Saturday, May 30, 2009

नेहा का खेल प्रेम!

परदे पर रोमांटिक भूमिकाएँ निभाने वाली नेहा धूपिया को खेलों से भी प्रेम है। स्कूल और कॉलेज के दिनों में वे प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेती रहती थीं। वे बहुत अच्छी तैराक हैं। टेनिस और क्रिकेट खेलना भी जानती हैं।
इन दिनों नेहा शूटिंग में लगातार व्यस्त हैं, लेकिन खेलना उन्होंने छोड़ा नहीं है। स्क्वैश में उनकी रुचि इन दिनों जागी है। अब ये मत पूछिए कि क्यों? एक प्रशिक्षक उन्हें इस खेल की बारीकियाँ सिखा रहा है और नेहा को इस खेल में आनंद आ रहा है।
फिलहाल नेहा को बेसब्री से ‘पेइंग गेस्ट्स’ के प्रदर्शित होने का इंतजार है, जो बॉलीवुड में चल रहे विवाद के कारण रुकी हुई है। इसमें नेहा कॉमेडी करते हुए नजर आएँगी।

Friday, May 29, 2009

एंजलीना से दीपिका ज्यादा खूबसूरत

यदि आप ऐसा सोचते हैं कि भारतीय अभिनेत्री दीपिका पादुकोण हॉलीवुड की अभिनेत्री एंजलीना जोली से ज्यादा खूबसूरत हैं तो आपकी और हॉलीवुड के निर्देशक रॉब कोहेन की सोच मिलती है। रॉब कोहेन का मानना है कि दीपिका पादुकोण भारतीय सिनेमा का नया चेहरा हैं और भारत के बाहर भी उन्हें लोग बेहद पसंद करते हैं। ‘फास्ट एंड फ्यूरियस’ जैसी फिल्म बनाने वाले कोहेन का कहना है ‘एंजलीना जोली की तुलना में दीपिका ज्यादा खूबसूरत हैं।‘ रॉब कोहेन ने इस बात का भी संकेत दिया है कि वे अपनी आगामी फिल्म में दीपिका को साइन करना चाहते हैं। फिलहाल दोनों के बीच बातचीत चल रही है और दोनों में से कोई भी इस बारे में बात पक्की होने तक कुछ भी कहना नहीं चाहता। मॉडल से अभिनेत्री बनीं दीपिका के बारे में कहा जा रहा है कि उनका लुक अंतरराष्ट्रीय स्तर का है। इसी वजह से उन्हें कई फैशन पत्रिकाओं ने अपनी कवर गर्ल बनाया है। हाल ही में मैक्सिम मैग्जीन ने दीपिका को ‘द हॉटेस्ट गर्ल ऑन अर्थ’ चुना है। इसकी वजह है दीपिका का इंटरनेशनल लुक और उनके प्रशंसकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।

IFMदीपिका की प्रशंसा करते हुए रॉब कोहेन कहते हैं ‘दीपिका युवा, खूबसूरत होने के साथ-साथ प्रतिभाशाली भी हैं और वे फैशन जगत और सिनेमा में तहलका मचाने की क्षमता रखती हैं। मॉडल के ‍रूप में उनका अपना एक स्टाइल है और इसी वजह से दुनिया की तमाम बड़ी कंपनियों के उत्पाद का वे प्रचार कर रही हैं।

