दी गई है। यादव ने कहा कि इस वित्त वर्ष में रेलवे ने 25 हजार करोड़ रुपए की नगद बचत की है जो पिछले चार वर्ष में कुल मिलकर 69 हजार करोड़ रुपए हो गई है। उन्होंने बताया कि अगले वित्त वर्ष में 82 हजार करोड़ रुपए की आमदनी का लक्ष्य है और वार्षिक योजना 38 हजार करोड़ रुपए निर्धारित की गई है, जो अब तक की सबसे बड़ी योजना है।उपनगरीय रेलगाड़ियों में किराए में रियायत नहीं दिए जाने के बारे में पूछे जाने पर रेल मंत्री ने कहा कि इनमें पहले से ही किराया कम उनका कहना था कि कलकत्ता तथा मुम्बई में उपनगरीय रेल घाटे में चल रही है। साथ ही उन्होंने बताया कि मुम्बई के लिए 300 नई गाडियां दी गई हैं।
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