Saturday, May 31, 2008
युवती के अपहरण में 5 जवान गिरफ्तार
Wednesday, May 28, 2008
राजस्थान में एक और राजनितिक दल
बैंसला ने दलीय राजनीति में कूदने का मन बना लिया है
भारतीय सेना में कर्नल रह चुके गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला ने दलीय राजनीति में कूदने का मन बना लिया है। वे अब गुर्जरों को गोलबंद कर उनके हितों की लड़ाई लड़ने के लिए राजनीतिक दल का गठन करेंगे। गुर्जरों को अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर टकराव के रास्ते पर चल रहे बैंसला ने आईएएनएस संवाददाता से बातचीत करते हुए कहा, “सभी राजनीतिक दलों ने गुर्जरों को मायूस किया है। आरक्षण के मुद्दे पर इन दलों का रवैया ढुलमुल रहा है। हमें सभी राजनीतिक पार्टियों की उपेक्षा झेलनी पड़ी है। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे आरक्षण के मसले पर गुर्जर समुदाय को तीन बार धोखा दे चुकी हैं। उनकी तरह कांग्रेस ने भी हमें ठगा है। यह पार्टी भी हमसे झूठा वादा करती रही है”।आंदोलन की अगुआई कर रहे संगठन ‘गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति’ के प्रमुख बैंसला ने कहा कि आंदोलन के बीच में राजनीतिक पार्टी का गठन करना उचित कदम नहीं होगा। उन्होंने कहा, “लेकिन इतना तय है कि हम अपने हक की लड़ाई लड़ने के लिए पार्टी का गठन करेंगे। यह योजना हमारे दिमाग में कुछ समय से पनप रही है”।70 वर्षीय बैंसला मानते हैं कि देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया में हर किसी को न्याय नहीं मिल रहा है। उन्होंने गुस्से के स्वर में कहा कि राजनीतिक पार्टियां अपने राजनीतिक फायदे के लिए गुर्जरों के हितों की घोर अनदेखी करती रही हैं। यही वजह है कि उनके समुदाय को सड़कों पर उतरना पड़ा है।
अभी भी दम हैं त्रिमूर्ति में
भारतीय क्रिकेट की सबसे अनुभवी त्रिमूर्ति सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ भले ही इंडियन प्रीमियर लीग [आईपीएल] में अपनी टीमों को सेमीफाइनल तक नहीं ले जा सके हों लेकिन क्रिकेट पंडितों का मानना है कि इस तिकड़ी में अभी काफी क्रिकेट बाकी है।
तेंदुलकर [मुंबई इंडियंस], गांगुली [कोलकाता नाइटराइडर्स] और द्रविड़ [बेंगलूर रायल चैलेंजर्स] अपनी टीमों के कप्तान और आइकन खिलाड़ी भी हैं लेकिन ये टीमें अंतिम चार में भी नहीं पहुंच सकी हैं। इसके बाद एक बार फिर क्रिकेट के लघु स्वरूप में अनुभवी और उम्रदराज खिलाडि़यों की उपयोगिता पर बहस गर्मा गई है। पूर्व चयनकर्ता अंशुमान गायकवाड़ का मानना है कि वनडे क्रिकेट में इन तीनों का भविष्य फिटनेस पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा, फिटनेस रहने पर फार्म खुद-ब-खुद आ जाता है। अभी ये खिलाड़ी दो तीन साल और खेल सकते हैं। वहीं पूर्व टेस्ट क्रिकेटर करसन घावरी का मानना है कि बल्लेबाज के तौर पर भले ही ये तिकड़ी उतनी विफल ना रही हो लेकिन फील्डिंग में इन्होंने निराश किया है। पूर्व चयनकर्ता कीर्ति आजाद के अनुसार टीम में जगह पाने का आधार उम्र नहीं बल्कि फिटनेस और फार्म होना चाहिए।
