Tuesday, February 26, 2008

बल्लेबाजों के फार्म में लौटने से धोनी खुश

होबार्ट। भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने पिछले मैचों में शीर्ष क्रम को लचर फार्म के लिए लताड़ लगाने के बाद मंगलवार को अपने बल्लेबाजों की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि उनके शानदार प्रदर्शन ने श्रीलंका पर सात विकेट की जीत में अहम भूमिका निभाई।
धोनी ने टीम के त्रिकोणीय सीरीज के फाइनल में पहुंचने के बाद कहा, 'हमारे बल्लेबाजों का यह अब तक का सबसे बढि़या प्रदर्शन था।' भारतीयों के लिए यह काफी अहम मुकाबला था तथा उन्होंने खेल के हर क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करके आसान जीत दर्ज की। धोनी ने अपने गेंदबाजों की भी तारीफ की जिन्होंने बेजोड़ खेल दिखाया। ईशांत शर्मा और प्रवीण कुमार ने तो चार-चार विकेट लिए। उन्होंने कहा, 'यह सपाट पिच थी लेकिन हमारे गेंदबाजों ने फिर से अच्छा प्रदर्शन किया। प्रवीण और ईशांत ने शानदार गेंदबाजी की। कुल मिलाकर यह अच्छा प्रदर्शन था।'
भारतीय कप्तान ने आशा व्यक्त की कि उनके गेंदबाज आस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल्स के दौरान भी अच्छा प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा, 'आशा है कि हम फाइनल्स में भी अच्छा प्रदर्शन करेंगे। मुझे विश्वास है कि तब विकेट से भी गेंदबाजों को अधिक मदद मिलेगी।'
धोनी ने पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान मैन ऑफ द मैच प्रवीण कुमार के लिए दुभाषिए की भूमिका भी निभाई। मेरठ का शर्मीले स्वभाव का यह गेंदबाज बमुश्किल ही औपचारिकता से आगे बढ़ पाया। उन्होंने कहा, 'मैं अपने प्रदर्शन से खुश हूं।' प्रवीण के माता-पिता चाहते थे कि वह पहलवान बने लेकिन इस तेज गेंदबाज ने क्रिकेट को चुना। उन्होंने कहा, 'मेरे माता-पिता चाहते थे कि मैं कुश्ती में जाऊं लेकिन मैं केवल क्रिकेट खेलना चाहता था। मैंने टीवी देखकर क्रिकेट सीखी और गली में खेलता रहा। मेरे स्थानीय कोच ने भी मेरी मदद की।'
दूसरी ओर श्रीलंका के कप्तान महेला जयवर्धने बल्लेबाजों के लचर प्रदर्शन के कारण अपनी निराशा नहीं छिपा पाए। उन्होंने कहा, 'हमारे लिए यह अच्छा दिन नहीं था। हमने अच्छी शुरुआत की लेकिन बीच के ओवरों में विकेट गंवाए। हमारे लिए 250 का स्कोर अच्छा होता।' जयवर्धने ने कहा, 'हमारा मध्यक्रम लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहा है और यह निराशाजनक है। हमें अब अपने अंतिम लीग मैच में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए जज्बा दिखाना होगा।'

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