फिर से विश्व कप जीतने का भरोसा

मुंबई में न्यू हेयर स्टाइल में युवराज सिंह और साथ में कप्तान धोनी व जहीर खान
भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने पांच जून से इंग्लैंड में होने वाले टवेंटी 20 विश्व कप क्रिकेट टूर्नामेंट को लेकर टीम पर किसी प्रकार के दबाव की खबरों को नकारते हुए विश्वास जताया है कि भारत दुबारा यह खिताब जीतेगा।टीम के इंग्लैंड रवाना होने से पहले संवाददाताओं से बात करते हुए धोनी ने कहा कि उनकी टीम विश्व कप के लिए हर तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि टीम में कई अच्छे बल्लेबाज और गेंदबाज हैं. साथ ही “पार्ट टाइम” गेंदबाजों की मौजूदगी से और भी विकल्प खुल गए हैं।उन्होंने साथी खिलाडियों को सावधान करते हुए कहा “ इस खेल में बंगलादेश और आयरलैंड जैसी टीमें भी बडी टीमों को हरा सकती हैं इसलिए किसी को हल्के में लेने की बजाय टीम को पूरी क्षमता का प्रदर्शन करना होगा।” विजेता होने के दबाव से इंकार करते हुए धोनी ने कहा “आईपीएल में नये खिलाडियों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलने का अनुभव मिला और इन्होंने दबाव झेलना सीख लिया है। यह हमारे लिए सकारात्मक संकेत है। हमने किसी भी टीम से ज्यादा ट्वेंटी- 20 मैच खेले हैं यह हमारे खिलाडियों के लिए ज्यादा फायदेमंद साबित होगा।” भारतीय कप्तान ने कहा कि थकान उनकी टीम के लिए नयी बात नहीं है। लंबे समय से उनके खिलाडी इस समस्या का सामना करते रहे हैं। उन्होंने कहा –“हम थकान के आदी हो चुके हैं। अब तक हमारे खिलाडी इसका मुकाबला बेहतर ढंग से करते आए हैं। इससे फिटनेस के प्रति खिलाडियों की जागरूकता बढी है।” धोनी ने कहा कि भारतीय क्रिकेटरों को हर जीत या हार पर प्रशंसकों की चरम प्रतिक्रिया झेलने के लिए तैयार रहना पड़ता है। उन्होंने कहा “यह सब खेल का हिस्सा है। हम ज्यादा से ज्यादा से इतना कर सकते हैं कि अभ्यास और खेल के दौरान अपनी पूरी ताकत से खेलेंगे तभी मनमुताबिक परिणाम आ सकते हैं।” भारतीय टीम की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि टीम में अच्छे खिलाड़ियों की मौजूदगी से उन पर से कप्तानी का दबाव कम हो गया है। उन्होंने कहा “मैं सौभाग्यशाली हूं कि पिछले ट्वेंटी- 20 विश्व कप से अब तक हर मैच में हमारी टीम के खिलाड़ी उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन करते आए हैं। ” इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की तारीफ करते हुए धोनी ने कहा कि यह भारतीय क्रिकेट और खिलाड़ियों के हित में है। उन्होंने कहा कि ओपनर खिलाड़ियों का फार्म में न होना चिंता की बात नहीं है और वह कभी भी फार्म में लौट सकते हैं।गेंदबाजी के बारे में भारतीय कप्तान ने कहा “हमारी टीम में तेज गेंदबाजों और स्पिनरों का अच्छा मिश्रण है । उनका साथ देने के लिए अच्छे आलराउंडर हैं। इस कारण हम बाकी टीमों के मुकाबले ज्यादा मजबूत हैं।” धोनी ने कहा कि विश्व कप शुरू होने के पहले सभी टीमों को अभ्यास मैच खेलने होंगे इसलिए अभ्यास शिविर नहीं आयोजित होने से टीम की तैयारी पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।

