Thursday, March 27, 2008

पत्रकारिता का पेशा मुझे हमेशा से ही बहुत ज्यादा आकर्षित करता था

नई दिल्ली। दिल्ली की मिनीषा लांबा ने यहां, कॉरपोरेट, एंथनी कौन है, रॉकी, हनीमून ट्रैवल्स प्रा.लि. और दस कहानियां में काम करके लगातार खुद को बेहतर साबित करने की कोशिश की है। शौर्य में वह एक चुलबुली, मजाकिया, मौज-मस्ती पसंद करने वाली पत्रकार का किरदार निभा रही हैं जो कश्मीर के मनाली में क्षेत्रीय संवाददाता है।

वह बताती हैं, मैं ऐसा काम करना चाहती हूं जो मुझे संतुष्टि और दर्शकों के चेहरे पर खुशी की झलक दिखा सके। मैं हर तरह के किरदार निभाना चाहती हूं।

यह सच है कि इंडस्ट्री में आज कई स्टार किड्स आ रहे हैं लेकिन मुझ जैसे अन्य लोगों के लिए भी यहां तक पहुंचने का यह सही समय माना जाना चाहिए। यहां किसी से किसी को डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि यहां आप क्या करना चाहते हैं यह पूरी तरह से आप पर ही निर्भर करता है। मिनीषा के अनुसार, किसी भी फिल्म का निर्देशक मेरी नजर में एक नाव के चालक की तरह है जो सही चल रहा हो तो नाव में बैठे लोगों को डूबने या रास्ता भूलने का डर नहीं सताता।

दिल्ली की सड़कें मिनीषा को खासतौर से पसंद हैं। हो सके तो मुंबई में वह एक दिल्ली बसाना चाहती हैं जहां की सड़कें ऐसी ही खुली-खुली हों लेकिन किनारे की इमारतें मुंबई की ऊंची इमारतों की तरह ही हों।

वह आगे बताती हैं, हनीमून ट्रैवल्स के सालसा आइटम डांस के लिए मुझे कड़ी मेहनत करनी पड़ी थी। पत्रकारिता का पेशा मुझे हमेशा से ही बहुत ज्यादा आकर्षित करता था। सीएनएन की पत्रकार क्रिस्टीया जमानपुर को देख मैं हमेशा वैसी ही बनने के सपने बुनती थी।
यानी आप कह सकते हैं कि शौर्य में मेरा जो किरदार है, मैं हमेशा से वही बनना चाहती थी, लेकिन प्रिंट मीडिया में नहीं बल्कि इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में वार जर्नलिस्ट बनने का सपना देखती थी। पत्रकारों को मैं जनता की आंखें मानती हूं जो उन्हें हर खबर से अवगत कराते रहते हैं। अखबारों में फिल्मी कलाकारों को लेकर जो गॉसिप्स बनाए जाते हैं, उसे मैं जिंदगी का एक हिस्सा मानती हूं लेकिन उस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहती। मिनीषा की आने वाली फिल्में हैं, कॉमेडी किडनेप और यशराज बैनर की बचना ऐ हसीनों।

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