गांगुली ने 13 मैचों में 349 रन बनाए जिसमें तीन अर्द्धशतक शामिल है। दो बार मैन ऑफ द मैच रहे गांगुली ने 33 चौके और 15 छक्के जड़े और आखिरी लीग मैच में किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ जीत के सूत्रधार भी रहे। उन्होंने 6.40 की औसत से छह विकेट भी चटकाए। आईपीएल में मात्र छह मैच ही खेल सके तेंदुलकर सिर्फ 148 रन ही बना सके और अचरज की बात यह है कि लप्पेबाजी के खेल में उन्होंने सिर्फ एक छक्का जड़ा। द्रविड़ ने अब तक 13 मैचों में 360 रन बनाए हैं।
गायकवाड़ ने कहा, सौरव को फ्लाप नहीं कहा जा सकता। उन्होंने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। लक्ष्मण और सचिन फिटनेस समस्या से जूझ रहे थे हालांकि द्रविड़ ने जरूर निराश किया है। उन्होंने कहा, ये सभी क्लास खिलाड़ी हैं और फार्म तो अस्थाई चीज है। मुझे लगता है कि वनडे टीम में इनकी जगह बनती है बशर्ते फील्डिंग में सुधार हो। उनके सुर में सुर मिलाते हुए घावरी ने कहा, एक टूर्नामेंट के प्रदर्शन को टीम के चयन का आधार नहीं बनाया जा सकता। भले ही इन खिलाडि़यों ने ज्यादा रन नहीं बनाए हो लेकिन ये फ्लाप नहीं रहे। उम्र का इनकी फील्डिंग पर असर जरूर दिख रहा है।
घावरी ने यह भी कहा, आईपीएल को ज्यादा संजीदगी से नहीं लेना चाहिए क्योंकि यह विशुद्ध क्रिकेट नहीं बल्कि पैसा कमाने की मशीन है। इसका वनडे या टेस्ट क्रिकेट पर कोई असर नहीं होगा और ना ही इसमें प्रदर्शन से खिलाड़ी की क्लास को आंका जा सकता है। आजाद ने कहा, ट्वंटी 20 में प्रदर्शन किसी भी सूरत में वनडे टीम के चयन का आधार नहीं हो सकता क्योंकि यह ताबड़तोड़ बल्लेबाजी का खेल है। इसमें खिलाड़ी को अपने भीतर का क्रिकेट दिखाने का मौका ही नहीं मिलता। असल परीक्षा तो वनडे और टेस्ट क्रिकेट से ही होगी। उन्होंने कहा, राहुल, सचिन और सौरव में अभी काफी क्रिकेट बाकी है लेकिन स्वप्निल असनोडकर, मनप्रीत गोनी और अभिषेक नायर जैसे नए खिलाडि़यों से प्रतिस्पर्धा के लिए उन्हें फिटनेस पर बहुत मेहनत करनी होगी।
सोर्स : जागरण
Tuesday, May 27, 2008
बॉलिवुड ऐक्ट्रेस सोहा अली खान ने अपनी इमेज बदली
सोहा की हॉट तस्वीरों पर सैफ का पारा चढ़ा
जीत के साथ चेन्नई सेमीफाइनल में
बाप-बेटे की हवस का शिकार हुई नाबालिंग
पुलिस के मुताबिक मूल रूप से बिहार निवासी ममता न्यू अशोक नगर में किराये के मकान में सपरिवार रहती है। इसी मकान में बिहार निवासी सहदेव व उसका बेटा संजू भी किराये पर रहते हैं। ममता के पिता व संजू रिक्शा चालक हैं, जबकि सहदेव चाय की दुकान पर काम करता है। 21 मई को दिन में सहदेव ने ममता से दुष्कर्म किया। इस दौरान ममता के कमरे में कोई नहीं था। उसकी मां दो बेटी-बेटों के साथ बिहार गई है। घर पर उसके पिता व उसकी सात वर्षीय छोटी बहन थी। पिता काम पर गए थे व बहन भी कहीं बाहर खेल रही थी। इसके दो दिन बाद 24 तारीख को संजू ने भी ममता से दुष्कर्म किया और किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी। रविवार को ममता के परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी बाप-बेटे के खिलाफ मामला दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
एक साल में दो बार आईपीएल कराना काफी मुश्किल
सेहवाग ने आज यहां संवाददाताओं से कहा कि अंतर्राष्ट्रीय कैलेंडर को देखते हुए साल में दो बार आईपीएल कराने के लिए चार महीने निकालना बेहद मुश्किल होगा। इसके लिए आपको अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम देखना पड़ेगा।
उल्लेखनीय है कि मोदी ने हाल में कहा था कि वे 2011 से साल में दो बार आईपीएल टूर्नामेंट कराना चाहते हैं।