Sunday, May 24, 2009

डक्कन चार्जर्स बना चैंपियन


पिछले साल की फिसड्डी टीम और इस साल की चैंपियन। एडम गिलक्रिस्ट की अगुवाई में डक्कन चार्जर्स ने सारे दावे को दरकिनार कर इंडियन प्रीमियर लीग के दूसरे सत्र में रविवार को हुए रोमांचक खिताबी मुकाबले में बाजी मारते हुए बेंगलूर रॉयल चैलेंजर्स पर छह रन से जीत हासिल कर चमचमाती ट्राफी पर कब्जा कर लिया।
आईपीएल में यह रोचक संयोग था कि पिछले साल आठवें स्थान पर रही डक्कन इस बार विजेता जबकि सातवें स्थान पर आने वाली बेंगलूर की टीम उपविजेता बनी। वैसे मैच काफी उतार चढ़ाव वाल रहा लेकिन अनिल कुंबले के करिश्मे से अधिकतर समय अपना पलड़ा भारी रखने वाली बेंगलूर की टीम अंतिम दस ओवर में मैच तथा कई बहुमूल्य रत्नों से जड़ी चमचमाती ट्राफी और चार करोड़ 80 लाख डालर की ईनामी राशि गंवा गई।
कुंबले ने पारी के शुरुआती ओवर से ही विकेट निकाले तथा एडम गिलक्रिस्ट [0], एंड्रयू सायमंड्स [33] और रोहित शर्मा [24] जैसे खतरनाक बल्लेबाजों सहित 16 रन देकर चार विकेट लिए। हर्शल गिब्स ने 48 गेंद पर नाबाद 53 रन बनाए जिससे डक्कन छह विकेट पर 143 रन बनाने में सफल रहा। इसके जवाब में बेंगलूर रॉयल चैलेंजर्स ने पहले दस ओवर में तीन विकेट पर 69 रन बनाए थे लेकिन अंतिम दस ओवर में उसने 50 रन के अंदर छह विकेट गंवाए और नौ विकेट पर 137 रन से आगे नहीं बढ़ पाया। इस तरह से विजय माल्या की टीम को उपविजेता से ही संतोष करना पड़ा जिसके लिए उसे दो करोड़ 40 लाख रुपये की ईनामी राशि मिली। बेंगलूर के शीर्ष क्रम के चार बल्लेबाजों को आउट करने वाले प्रज्ञान ओझा ने 28 रन देकर तीन विकेट हासिल किए जबकि सायमंड्स और हरमीत सिंह को दो-दो विकेट मिले।
डक्कन की इस जीत का श्रेय निश्चित तौर पर उसके गेंदबाजों को जाता है जिन्होंने सही लाइन और लेंग्थ से गेंदबाजी करके बेंगलूर के बल्लेबाजों को खुलकर नहीं खेलने दिया और उन पर दबाव बनाए रखा। बेंगलूर के चोटी के बल्लेबाजों की असफलता उसकी हार का कारण बनी। जैक्स कालिस [16] फिर से बड़ी पारी खेलने में असफल रहे और शुरू में ही आरपी सिंह की गेंद पर बोल्ड हो गए। आईपीएल में भारत के पहले शतकवीर मनीष पांडे [4] का जादू आज नहीं चल पाया और वह ओझा की पहली गेंद पर पवेलियन लौट गए। रीलोफ वान डर मर्व [32] ने हैरिस के तीसरे ओवर में लांग ऑफ और लांग आन पर छक्के जड़े और फिर सायमंड्स का स्वागत भी डीप स्क्वायर लेग पर छक्का जमाकर किया, लेकिन ओझा ने उन्हें एडम गिलक्रिस्ट के हाथों स्टंप आउट करा दिया।
राहुल द्रविड़ [9] आज क्षेत्ररक्षण और बल्लेबाजी किसी में भी रंग में नहीं दिखे और हरमीत की गेंद पर पैडल शाट मारने के चक्कर में बोल्ड हो गए। रॉस टेलर [27] ने हरमीत सिंह पर लगातार दो चौके जमाकर शुरुआत की लेकिन सायमंड्स का ओवर मैच का टर्निग प्वाइंट बन गया। बेंगलूर को जब 35 गेंद पर 45 रन की जरूरत थी तब टेलर सही तरह से पुल नहीं कर पाए और डीप स्क्वायर लेग पर वेणुगोपाल राव को कैच दे गए। गिलक्रिस्ट ने अगली गेंद पर बड़ी खूबसूरती से विराट कोहली [7] को स्टंप आउट किया। अब डक्कन के प्रशंसक उछल रहे थे और बेंगलूर टीम को चाहने वालों के चेहरों पर निराशा छाने लगी थी। हरमीत ने मार्क बाउचर को गिब्स के हाथों कैच कराकर विजय माल्या के शिविर में सनसनी फैला दी। मध्यम गति के इस गेंदबाज ने 22 रन देकर दो विकेट लिए। रोबिन उथप्पा [नाबाद 17] के कुछ करारे शाट भी बेंगलूर की जीत के लिए नाकाफी थे।
इससे पहले कुंबले ने गिलक्रिस्ट के तूफान को शुरू में ही ठंडा करके बेंगलूर को शानदार शुरुआत दिलाई। सेमीफाइनल में 85 रन की तूफानी पारी खेलने वाले गिलक्रिस्ट इस लेग स्पिनर की गुगली पर पूरी तरह चूक कर बोल्ड हो गए। आर विनयकुमार ने नए बल्लेबाज टी सुमन [10] को पवेलियन भेजकर डेक्कन का स्कोर दो विकेट पर 18 रन कर दिया। मध्यम गति के इस गेंदबाज को जल्द ही सायमंड्स का विकेट भी मिल जाता लेकिन टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक कैच लेने वाले द्रविड़ ने स्लिप में उनका आसान कैच टपका दिया। तब इस बल्लेबाज ने केवल पांच रन बनाए थे। सायमंड्स ने इसके बाद कालिस पर लगातार दो चौके लगाए और फिर बाएं हाथ के स्पिनर वान डर मर्व की गेंद पर पारी का पहला छक्का जड़ा। यह आलराउंडर हालांकि बड़े अजीबोगरीब तरीके से बोल्ड हुआ। कुंबले ने फिर से गुगली की जो सायमंड्स के बाजू और जांघ से लगकर लेग स्टंप उखाड़ गई। चार चौके और एक छक्का लगाने वाले सायमंड्स को भी विश्वास नहीं हुआ कि उनकी 21 गेंद की पारी समाप्त हो गई है।