Thursday, March 27, 2008

दो दिन और खेलने का इरादा : सहवाग

चेन्नैः ओपनर वीरेंद्र सहवाग ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ चल रहे पहले टेस्ट मैच में टीम इंडिया की आगे की रणनीति के बारे में बताया कि उनकी टीम पहली पारी में बढ़त लेने के लिए चौथे दिन तक बल्लेबाजी करने का इरादा रखती है। दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद सहवाग ने आशंका जताई कि इस पिच पर तीसरी और चौथी पारी में बल्लेबाजी करना आसान नहीं होगा। इससे कप्तान अनिल कुंबले और हरभजन सिंह को मेहमान टीम पर दबाव बनाने में आसानी होगी। उधर, साउथ अफ्रीका के हाशिम अमला ने अपनी सेंचुरी को करियर की सर्वश्रेष्ठ पारियों में शुमार किया।
भारत को उम्दा शुरुआत दिलाने वाले सहवाग ने कहा, 'पांचवें दिन पिच टूट जाएगी। हम अगले दो दिन तक बल्लेबाजी करने की कोशिश करेंगे और उनके स्कोर के करीब पहुंच दबाव बनाएंगे। इसके बाद उनके लिए कुंबले और हरभजन को खेलना मुश्किल होगा।' सपाट विकेट और गर्म मौसम दोनों ही गेंदबाजों के लिए काफी मुश्किल पैदा कर रहे थे, लिहाजा सहवाग उनके पक्ष में दिखाई दिए। उन्होंने कहा, 'गर्मी की वजह से गेंदबाजों को काफी कड़ी मेहनत करनी पड़ी। लोगों की उम्मीदें काफी ज्यादा होती हैं और उन्हें लगता है कि भारत के पास कुंबले और हरभजन जैसे स्पिनर हैं, जो विकेट ले लेंगे।' टीम इंडिया को सहवाग और जाफर ने ठोस शुरुआत दी है। जाफर की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा, 'जाफर काफी अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं। उनकी पांच सेंचुरी में दो डबल सेंचुरी हैं। आप उनकी क्षमता को कमतर नहीं आंक सकते हैं।'

दूसरी तरफ, साउथ अफ्रीका के हाशिम अमला ने भारत में इससे पहले खेली 13 पारियों में सिर्फ एक हाफ सेंचुरी बनाई थी। लेकिन उन्होंने उमस और गर्मी के वातावरण में बनाए 159 रन को करियर की सर्वश्रेष्ठ पारियों में शुमार किया। उन्होंने कहा, 'उपमहाद्वीप की परिस्थितियों में सेंचुरी बनाना काफी मुश्किल होता है। लेकिन मैं अपनी इस पारी को न्यूजीलैंड के खिलाफ पिछले साल बनाए 176 रन के बाद दूसरी बेहतरीन पारी आंकता हूं। यह विदेशी धरती पर होने की वजह से काफी अहम है। भारत के खिलाफ यह मेरी उम्दा पारी है और निश्चित ही इससे मेरा आत्मविश्वास बढ़ेगा।' अमला विकेट पर खूंटा गाड़ने के बाद रन आउट होने से निराश थे लेकिन उन्होंने माना कि ऐसी चीजें क्रिकेट में चलती रहती हैं। उन्होंने कहा, 'मार्क बाउचर मुझसे ज्यादा दुखी थे।' बल्लेबाजों के माकूल विकेट पर गेंदबाजों की मुश्किलों के बारे में अमला ने कहा, 'गेंदबाजों को काफी कड़ी मेहनत करनी पड़ रही है। हम जानते थे कि यह बल्लेबाजों के अनुकूल विकेट है। हम उम्मीद कर रहे हैं कि विकेट टूटेगा और फिर टर्न लेगा।'

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