अमिताभ बच्चन और अभिषेक बच्चन के साथ भला कौन काम करना नहीं चाहेगा। वो लोग अपने को लकी मानते हैं, जिन्हें बिग-बी के साथ काम करने का अवसर मिलता है। इस हिसाब से तो विद्या बालन को अपने आपको सुपरलकी मानना चाहिए क्योंकि बिग-बी और स्मॉल-बी के साथ वे फिल्म कर रही हैं। एक ही फिल्म में दोनों बच्चन्स के साथ काम करने का उन्हें अवसर मिला है। ‘चीनी कम’ वाले बाल्की ‘पा’ नामक फिल्म बना रहे हैं, जो पिता-पुत्र के रिश्ते पर आधारित है। इस फिल्म के लिए अमिताभ और अभिषेक की जोड़ी से बेहतर पसंद और कौन सी हो सकती है। इन दोनों के साथ विद्या बालन भी फिल्म में प्रमुख भूमिका निभा रही हैं। अमिताभ और अभिषेक की विद्या बहुत बड़ी प्रशंसक हैं। वे बाल्की को शुक्रिया पर शुक्रिया अदा किए जा रही हैं कि उन्होंने विद्या को दोनों मनपसंद स्टार्स के साथ काम करने का अवसर दिया।
Saturday, March 21, 2009
33 साल का सूखा खत्म
हैमिल्टन। हरभजन सिंह के फिरकी के जाल में कीवी बल्लेबाजों को बांधने के बाद भारत ने 33 साल में न्यूजीलैंड की धरती पर पहला टेस्ट जीतने के साथ ही तीन मैचों की सीरीज में 1-0 से बढ़त बना ली।
भारतीय ऑफ स्पिनर ने बेहतरीन गेंदबाजी का प्रदर्शन करते हुए न्यूजीलैंड के छह विकेट 63 रन देकर चटकाए। मेजबान टीम दूसरी पारी में भी 279 रन पर आउट हो गई। भारत ने जीत के लिए 39 रन का आसान लक्ष्य 5.2 ओवर में हासिल करके दस विकेट से जीत दर्ज की। न्यूजीलैंड के लिए ब्रेंडन मैक्कुलम [84] और डेनियल फ्लिन [67] ने कुछ देर किला लड़ाया लेकिन भारत की जीत दीवार पर लिखी इबारत की तरह साफ थी। गौतम गंभीर [30] ने जैसे ही विजयी रन बनाया, भारतीय ड्रेसिंग रूम में मौजूद खिलाड़ी खुशी से झूम उठे। भारत ने इससे पहले न्यूजीलैंड में मंसूर अली खान पटौदी की अगुवाई में 1968 में टेस्ट सीरीज जीती थी। न्यूजीलैंड की धरती पर भारत ने 1976 के बाद कोई टेस्ट जीता है। तब भारत ने आकलैंड टेस्ट जीतकर सीरीज 1-1 से बराबर की थी। दूसरा टेस्ट अब नैपियर में 26 मार्च से खेला जाएगा।
मैक्कुलम और लेन ओब्रायन [14] ने नौवें विकेट के लिए 76 रन की साझेदारी करके न्यूजीलैंड को पारी की हार से बचाया। एक समय पर न्यूजीलैंड के आठ विकेट 199 रन पर उखड़ चुके थे और भारत को दोबारा बल्लेबाजी को उतारने के लिए उसे 43 रन की जरूरत थी। ऐसे में मैक्कुलम ने 13वां अर्धशतक लगाने के साथ उपयोगी पारी खेली। इसके साथ ही उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 2000 रन भी पूरे कर लिए। ओब्रायन भी 100 मिनट तक क्रीज पर डटे रहे लेकिन हरभजन ने उन्हें सिली प्वाइंट पर गौतम गंभीर के हाथों लपकवाया।
जीत के लिए 39 रन का आसान लक्ष्य देख भारत ने गंभीर के साथ राहुल द्रविड़ [8] को उतारा। भारत की जीत के सूत्रधार सचिन तेंदुलकर [160] के अलावा हरभजन रहे जिन्होंने 23वीं बार पारी में पांच से अधिक विकेट लिए। विदेशी सरजमीं पर यह उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
न्यूजीलैंड ने दिन की शुरुआत विकेट बचाकर खेलने की रणनीति के साथ की। टेलर और फ्लिन ने करीब एक घंटा क्रीज पर बिताया। इसके बाद मुनफ पटेल ने टेलर को आउट करके भारत का जीत के लिए इंतजार कुछ कम कर दिया। सहवाग ने गली में उनका कैच लपका। पहली पारी के शतकवीर जेसी राइडर ने मुनफ और जहीर को कुछ अच्छे शॉट लगाए। हरभजन ने राइडर को काफी परेशान किया। उनके पिछले ओवर में कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने फ्लिन का कैच छोड़ा था। फ्लिन ने ईशांत शर्मा की गेंद पर कवर में चौका लगाकर दस टेस्ट में अपना तीसरा अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने अपनी पारी में 10 चौके लगाए। करीब छह घंटे क्रीज पर डटे रहे फ्लिन 67 रन बनाकर हरभजन की गेंद पर शॉर्ट लेग में गौतम गंभीर द्वारा लपके गए। पहली पारी में 118 रन बनाने वाले कीवी कप्तान डेनियल विटोरी को हरभजन ने गली में लपकवाया। मैक्कुलम और ओब्रायन ने भारत को जीत के लिए दो घंटे और प्रतीक्षा कराई। भारत की पहली पारी में 160 रन बनाने वाले मैन ऑफ द मैच तेंदुलकर बाएं हाथ की अंगुली में चोट के कारण मैदान पर नहीं उतरे।
भारतीय ऑफ स्पिनर ने बेहतरीन गेंदबाजी का प्रदर्शन करते हुए न्यूजीलैंड के छह विकेट 63 रन देकर चटकाए। मेजबान टीम दूसरी पारी में भी 279 रन पर आउट हो गई। भारत ने जीत के लिए 39 रन का आसान लक्ष्य 5.2 ओवर में हासिल करके दस विकेट से जीत दर्ज की। न्यूजीलैंड के लिए ब्रेंडन मैक्कुलम [84] और डेनियल फ्लिन [67] ने कुछ देर किला लड़ाया लेकिन भारत की जीत दीवार पर लिखी इबारत की तरह साफ थी। गौतम गंभीर [30] ने जैसे ही विजयी रन बनाया, भारतीय ड्रेसिंग रूम में मौजूद खिलाड़ी खुशी से झूम उठे। भारत ने इससे पहले न्यूजीलैंड में मंसूर अली खान पटौदी की अगुवाई में 1968 में टेस्ट सीरीज जीती थी। न्यूजीलैंड की धरती पर भारत ने 1976 के बाद कोई टेस्ट जीता है। तब भारत ने आकलैंड टेस्ट जीतकर सीरीज 1-1 से बराबर की थी। दूसरा टेस्ट अब नैपियर में 26 मार्च से खेला जाएगा।
मैक्कुलम और लेन ओब्रायन [14] ने नौवें विकेट के लिए 76 रन की साझेदारी करके न्यूजीलैंड को पारी की हार से बचाया। एक समय पर न्यूजीलैंड के आठ विकेट 199 रन पर उखड़ चुके थे और भारत को दोबारा बल्लेबाजी को उतारने के लिए उसे 43 रन की जरूरत थी। ऐसे में मैक्कुलम ने 13वां अर्धशतक लगाने के साथ उपयोगी पारी खेली। इसके साथ ही उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 2000 रन भी पूरे कर लिए। ओब्रायन भी 100 मिनट तक क्रीज पर डटे रहे लेकिन हरभजन ने उन्हें सिली प्वाइंट पर गौतम गंभीर के हाथों लपकवाया।
जीत के लिए 39 रन का आसान लक्ष्य देख भारत ने गंभीर के साथ राहुल द्रविड़ [8] को उतारा। भारत की जीत के सूत्रधार सचिन तेंदुलकर [160] के अलावा हरभजन रहे जिन्होंने 23वीं बार पारी में पांच से अधिक विकेट लिए। विदेशी सरजमीं पर यह उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
न्यूजीलैंड ने दिन की शुरुआत विकेट बचाकर खेलने की रणनीति के साथ की। टेलर और फ्लिन ने करीब एक घंटा क्रीज पर बिताया। इसके बाद मुनफ पटेल ने टेलर को आउट करके भारत का जीत के लिए इंतजार कुछ कम कर दिया। सहवाग ने गली में उनका कैच लपका। पहली पारी के शतकवीर जेसी राइडर ने मुनफ और जहीर को कुछ अच्छे शॉट लगाए। हरभजन ने राइडर को काफी परेशान किया। उनके पिछले ओवर में कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने फ्लिन का कैच छोड़ा था। फ्लिन ने ईशांत शर्मा की गेंद पर कवर में चौका लगाकर दस टेस्ट में अपना तीसरा अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने अपनी पारी में 10 चौके लगाए। करीब छह घंटे क्रीज पर डटे रहे फ्लिन 67 रन बनाकर हरभजन की गेंद पर शॉर्ट लेग में गौतम गंभीर द्वारा लपके गए। पहली पारी में 118 रन बनाने वाले कीवी कप्तान डेनियल विटोरी को हरभजन ने गली में लपकवाया। मैक्कुलम और ओब्रायन ने भारत को जीत के लिए दो घंटे और प्रतीक्षा कराई। भारत की पहली पारी में 160 रन बनाने वाले मैन ऑफ द मैच तेंदुलकर बाएं हाथ की अंगुली में चोट के कारण मैदान पर नहीं उतरे।
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