सेहवाग ने कहा कि यदि दो बार आईपीएल टूर्नामेंट कराया जाता है तो कई क्रिकेटर इसमें खेलने के लिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास भी ले सकते हैं।
उन्होंने कहा, “अभी भी लोग आईपीएल के मुकाबले अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट देखना चाहते हैं। लोगों की भारत और पाकिस्तान तथा ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच क्रिकेट मुकाबले देखने में ज्यादा दिलचस्पी है।”
उन्होंने कहा कि यदि आप अंतर्राष्ट्रीय कैलेंडर से चार महीने निकालते हैं, तो इसका निश्चित रूप से अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम पर असर पड़ सकता है। इसलिए ऐसा कोई भी फैसला करते हुए आपको अंतर्राष्ट्रीय कैलेंडर को ध्यान में रखना होगा।
सचिन ने खरीदा न्यारा-सा बंगला
Monday, May 26, 2008
आंदोलनकारियों पर सेना का शिकंजा
यहां से करीब 15 किमी दूर स्थित करवाड़ी के स्थानीय नेताओं ने फोन पर बताया कि सेना के करीब 500 जवानों ने हिंसा प्रभावित इलाकों को घेर रखा है। इन इलाकों में गुर्जर नेता किरोड़ीमल बैंसला के सैकड़ों समर्थक पुलिस की गोलीबारी में मारे गए 10 व्यक्तियों के शव लेकर बैठे हैं। पिछले तीन दिन से ये दस शव रेलवे पटरियों पर रख कर आंदोलनकारी धरने पर बैठे हैं।
स्थानीय नेताओं ने बताया कि सेना ने प्रदर्शनकारियों को मिलने वाली खाद्य और अन्य आवश्यक सामग्री की आपूर्ति काट दी है। सेना ने कथित तौर पर जैमर्स सक्रिय कर दिए हैं, जिससे मोबाइल सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं।
गुर्जरों को अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर चलाए जा रहे आंदोलन के मुखिया बैंसला करवाड़ी में डेरा डाले हुए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से बातचीत करने के लिए जयपुर जाने से मना कर दिया और राजे से किसी बातचीत के लिए खुद करवाड़ी आने को कहा है।
मुख्य गृह सचिव वी एस सिंह ने जयपुर में बताया कि सेना को किसी भी कार्रवाई के लिए कोई आदेश नहीं दिया गया है। शुक्रवार को पुलिस की गोलीबारी और झड़पों में 16 व्यक्तियों के मारे जाने के बाद इस क्षेत्र के प्रभावित इलाकों में सेना तैनात कर दी गई है।
Sunday, May 25, 2008
सानिया डब्ल्यूटीए रैंकिंग में 33वें स्थान पर
भारत की टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने इस बात पर अफसोस जाहिर किया है कि वह कलाई की चोट के कारण इस साल के दूसरे ग्रैंड स्लैम फ्रेंच ओपन में नहीं खेल पाएगी।सन 2005 के ऑस्ट्रेलियन ओपन में भाग लेने के बाद बाद यह पहला मौका होगा, जब यह हैदराबादी बाला किसी ग्रैंड स्लैंम में नहीं खेल रही है। ऑस्ट्रेलियाई ओपन में वह तीसरे दौर में बाहर हो गई थी। सानिया ने कहा कि मैं फ्रेंच ओपन में नहीं खेल पाने के कारण बहुत निराश हूँ। कुछ चीजें ऐसी होती हैं जो आपके नियंत्रण में नहीं होतीं, लेकिन मुझे उम्मीद है कि मैं जल्दी ही वापसी करूँगी।सानिया डब्ल्यूटीए रैंकिंग में 33वें और युगल में 19वें स्थान पर हैं। वह मार्च के बाद से नहीं खेल पा रही हैं क्योंकि उसकी कलाई में चोट लगी हुई है और पिछले साल 10 अप्रैल को सर्जरी हुई थी।सानिया के बाद फ्रैंच ओपन में भारत की चुनौती लिएंडर पेस और महेश भूपति के कंधो पर रहेगी। ये दोनों अलग-अलग जोड़ियों में खेल रहे हैं।